थाना को0देहात क्षेत्रान्तर्गत गोलीकाण्ड की घटना का सफल अनावरण, पीड़ित ही निकला मुख्य साजिशकर्ता, अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर विपक्षी को फंसाने की रची थी साजिश, घटना में प्रयुक्त पिस्टल मय कारतूस बरामद
थाना को0देहात जनपद मीरजापुर पर दिनांकः 16.07.2023 को वादी रामरूप मिश्रा पुत्र लक्ष्मी शंकर मिश्रा निवासी पठानपट्टी थाना को0देहात जनपद मीरजापुर द्वारा 01 नामजद एवं 04 अज्ञात अभियुक्तों के विरूद्ध लिखित तहरीर बावत वादी के पुत्र शुभम मिश्रा को जान से मारने की नियत से गोली चलाने तथा गोली शुभम के बाये कन्धे में लगने के सम्बन्ध में दी गयी थी । दी गयी तहरीर के आधार पर थाना को0देहात पर मु0अ0सं0-150/2023 धारा 307,147,148,149,504 भादवि पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी ।
पुलिस अधीक्षक मीरजापुर “संतोष कुमार मिश्रा” द्वारा उक्त घटना को गंभीरता पूर्वक लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी सदर के नेतृत्व में उपरोक्त घटना के सफल अनावरण एवं घटना से सम्बन्धित अभियुक्तों की यथाशीघ्र गिरफ्तारी तथा बरामदगी करने हेतु प्रभारी निरीक्षक को0देहात को निर्देश दिए गये । उक्त निर्देश के अनुक्रम में आज दिनांकः 30.07.2023 को थाना को0देहात पुलिस, स्वाट/सर्विलांस एवं एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा सुरागरसी-पतारसी एवं भौतिक/इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलित करते हुए यह तथ्य प्रकाश में आया कि पीड़ित शुभम मिश्रा व उसका साथी विकास तिवारी व अन्य दो साथियों के साथ मिलकर साजिश के तहत खुद को गोली मारकर कर विपक्षी को फर्जी मुकदमें में फसाना चाहते थे । उक्त घटना में साक्ष्य संकलन के आधार पर प्रकाश में आये 02 अभियुक्त 1. शुभम मिश्रा पुत्र रामरूप मिश्रा निवासी पठानपट्टी थाना को0देहात जनपद मीरजापुर व 2. विकास तिवारी पुत्र भोला तिवारी निवासी देवरी थाना पड़री जनपद मीरजापुर को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त 32 बोर पिस्टल, 02 अदद 32 बोर जिन्दा कारतूस एवं 01 अदद खोखा कारतूस घटना स्थल से बरामद किया गया । उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना को0देहात पर मुकदमा उपरोक्त में अन्तर्गत धारा 307,182,193,211 भादवि व 3/25/27/35 आयुध अधिनियम में गिरफ्तारी व बरामदगी करते हुए विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेजा गया ।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पुछताछ में बताया गया कि विपक्षी को फर्जी मामले में फसाने के नियत से हम लोगो द्वारा योजना बनाकर साजिश रची गयी थी । विकास तिवारी तथा शुभम मिश्रा द्वारा अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर शुभम मिश्रा के बाये कन्धे पर गोली लगने का निशान बनाया गया था उसके बाद शुभम को अकेला छोड़कर वहाँ से दूर हट गये थे । आरोप यह लगाया गया था कि पाँच लोगो द्वारा जान से मारने की नीयत से गोली चलायी गयी थी । घटना में प्रयुक्त पिस्टर व कारतूस को घटना स्थल पर ही झाड़ियों में छिपाकर रखे थे ।
निर्मल दुबे ब्यूरो प्रमुख मिर्जापुर उत्तर प्रदेश