रामजी के दर्शन को मुंबई से पैदल निकली मुस्लिम युवती शबनम शेख ने अयोध्या में प्रवेश करते हुए कहा- मुझे फतवा से डर नहीं, रामजी सभी के हैं
👉1388 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर अयोध्या जिले में प्रवेश करते ही सीमा पर हुआ भव्य स्वागत
अयोध्या
मुंबई से अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन के लिए पैदल निकली सनातनी मुस्लिम शबनम शेख रविवार को कुमारगंज पहुंची स्थानीय लोगों ने उनका खूब स्वागत सत्कार किया इस दरम्यान उन्होंने कहा कि मेरे लिए फतवा कोई मायने नहीं रखता है नगर पंचायत कुमारगंज में मुंबई से पैदल रामलला के दर्शन के लिए निकलीं मुस्लिम महिला शबनम शेख का भाजपा नेता एवं कुमारगंज बाजार मलिक विजय कुमार उपाध्याय ने अपने समर्थकों के साथ जनपद की सीमा पर भव्य स्वागत किया उन्हें सूक्ष्म जलपान भी कराया, हिंदू धर्म से प्रभावित शबनम शेख का कहना है कि मेरा मकसद केवल भगवान राम का दर्शन करना है अभी तक मेरी 39 दिन की पैदल यात्रा हो चुकी है मेरी ख्वाहिश है कि मैं रामलला वंदन करूं कहा कि बचपन में रामायण देखती थी, रामलीला देखी हूं भगवान राम के किस्से सुने हैं कहीं न कहीं मैं उनसे बहुत प्रभावित हुई हूं हिंदू इलाके में रहने के कारण मैंने उनके बारे में काफी कुछ जाना है बचपन से ही मैं उनको मानती हूं मैं 21 दिसंबर 2023 को मुंबई से पैदल चली थी अब बस हमारी 50 किलोमीटर की यात्रा बची है मेरे साथ तीन दोस्त हैं दो मुंबई से हैं विनीत पाण्डेय ,रमन राज शर्मा तथा एक दोस्त भोपाल से शुभम गुप्ता है जो साथ में चल रहे हैं शबनम ने कहा कि राम सभी के हैं केवल हिन्दुओं के नहीं हैं आज हर घर में रामजी की चर्चा है वह मुसलमान हो या फिर हिन्दू मैं सभी से कहना चाहती हूं कि जो रामजी को पॉजीटिव लेंगे उनके जन्मों के पाप धुल जाएंगे उन्होंने बताया कि हमने 1388 किलोमीटर की यात्रा पूरी कर ली है ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे रामलला के दर्शन करने का मौका मिल रहा है उन्ही की कृपा से मेरी अभी तक की यात्रा अच्छी गई है उनसे पूछा गया कि आपको डर नहीं लगता कि मुस्लिम धर्मगुरु फतवा जारी कर दें, तो उन्होंने कहा कि हम उन लड़कियों में से नहीं हैं कि डर जाएं मैं लड़ना जानती हूं और मैं देश के संविधान पर पूरा भरोसा रखती हूं उन्होंने कहा कि फतवा को कोई इंपॉर्टेंट नहीं देती और किसी को देना भी नहीं चाहिए हम भले मुसलमान हैं, लेकिन हम ऐसे राष्ट्र में रहते हैं जहां संविधान तथा कानून का राज है।