गोंडा : लूट, चोरी और गैंगस्टर एक्ट में वांछित पचास हजार का इनामी राम सेवक एसटीएफ और परसपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में गिरफ्तार

परसपुर ( गोंडा ) : परसपुर थाना क्षेत्र जनपद गोण्डा से जुड़े पचास हजार रुपये के इनामी गैंगस्टर राम सेवक पुत्र बरसाती निवासी सरदार पुरवा दुरौनी थाना परसपुर उम्र करीब 31 वर्ष को एसटीएफ लखनऊ व थाना परसपुर पुलिस टीम ने संयुक्त घेराबंदी कर मंगलवार देर शाम लखनऊ-गोण्डा हाईवे स्थित ग्राम अहरौरा थाना करनैलगंज से गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार अभियुक्त पर लूट, चोरी, जानलेवा हमले सहित पांच से अधिक संगीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और वह काफी समय से फरार चल रहा था। बीते 16 जनवरी 2025 को परसपुर थाने में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयासरत थी। पुलिस महानिरीक्षक देवीपाटन परिक्षेत्र श्री अमित पाठक द्वारा उसकी गिरफ्तारी पर ₹50,000 का इनाम घोषित किया गया था। राम सेवक एक सक्रिय गिरोह का सरगना है जो अपने साथियों विजय उर्फ मेघी पुत्र रामकेवल निवासी सरदार पुरवा तथा गुलेराज उर्फ गुल्ली पुत्र रामखेलावन उर्फ धमसा निवासी नायबपुरवा मौजा पसका थाना परसपुर के साथ मिलकर कई आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है। पिछले वर्ष परसपुर कस्बे में एक महिला से लाकेट लूट, ग्राम दुरौनी में एक घर में चोरी और पसका बाजार से मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं में भी वह शामिल रहा।पुलिस ने बताया कि राम सेवक बेहद शातिर अपराधी है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें दी जा रही थीं लेकिन वह हर बार पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता था।आखिरकार एसटीएफ लखनऊ और परसपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में वह गिरफ्त में आ गया। बुधवार को गिरफ्तार अभियुक्त को आवश्यक विधिक कार्यवाही पूर्ण करते हुए रिमांड हेतु माननीय न्यायालय रवाना किया गया।इस संबंध में परसपुर थानाध्यक्ष श्री अनुज त्रिपाठी ने बताया कि क्षेत्र में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं छोड़ी जाएगी और उनके खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है।गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसटीएफ लखनऊ से निरीक्षक श्री आशुतोष कुमार त्रिपाठी, उप निरीक्षक श्री प्रताप नारायण सिंह, हेड कांस्टेबल दिलीप, कुलदीप, राजेश एवं कांस्टेबल चालक कुमदेश शामिल रहे जबकि परसपुर पुलिस टीम से थानाध्यक्ष श्री अनुज कुमार त्रिपाठी, वरिष्ठ उप निरीक्षक श्री अमित सिंह, उप निरीक्षक श्री सौरभ वर्मा, कांस्टेबल उपेन्द्र रावत एवं कांस्टेबल राहुल कुमार मौजूद रहे।