
परसपुर ( गोंडा) : परसपुर क्षेत्र के प्रत्येक घरों में मंगलवार को नाग पंचमी के अवसर पर महिलाओं ने नाग नागिन का विधि-विधान पूर्वक पूजन किया । नाग पंचमी के अवसर पर महिलाओं ने गूथे आटा से सर्प का प्रतीक बनाया फिर उबला चना दूध दुर्वा कुशा अक्षत फूल धूप नैवेद्य से नाग पूजा किया। नाग देवता को दूध से स्नान कराकर भोजन कराया ।नाग पंचमी को नागों की पूजा करने से नाग देवता भगवान शिव और श्री हरि विष्णु प्रसन्न होते हैं । जिससे श्रद्धालुओं के सुखमय जीवन की मनोकामना की पूर्ण होती है । सावन माह के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को नाग पंचमी पर शिव योग सिद्धि योग और रवि योग समेत तीन शुभ योग रहे हैं। नाग पंचमी का पर्व के अवसर पर मंगलवार को महिलाओं ने घरों में व्यंजन तैयार किया और गांव के बाहर बाग बगीचों में विधि-विधान पूर्वक नाग नागिन का पूजन किया। बताया जा रहा है कि नाग पंचमी के अवसर पर नाग देवता की पूजा करने की परंपरा है । इस दिन नागों की पूजा करने से उनसे होने वाले भय दूर होते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष है तो वह नाग पंचमी के दिन इससे मुक्ति पाने के लिए ज्योतिष उपाय कर सकता है । हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी मनाई जाती है ।