ब्राह्मण बनाम स्वामी प्रसाद मौर्य/आखिरकार क्या मकसद है स्वामी प्रसाद का
स्वामी प्रसाद मौर्य चाहें तो दलील दे सकते हैं कि हिंदू धर्म पर हमला बोल कर वो दलितों और पिछड़ों का ही सवाल उठा रहे हैं, लेकिन ब्राह्मणवाद के विरोध का जो तरीका वो अपना रहे हैं, समाजवादी पार्टी का बड़ा नुकसान हो सकता है. बीजेपी नेता तो हमलावर हैं ही, समाजवादी पार्टी के भीतर से भी विरोध की आवाज तेज होती जा रही है – लेकिन उनके नेता अखिलेश यादव इस मुद्दे पर बिलकुल खामोश हैं।अगर स्वामी प्रसाद के बयानों से खफा हिंदू वोट एकजुट होकर बीजेपी के पक्ष में पड़ जाये तो दारा सिंह चौहान की जीत पक्की है – क्या स्वामी प्रसाद मौर्य का भी मकसद ऐसा ही है, ताकि बाद में बीजेपी में लौटने का रास्ता साफ हो सके!