
गोंडा – हाल ही में एक अधिकारी का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद मामला गरमा गया है। आरोप है कि अपनी छवि सुधारने और सच्चाई पर पर्दा डालने के लिए इस अधिकारी ने एक तथाकथित व्यक्ति को ₹50,000 देकर खरीद लिया। अब यह व्यक्ति सोशल मीडिया पर लगातार झूठा प्रचार कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही खबरों का असली मकसद संभ्रांत व्यक्तियों की छवि धूमिल करना है। 9 महीने पुराने एक आदेश को तोड़-मरोड़कर इस तरह पेश किया जा रहा है कि लोगों को भ्रमित किया जा सके। दिलचस्प यह है कि कभी इसी जमीन को पट्टे की भूमि बताया जाता है, तो कभी इसे ग्राम सभा और बंजर भूमि कहकर प्रचारित किया जा रहा है। विरोधाभास से भरी इन खबरों को देखकर लोग भी हैरान हैं और समझ रहे हैं कि यह तथाकथित व्यक्ति सिर्फ कॉपी-पेस्ट कर झूठ फैलाने में लगा हुआ है।
रिक्शा से नशे के धंधे तक की काली कमाई

सूत्रों के मुताबिक, यह तथाकथित व्यक्ति पहले रिक्शा चलाकर अपना गुजारा करता था, लेकिन अब यह नशे के व्यापार में भी शामिल हो चुका है। एक दुकान की आड़ में युवाओं को नशे की लत लगाने का धंधा चला रहा है। कुछ महीने पहले इस व्यक्ति के साढ़ू को बाहरी जिले की पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जहां वह काफी दिनों तक बंद रहा। बताया जाता है कि तथाकथित व्यक्ति उससे जेल में मिलने जाता था और वहीं से जल्दी अमीर बनने की तरकीबें सीखकर खुद भी नशे के धंधे में उतर आया।
हर कुछ महीने में ठिकाना बदलकर कर रहा काला कारोबार
सूत्रों का कहना है कि पिछले चार-पांच महीनों में यह तथाकथित व्यक्ति चार बार अपना ठिकाना बदल चुका है और लगातार नशे का व्यापार संचालित कर रहा है।
फिलहाल, सोशल मीडिया पर झूठी और भ्रामक खबरें फैलाने को लेकर एक संभ्रांत व्यक्ति जल्द ही मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।