पश्चिम बंगालः अर्पिता के बाद अब मोनालिसा बीजेपी के रडार पर, जानिए प्रोफेसर पर क्यों निशाना साध रहे दिलीप घोष
ईडी ने शुक्रवार सुबह बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी के घर पर छापा मारा था और शनिवार को उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया।

बंगाल में एसएससी स्कैम को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को टीएमसी नेता और बंगाल सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी के घर छापा मारा था। इसके साथ ही पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर भी ईडी ने छापा मारा था और इस दौरान अर्पिता के मुखर्जी के घर से भारी मात्रा में कैश बरामद किए गए। करीब 21 करोड़ रुपए की नगद राशि अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद हुई।
ईडी ने शनिवार को करीब 24 घंटे की पूछताछ के बाद पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार कर लिया और फिर उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने पार्थ चटर्जी को 2 दिन के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया। वहीं अर्पिता मुखर्जी को भी शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया और रविवार को उन्हें भी कोर्ट में पेश किया जाएगा। अर्पिता मुखर्जी के बाद अब बीजेपी के रडार पर मोनालिसा दास हैं।
भाजपा ने दावा किया कि मामले में प्रोफेसर मोनालिसा दास का नाम सामने आया है। वह कथित तौर पर शांतिनिकेतन, बीरभूम में 10 फ्लैटों की मालिक है। हालांकि रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि मोनालिसा दास ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद दिलीप घोष ने मोनालिसा दास पर निशाना साधा है और कहा है कि क्या पता घोटाले का पैसा हवाला के जरिए बांग्लादेश भेजा जाता हो।
दिलीप घोष ने ट्वीट कर मोनालिसा दास पर आरोप लगाया है कि वह शांतिनिकेतन में 10 फ्लैट की मालिक हैं। साथ ही उन्होंने ट्वीट कर दावा किया, “मोनालिसा बार-बार बांग्लादेश का दौरा करती हैं और अर्पिता के घर से बंगबंधु की तस्वीर वाला एक बैग बरामद किया गया। एसएससी स्कैम की जड़ें बहुत गहरी हैं। मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर भ्रष्टाचार का पैसा जिहादियों को भुगतान करने के लिए खर्च किया जाता है या हवाला के माध्यम से बांग्लादेश जाता है।”
माना जा रहा है कि प्रवर्तन निदेशालय को अर्पिता मुखर्जी ने घोटाले से जुड़े हुए कुछ राज बताए हैं कि कैसे नौकरी की चाह रखने वालों से अवैध तरीके से कमाई की गई। अर्पिता के घर से 20 मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। वहीं टीएमसी ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया है और कहा है कि अगर पार्थ चटर्जी दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ पार्टी कार्रवाई करेगी। हालांकि अभी वह मंत्री पद से नहीं हटाए जाएंगे।