विशेष संवाददाता शेखर न्यूज़ द्वारा चुनावी चर्चा
➡️क्या योगी के सत्ता में आने के साथ ठाकुर समुदाय का बीजेपी की तरफ झुकाव बढ़ा है. इसीलिए अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए 159 प्रत्याशियों में सिर्फ पांच ठाकुर प्रत्याशी बनाए हैं. हालांकि, मुलायम के दौर में ठाकुर नेताओं को सपा में दबदबा था, लेकिन अब अखिलेश के एजेंडे से बाहर हैं।
➡️अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वन-थर्ड सीटों पर यादव और मुस्लिम को प्रत्याशी बनाया है. सपा के 159 सीटों में से 31 पर मुस्लिम और 20 सीट पर यादव प्रत्याशी उतारे गए हैं. ऐसे में देखना है कि 2022 के चुनाव में सपा का एम-वाई समीकरण कितना सफल रहता है।
➡️आरपीएन सिंह के आने से स्वामी प्रसाद मौर्य अपने लिए सेफ सीट तलाश कर रहे हैं, वे फजिलगंज से मैदान में उतर सकते हैं।
➡️नीरज चोपड़ा को परम विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया जाएगा
➡️सपा ने उन सीटों पर भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं उतारा है, जहां पर मुस्लिमों की आबादी सबसे अधिक है, जैसे- मीरापुर, आगरा दक्षिण, बुलंदशहर, शिकंदारबाद, चरथावल, बढ़ापुर, बिजनौर, लोनी, पीलीभीत. इसको लेकर सपा के अंदरखाने ही विरोध के सुर मुखर हो रहे हैं,उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से 143 सीटों पर मुस्लिम वोटर निर्णायक भूमिका में हैं, जबकि इसमें से 73 सीटों पर वह हार-जीत तय करते हैं. मुस्लिम बहुल सीटों से गैर मुस्लिमों पर दांव, अखिलेश की नई रणनीति कितना सटीक होगी ये दस मार्च को पता चलेगा।
➡️2 फरवरी को चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगी मायावती, आगरा में होगी पहली जनसभा।
➡️सीएम योगी आदित्यनाथ ने सामजवादी पार्टी पर तंज कसा है.
“जिन्हें पाकिस्तान दुश्मन नहीं लगता, जिन्ना दोस्त लगता है. उनकी शिक्षा-दीक्षा और दृष्टि पर क्या ही कहा जाए. वे स्वयं को समाजवादी कहते हैं, लेकिन सत्य यही है कि इनके नस-नस में ‘तमंचावाद’ दौड़ रहा है. “
➡️आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने के बाद से इस्तीफों का दौर शुरू हो चुका है. पडरौना विधानसभा के घोषित प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने प्रदेश अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है।