9 चीनी लड़ाकू विमानों ने ताइवान में किया अनधिकृत प्रवेश; रूस यूक्रेन लड़ाई से ताइवान की चिंता बढ़ी
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रूस के यूक्रेन पर हमले से ताइवान की चिंता बढ़ी
ताइवान को आशंका, रूस-यूक्रेन की जंग के बीच चीन कर सकता है आक्रमण ताइवान ने सतर्क होकर बढ़ाई अपनी सुरक्षा, चीन के हर कदम पर बनाए हुए है नजर
रूस और यूकेन के बीच चल रही जंग के बीच गुरुवार को चीन के 9 लड़ाकू विमान ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश कर गए
इसके जवाब में ताइवान ने भी सतर्क होकर अपनी सुरक्षा को बढ़ा दिया है।
ताइवान ने कहा कि नवीनतम मिशन में आठ चीनी जे -16 लड़ाकू और एक वाई -8 टोही विमान शामिल थे, जो दक्षिण चीन सागर के शीर्ष छोर पर ताइवान-नियंत्रित प्रतास द्वीप समूह के उत्तर-पूर्व में एक क्षेत्र में उड़ान भरी थी।
ताइवान के लड़ाकू विमानों को चीनी विमानों को चेतावनी देने के लिए भेजा गया और वायु रक्षा मिसाइलों को ‘गतिविधियों की निगरानी’ के लिए तैनात किया गया है। ताइवान यूक्रेन संकट को लेकर घबराया हुआ है। उसकी चिंता है कि चीन इस परिस्थिति का लाभ उठाने की कोशिश कर सकता है। इस वजह से ताइपे अलर्ट हो गया है।
यूं तो कई मौकों में ताइवान को चीन लगातार आंखें दिखाता रहता है, लेकिन ताइवान को डर इस बात का है कि चीन रूस द्वारा किए गए यूक्रेन पर हमले का लाभ लेकर उसपर चढ़ाई कर सकता है।
ऐसी स्थिति में ताइवान सतर्क हो गया है। ताइवान की वायु सेना ने अपने लड़ाकू विमानों को उन नौ चीनी विमानों को चेतावनी देने के लिए तैयार किया है, जो उसकी वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश कर चुके थे।
ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि चीन यूक्रेन संकट का फायदा उठाने पर विचार कर सकता है और हमारी नजर उसके हर कदम पर बनी हुई है।
वहीं ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग-वेन ने कहा है, “हमने अपनी ताकत बढ़ाने पर काम जारी रखा है, ताकि चीन से लगे जलडमरूमध्य पर हम अपनी सेना को पूरी तरह तैयार रख सकें।” उन्होंने अपने 23 फरवरी को किए एक ट्वीट में यूक्रेन संकट को लेकर रूस पर निशाना भी साधा और कहा कि ताइवान पूरी तरह यूक्रेन की स्वायत्ता का समर्थन करता है।