बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर बड़ा आरोप लगाया है। नीतीश कुमार ने कहा है कि लालू यादव उन्हें गोली मरवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि लालू यादव चाहें तो गोली मरवा सकते हैं। बाकी वो कुछ नहीं कर सकते हैं। CM ने इस बयान को दो बार दोहराया। उन्होंने लोगों से लालू के जंगलराज को भी याद करने को कहा।
नीतीश ने पटना में मंगलवार को यह बात तब कही जब पत्रकारों ने लालू यादव के विसर्जन करने वाले बयान पर सवाल पूछा था। CM नीतीश मुंगेर से चुनाव प्रचार करके लौटे थे। जब उनसे पूछा गया कि लालू यादव चुनाव प्रचार करने पहुंच चुके हैं। वह सरकार पर हमलावर हो गए हैं तो उन्होंने सीएम ने यह सारी बातें कहीं।
लालू ने कहा था- नीतीश का विसर्जन करने आया हूं
नीतीश का बयान लालू के उस बयान के बाद आाया है, जिसमें लालू ने एक इंटरव्यू में कहा था वह दिल्ली से पटना नीतीश कुमार का विसर्जन करने के लिए आए हैं। लालू ने कहा था कि बिहार में जो उपचुनाव होने वाले हैं उसके लिए पहले ही उनके बेटे तेजस्वी यादव ने सरकार के नाक में दम करके रखा है। जो बच गया है उसका विसर्जन करने के लिए वह दिल्ली से पटना आ गए हैं।
लालू बोले- तेजस्वी ने सबकी हवा निकाल दी, बाकी का विसर्जन मैं करूंगा
नीतीश ने जंगलराज की दिलाई याद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुंगेर के तारापुर की सभा में रोजगार को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। वहां पर चुनाव प्रचार करके जब पटना लौटे तो मुख्यमंत्री ने लालू पर हमला बोला। कहा कि लालू यादव बताएं कि उनकी सरकार में क्या हुआ था? बिजली, शिक्षा और सड़क की क्या स्थिति थी? व्यापारी, इंजीनियर, डॉक्टर कहां भाग गए थे? उद्योग कहां था? उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार बनी तो यह सब व्यवस्था मैंने दुरुस्त की है।
बयानों से नहीं मिलेगी पब्लिसिटी
CM ने कहा कि कुछ लोग कुछ-कुछ बोलता है, लेकिन एक बात है कि जब तक वह हम पर बोलेंगे नहीं तब तक उनको पब्लिसिटी नहीं मिलेगी। हम पर बोलेंगे तभी उनको पब्लिसिटी मिलेगी। मेरा काम है सेवा करना और हम सेवा लगातार कर रहे हैं। जनता मालिक है। जनता ही तय करती है।
उन्होंने कहा कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान के विधायकों की मृत्यु हो गई है। जनता ने जिन लोगों को जिताया था, उनकी मृत्यु हो गई तो लोग इस बात का ध्यान जरूर रखेंगे और उसी को ध्यान में रखकर वोट देंगे। हम लोग सेवक हैं। पूरा बिहार एक परिवार है और कुछ लोगों के लिए अपना परिवार ही सब कुछ है। कौन क्या बोलता है, हम पर बोलते रहें। बोलने से कुछ नहीं होने वाला है।