जलवायु परिवर्तन से निपटने में नहीं आएगी दिक्कत -सीईओ अमिताभ कांत
लखनऊ नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने उत्तर प्रदेश जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों का ही परिणाम है अत्यधिक गर्मी अत्यधिक ठंडी अनियमित बारिश विश्व बैंक की रिपोर्ट बताती है कि जलवायु परिवर्तन प्राकृतिक इकोसिस्टम को प्रभावित कर रहा है वैश्विक तापमान में बढ़ोतरी को डेढ़ डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखना बेहद जरूरी है वह सम्मेलन को वर्चुअल संबोधित कर रहे थे नीति आयोग के सीईओ ने कहा इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को देना होगा बढ़ावा अगले 2 साल में दिखेंगे बहुत आमूलचूल बदलाव जलवायु परिवर्तन के बारे में समाज को भी जागरूक करने के लिए अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कहा कि सरकार अकेले कुछ नहीं कर सकती इससे समाज का जुड़ा होना बेहद जरूरी है समाज को जोड़ने में मीडिया की भी भूमिका की सराहना की अमीर और गरीब दोनों देशों की पृथ्वी के इस प्रबंधन में समान हिस्सेदारी है नौकरशाहों या कोई अन्य सभी पर जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव समान रूप से पढ़ते हैं सभी एक ही हवा में सांस लेते हैं जलवायु परिवर्तन की जागरूकता में मीडिया की भूमिका पर आयोजित सत्र में कई पत्रकारों ने भी अपने विचार रखे अब हर साल होगा जलवायु परिवर्तन सम्मेलन और इसे अभियान के तौर पर लेने की जरूरत है आने वाले समय में हम इलेक्ट्रिक वाहनों पर तेजी से काम करेंगे जिससे बहुत हद तक जलवायु परिवर्तन से निपटने में आसानी होगी