परसपुर (गोंडा): बुधवार की दोपहर में परसपुर कस्बा समेत आस-पास के ग्रामीण इलाकों में शहादत-ए-कर्बला मोहर्रम का त्यौहार बड़े ही अकीदत और शिद्दत के साथ मनाया गया। इस मौके पर दोपहर बाद चौक ,चौराहों पर इबादत के बाद ताजिया का जुलूस गाजे-बाजे के साथ निकला। शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे इलाके में भारी पुलिस बल तैनात रहा। परसपुर थानाध्यक्ष दिनेश सिंह मय पुलिस फोर्स के साथ इलाके में गश्त करते रहे।
परसपुर कस्बे के साईं तकिया, नौशहरा, नई बस्ती कॉलोनी, अंजही और गाड़ी बाजार शान नगर से ताजिया का जुलूस सबलकुआं चौक पहुंचा, जहां विभिन्न इलाकों के जुलूस एकत्रित हुए और मुख्य चौराहे की तरफ बढ़े। इसके बाद जुलूस सीबीईएन मार्ग से होते हुए शाम करीब 4:00 बजे राजपुर में आटा परसपुर की सीमा पर पहुंचा, जहां परंपरागत जुलूसों का मिलान हुआ। इसके बाद ताजियेदार अपनी-अपनी ताजिया लेकर कर्बला पहुंचे, जहां उन्होंने शिद्दत और अकीदत के साथ इबादत की और गमगीन माहौल में ताजिया को दफन किया।
जुलूस के दौरान ढोल ताशे के साथ मातम करते हुए ताजियादारों ने “या हुसैन” के नारे लगाए। इस दौरान जुलूस और कर्बला के मेले में काफी भीड़ देखी गई। वहीं, बनवरिया, कटैला, सकरौर, पसका, अकोहरी, कुंडियाव, डेहरास , लक्षन पुरवा , मोहना और भौरीगंज समेत विभिन्न गांवों में भी ताजिया का जुलूस निकला। हर जगह शांति और सुरक्षा के बीच मोहर्रम का मेला संपन्न हुआ।
सभी जगहों पर पुलिस और स्थानीय प्रशासन की सतर्कता से त्यौहार शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। मोहर्रम के इस मौके पर लोगों ने इबादत करते हुए शहादत-ए-कर्बला की याद को ताजा किया और अपने-अपने क्षेत्रों में ताजिया को दफन किया। विभिन्न समुदायों के लोग एकत्रित होकर इस त्यौहार को मनाते देखे गए, जो इस बात का प्रतीक था कि सभी धर्मों के लोग एक दूसरे के त्यौहारों में शामिल होकर आपसी भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देते हैं।