
अयोध्या।
राम मंदिर के राम दरबार की स्थापना के बाद राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी जानकारी।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चपत राय का बयान।
राम दरबार के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को भी करना होगा इंतजार। 20 फीट ऊपर बनाया गया है राम दरबार। 40 सीढ़ियों पर चढ़ाना होगा श्रद्धालुओं को। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए बनाई जा रही है लिफ्ट।लिफ्ट बनने में लगेगा समय।
राम मंदिर में 8 मंदिरों में हुई है प्राण प्रतिष्ठा संपन्न, 3 और 4 जून को 12 12 घंटे किया गया था पूजन।
राम मंदिर की यज्ञशाला में 9 कुंड बना कर डाली गई आहुति,
हर एक कुंड पर दो दो ग्रहस्थ कार्यकर्ताओं को यजमान बनाकर कराया गया पूजन संपन्न।
अयोध्या नगर के थे सभी गृहस्थ यजमान, पूजन में दो-दो संत भी थे शामिल।
मंदिर निर्माण कार्य में लगे लोगों को भी पूजन में किया गया शामिल।
टाटा लार्सन एंड टुब्रो सोनपुर और पत्थर की नक्काशी करने वाले कारीगर के साथ मूर्ति निर्माता को भी दिया गया निमंत्रण।
शिवलिंग समर्पित करने वाले और राम दरबार का निर्माण करने वाले कारीगर भी पूजन में हुए शामिल।
राम दरबार का निर्माण किया है सत्य नारायण पांडे ने। शेषावतार मंदिर का निर्माण जयपुर के कारीगर केशव के द्वारा किया गया। उन्हें भी किया गया आमंत्रित।
मध्य प्रदेश के साधु नर्मदानंद जी महाराज पूजन में हुए शामिल नर्मदानंद महाराज जी के प्रेरणा से आया था शिवलिंग।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव का दावा अभी राम भक्तों को करना होगा परकोटा और राम दरबार में दर्शन के लिए इंतजार।
परिस्थितियों नहीं है अनुकूल बरसात बीतने के बाद जनता कर सकेगी संभवतः दर्शन।
मंदिर परिसर में चल रहा है निर्माण कार्य, मशीनों का चल रहा है मूवमेंट।
कल के कार्यक्रम के बाद यह कह सकते हैं कि निर्माण कार्य है पूर्णता की तरफ।
मंदिर का आखरी काम होगा मंदिर के शिखर पर ध्वज का लगाया जाना।
मौसम अनुकूल होने पर किया जाएगा मंदिर में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न। संभवतः अक्टूबर और नवंबर में मंदिर के शिखर पर लगाया जा सकता है ध्वज।
तब तक मंदिर के छोटे-मोटे कर हो जाएंगे पूर्ण।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि परकोटा के मंदिरों के दर्शन में रखना होगा अभी थोड़ा राम भक्तों को धैर्य।
20 फीट ऊंचाई पर है राम दरबार लगभग 40 सीढ़ियों को चढ़कर जाना होगा ऊपर।
ऊपर जाने के लिए जो न्यूनतम आवश्यकता है उसका है अभाव लिफ्ट बनने में लगेगा समय।
लिफ्ट लगाई जाने का चल रहा कार्य जिसका हम कर रहे हैं इंतजार।
अभी कुछ अन्य भी सुरक्षा के मानक हैं अधूरे,मंदिर के चारों ओर लगी है लोहे की पाइप का खड़ा है फ्रेम स्ट्रक्चर।
जिस पर मजदूर चढ़कर जाते हैं ऊपर परकोटा और राम मंदिर में दर्शन की अभी समय अवधि नहीं की जा सकती निश्चित। है प्रयास की जल्द भक्तों को मिले दर्शन–चंपत राय महासचिव राम मंदिर ट्रस्ट