चुनाव तिथि नजदीक आती जा रही है। गोंडा के लिए प्रजातंत्र का महापर्व 27 फरवरी को निश्चित हो गया है। सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने प्रत्याशी के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती हैं। अधिवक्ता समाज का एक विशेष अंग है। ऐसे चुनावी माहौल में अधिवक्ताओं का पक्ष समाज के लिए एक मार्ग दर्शन हो सकता है। ऐसे में गोंडा में अधिवक्ताओं ने अपने अलग अलग विचार व्यक्त किए है। अधिकांश अधिवक्ताओं के लिए विकास ही आगामी चुनाव के लिए मुख्य मुद्दा है। गोंडा के अधिवक्ताओं ने विकास को ही माना मुख्य मुद्दा।
चुनाव तिथि नजदीक आती जा रही है।गोण्डा के लिए प्रजातंत्र का महापर्व 27 फरवरी को निश्चित हो गया है।सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने प्रत्याशी के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ना चाहती है।अधिवक्ता समूह समाज का एक विशेष अंग है। अधिवक्ताओं का कहना है कि किसी भी पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में अधिवक्ता हित को नही रखा,किसकी बनेगी सरकार के प्रश्न पर कुछ ने कहा कि हमारा मुद्दा तो राष्ट्रवाद होगा,कुछ ने चुनाव के मैदान लड़ने वाले सभी को नकार दिया कि कोई प्रत्याशी ठीक नही है।