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उत्तरप्रदेश
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विशेषाधिकार हनन का मामला, दोषी छह पुलिसकर्मी को एक दिन की सजा

शेखर न्यूज़ लखनऊ संवाददाता नीरज मिश्रा की रिपोर्ट

विशेषाधिकार हनन का मामला, दोषी छह पुलिसकर्मी को एक दिन की सजा रात, 12:00 बजे तक विधानसभा में बने जेल में रहेंगे दोषी पुलिसकर्मी।

1964 के बाद विधानसभा में लगी अदालत

लखनऊ।
: यूपी विधानसभा मे अदालत जारी, दोषियों पर करावास का प्रस्ताव स्वीकृत

अन्य दलो से पूछे जाने पर..

अपना दल आशीष पटेल – अध्यक्ष जी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं

निशाद पार्टी संजय निशाद – दोषियों पर जो कार्यवाही हो उसका समर्थन है

ओमप्रकाश राजभर – अध्यक्ष जी का निर्णय से सहमत हैं

कांग्रेस – अनुराधा मिश्रा-/आपके निर्णय पर सहमत हैं

जनसत्ता दल – रघुराज प्रताप सिंह – आपके निर्णय से सहमत हैं

उमाशंकर सिंह बीएसपी – हमारा दल आपके निर्णय से सहमत हैं

दोषियों से उनका पक्ष पूछे जाने पर..

अब्दुल समद व अन्य-/ राजकीय दायित्वों के निर्वाहन मे जो गलती हुई उनके लिए हम हाथ जोड़कर क्षमा मांगते हैं

हमको क्षमा करें, हम भविष्य मे सभी माननीय सदस्यों का सम्मान करेंगे..

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना का प्रस्ताव – एक दिन आज रात 12 बजे तक कारावास दिया जाए..

विधान सभा अध्यक्ष – संविधान मे कहा गया है ‘ हम भारत के लोग्’…

सदन का निर्णय महत्वपूर्ण है, इसका संदेश दूरगामी होंगे…
हमारे संविधान हमारी जीवन रेखा हैं. …!!!

: विधान सभा अध्यक्ष – संसदीय कार्यमंत्री के प्रस्ताव पर एक संदेश जाना चाहिए,आने वाली पीढ़ियों को उदाहरण देने के लिए जरूरी है…

विशेषाधिकार समिति द्वारा विस्तृत जांच की जा चुकी है…
सभी दोषियों कारावास की सजा दी जाए, संसदीय कार्यमंत्री के प्रस्ताव को स्वीकृति सहित दोषियों को एक दिन कारावास दिया जाए!!!

विधानभवन के ऊपर कारावास मे भेजा जाय!!
: विधान सभा परिसर में ऊपर बने सेल में सभी आरोपियों को आज रात 12 बजे तक के कारावास की सजा सुनाई गई। विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सुनाई सजा

1964 में एक केशव सिंह थे जिन्हें विधान सभा ने रेसोल्यूशन पास करके गिरफ़्तार कर लिया था और उसके बाद हाई कॉर्ट ने रिहा किये जाने का आदेश दिया था। ये वो समय था जब विधान सभा और न्यायालय आमने सामने आ गए थे विधान सभा ने न्यायाधीशों एवम केशव के अधिवक्ता को खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट प्रस्तावित कर दिया था जिसे न्यायालय की 28 जजेस के पीठ ने सुनवाई करके खत्म किया। यहीं से डॉक्ट्रिन ऑफ सेपरेशन की नींव मजबूत की गई थी ।

विधान सभा में लगी अदालत-

विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कानपुर के एक पुराने मामले में तत्कालीन आरोपी पुलिसकर्मियों को सुनाई सजा,रात बारह बजे तक कारावास…

मंत्री SP शाही में सजा कम करने की माँग,रात तक नहीं कुछ घंटे रखे जायें,विधान सभा अध्यक्ष ने बात नहीं मानी,भेजा जेल,आरोपियों को विशेष जेल में भोजन पानी दिया जायेगा ..

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