उत्तरप्रदेशगाज़ियाबाददेश-विदेशलखनऊ
Trending

चार मिनट में एक की जान ले रहा स्ट्रोक….. पढ़ें और समझें क्यों?

एम्स दिल्ली का अध्ययन , 38 फीसदी मरीजों की समय से लक्षण नहीं पहचानने के कारण मौत

नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। ब्रेन स्ट्रोक या लकवा भारत में होने वाली मौतों की सबसे बड़ी वजह है। देश में हर चार मिनट में एक व्यक्ति स्ट्रोक से जान गंवाता है। एम्स की न्यूरोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर मंजरी त्रिपाठी का कहना है कि समय पर स्ट्रोक के लक्षण पहचान कर मरीज को चिकित्सा उपलब्ध कराना लोगों की जान बचा सकता है। एम्स दिल्ली के एक हालिया अध्ययन में दावा किया गया है कि ब्रेन स्ट्रोक और दिल का दौरा पड़ने से जान गंवाने वाले लगभग 90 फीसदी मरीज ऐसे थे जो सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाए। 38 फीसदी मरीजों की मौत इसलिए हुई कि उनके परिजन समय से उनके लक्षण नहीं समझ पाए। या फिर मामले की गंभीरता को कम आंका और सही समय पर सही अस्पताल नहीं पहुंच सके। एम्स दिल्ली के शोधकर्ताओं ने ब्रेन स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने की वजह से जान गंवाने वाले 435 मरीजों के घर जाकर यह जानकारी जुटाई।

प्रदूषण का असर

बर्कले अर्थ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में 21.6 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर के पीएम 2.5 प्रदूषकों में सांस लेना एक सिगरेट पीने के बराबर है।

पहचानें लक्षण

● अचानक शरीर के एक हिस्से, चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नपन या कमजोरी

● भ्रमित हो जाना, चक्कर आना

● बोलने, देखने में दिक्कत

● शारीरिक संतुलन खो जाना

● चलने में दिक्कत आना

● अकारण तेज और गंभीर सिरदर्द

● अचानक निगलने में कठिनाई

● चेहरे की मांसपेशियां गिरना

ये बड़ी वजह

रक्तचाप नियंत्रित न होना, जंकफूड, खराब तेल, दिल की बीमारियां, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया

ब्रेन स्ट्रोक में जरूरी है कि मरीज एक-दो घंटे में अस्पताल पहुंच जाए। देरी से कई बार जान भी चली जाती है। – प्रो. मंजरी त्रिपाठी, एम्स

एडेड कॉलेज के शिक्षकों के ऑनलाइन तबादले का है नियम

नियम दरकिनार, सत्रह तबादले को साहब तैयार 

संयुक्त शिक्षा निदेशक और डीआईओएस को जारी किया निर्देश

प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। प्रदेश के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों के तबादले के कायदे-कानून दरकिनार कर एक बार फिर चहेते शिक्षकों के मनमाने ऑफलाइन ट्रांसफर की तैयारी शुरू हो गई है। तबादले की प्रक्रिया नियमत स्कूल स्तर से शुरू होती है लेकिन इसके उलट शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों से 17 शिक्षकों के एकल स्थानान्तरण का प्रस्ताव और संस्तुति भेजने के निर्देश दिए हैं।शासन में बैठे अधिकारियों ने छह सितंबर को 11, 21 सितंबर को एक और चार अक्तूबर को चार ‘वीआईपी’ अध्यापकों के ट्रांसफर की फाइल मंगवाने के लिए खुद ही शिक्षा निदेशालय को निर्देश दिया है। जिसके अनुपालन में शिक्षा निदेशालय में उप शिक्षा निदेशक रामचेत ने 25 अक्तूबर को इन 16 शिक्षकों समेत कुल 17 ट्रांसफर की फाइल व प्रस्ताव मंगाने के लिए संबंधित जेडी और डीआईओएस को निर्देश जारी किया है। वैसे तो प्रधानाचार्यों-शिक्षकों के तबादले के लिए ऑनलाइन व्यवस्था है लेकिन विशेष परिस्थितियों में ऑफलाइन स्थानान्तरण का अधिकार शासन में निहित है। उसके लिए शिक्षक को लंबी-चौड़ी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। पहले तो उन्हें दोनों संस्थाओं के प्रबंधकों से एनओसी लेनी पड़ती है। उसके बाद दोनों जिलों के डीआईओएस, दोनों मंडल के जेडी अपनी संस्तुति के साथ अग्रसारित करते हैं।अंत में अपर शिक्षा निदेशक माध्यमिक तबादले की मंजूरी देते हैं। उसके लिए भी समय निर्धारित है और मध्य सत्र में तबादले नहीं होते। लेकिन एक तो मध्य सत्र में तबादले हो रहे हैं उस पर शिक्षकों से आवेदन लेने के बजाय सीधे अफसरों से संस्तुति मांगी जा रही है।

एडेड माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों के ट्रांसफर में अंधेरगर्दी चल रही है। कानून की उल्टी गंगा बह रही है। बड़ी सिफारिश के बिना ट्रांसफर संभव नहीं है। यह सरकार पिछले सात वर्ष में एक न्याय संगत और पारदर्शी ट्रांसफर की व्यवस्था बनाने में विफल रही है।

लालमणि द्विवेदी, प्रदेश महामंत्री, माध्यमिक शिक्षक संघ (ठकुराई गुट)

काउंसलिंग से होगी अब मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टरों की तैनाती

राजकुमार शर्मा लखनऊ। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में पहली बार ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। यह व्यवस्था पीजी करने के बाद दो साल के लिए मेडिकल कॉलेज में तैनाती पाने वाले सीनियर रेजीडेंटों के लिए की जा रही है।चिकित्सा शिक्षा विभाग इसके लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है। नए सॉफ्टवेयर की टेस्टिंग होते ही काउंसलिंग की तिथि घोषित की जाएगी। हालांकि इस प्रक्रिया के चलते इस बार डॉक्टरों की तैनाती में थोड़ा विलंब भी हुआ है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों से पीजी करने वाले छात्रों को दो साल सरकारी क्षेत्र में सेवा देनी होती है। इसके लिए बांड भरवाया जाता है। बांड की शर्त न मानने वालों से एक करोड़ रुपये वसूले जाने की व्यवस्था है। दरअसल, पीजी पूरी होने के तीन महीने के भीतर संबंधित डॉक्टर को सीनियर रेजीडेंट के रूप में मेडिकल कॉलेज में तैनाती देनी होती है। अभी तक मेरिट के अनुसार मेनुअल आधार पर ऐसा किया जाता था। मगर अब प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी बनाने की तैयारी है।प्रदेश के मेडिकल कॉलेज से पीजी करने वाले तकरीबन 1000 डॉक्टरों को जल्द ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए मेडिकल कॉलेजों में तैनाती दी जाएगी। मेरिट वही मानी जाएगी, जो उनके पीजी में प्रवेश के समय थी।

सर्वोदय विद्यालयों में अंग्रेजी साक्षरता प्रोग्राम हुआ 

लखनऊ। प्रदेश में स्थित कुल 105 जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भी धारा प्रवाह अंग्रेजी बोल सकें, इसके लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। अशोक फैलो लीप फॉरवर्ड संस्था की ओर से अंग्रेजी साक्षरता प्रोग्राम सम्पन्न हुए।

जनवरी तक 18 साल वालों के लिए वोटर बनने का मौका 

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। एक जनवरी को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को वोटर बनाने के लिए विशेष अभियान चलेगा। लखनऊ विश्वविद्यलय के राधा कमल सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार ने संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान की औपचारिक शुरुआत की।इस मौके पर उन्होंने अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी रत्नेश सिंह और कुलपति आलोक राय के साथ मां सरस्वती की फोटो पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्जवलित किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि एक जनवरी 2024 को मतदाता बनने की आयु पूरी कर रहे युवाओं को जोड़ने केलिए ऑनलाइन माध्यम से विशेष अभियान चलेगा। संक्षिप्त पुनरीक्षण नौ दिसम्बर तक चलना है। इस दौरान मतदाता सूची में पात्र, छूटे हुए तथा युवा मतदाताओं को जोड़ा जाएगा। मतदाता सूची का शुक्रवार को ड्राफ्ट प्रकाशित कर दिया गया है। अभियान पूरा होने के बाद 05 जनवरी को सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। पुनरीक्षण से पहले ही छह हजार आवेदन आ गए। यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन करना चाहता है तो मोबाइल पर वोटर हेल्पलाइन ऐप डाउनलोड कर आवेदन कर सकते हैं।

फोटो बदल कर परीक्षा देते साल्वर पकड़ा गया 

बाराबंकी। उत्तर प्रदेश सब आर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन (यूपीएसएसएससी) द्वारा शनिवार को आयोजित प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) 2023 में परीक्षा केंद्र श्री सांई इंटर कालेज लखपेड़ाबाग में दूसरी पारी में साल्वर पकड़ा गया।आरोपी बिहार प्रांत का है। केंद्र व्यवस्थापक ने परीक्षार्थी व साल्वर के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। उधर दो पारियों में 12 केंद्रों पर हुई परीक्षा में 4293 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पीईटी परीक्षा के लिए बनाए गए केंद्र श्री सांई इंटर कालेज लखपेड़ाबाग में दूसरी पारी में परीक्षा शाम तीन बजे शुरू हुई।परीक्षार्थियों के आंखों की आइरिस की जांच करने वाली टीम ने जांच पूरी कर डाटा मिलान करने लगी। अनुक्रमांक 00718820 पर परीक्षार्थी शाविंद्र प्रजापति पुत्र सदा बृज प्रजापति निवासी भैसासुर कोतवाली अहिरौला जिला आजमगढ़ की आंख की आइरिस का डाटा मिसमैच हो गया। जिससे हड़कंप मच गया। इस सूचना पर मौके पर पुलिस व परीक्षा से जुड़े अधिकारी मौके पर पहुंच गए। अनुक्रमांक 00718820 पर परीक्षा दे रहे युवक से जांच पड़ताल शुरू की गई। उसकी बायो मैट्रिक जांच की गई। आधार का सत्यापन किया गया। जिससे परीक्षा दे रहे युवक के साल्वर होने की पुष्टि हुई। आरोपी प्रवेश पत्र पर फोटो बदल कर परीक्षा दे रहा था।

प्रधानाध्यापक समेत 34 का वेतन काटा 

रायबरेली। विद्यालय से अनुपस्थित पाए जाने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जिले के तीन हेडमास्टर,सात शिक्षकों 15 शिक्षामित्रों, आठ अनुदेशकों के साथ एक चपरासी का एक दिन का मानदेय, वेतन रोकते हुए तीन दिन के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है। प्रेरणा पोर्टल पर जांच में पाए जाने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने राकेश कुमार शशांक गौरव, तन्वी त्रिपाठी, अजय कुमार वर्मा, राम सजीवन, शशिकांत वर्मा, श्रीराम वंदना साहू, मोहनलाल का एक दिन का मानदेय रोकते हुए बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह सभी से तीन दिन के अंदर लापरवाही का स्पष्टीकरण मांगा है।

विदेश में नौकरी का झांसा देकर 15 बेरोजगारों से ठगी, केस दर्ज

वीजा व फ्लाइट का टिकट न मिलने पर हुई ठगी की जानकारी, पुलिस से शिकायत
 
बाराबंकी। सउदी अरब के मक्का में हज यात्रियों की सेवा करने की नौकरी का झांसा देकर मुम्बई में रहने वाले जालसाज ने 15 युवाओं से ढाई लाख रुपये ले लिया। समय से वीजा व फ्लाइट का टिकट न मिलने पर युवकों ने उससे बात की, लेकिन वह टालमटोल कराने लगा। ठगी की जानकारी होने पीड़ित ने फतेहपुर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

हाजियों की सेवा की नौकरी का दिया था झांसा

फतेहपुर थाना के मिठवारा गांव निवासी मो. इरफान पुत्र स्व. मो. हबीब ने बताया कि वह 2018 में सऊदी अरब गया था। तभी उसकी पहचान वसीम करीम मोमिन निवासी सलामतपुरा थाना भिवंडी मुंबई महाराष्ट्र से हुई थी। उसने बताया कि था वह मुम्बई का रहने वाला है। हज यात्रा शुरू होने से पहले उसने वसीम से सम्पर्क किया था। उसने सउदी अरब के मक्का में हज यात्रा पर आने वाले हाजियों की सेवा करने की नौकरी दिलाने का वादा किया था। पीड़ित ने बताया कि वसीम ने बताया था तीन माह की नौकरी है। इसमें हर माह करीब 12 सौ रियाल मिलेंगे। रहना खाना फ्री होगा।पीड़ित इरफान ने बताया कि वसीम ने यह नौकरी दिलाने के लिए 45 हजार रुपये की डिमांड की थी। इसमें 20 हजार रुपये एडवांस था। पीड़ित ने बताया कि उसने सोचा कि तीन माह की नौकरी में वहां उसकी पहचान हो जाएगी। कुछ पैसे भी मिल जाएंगे। घूमना भी हो जाएगा। जियारत भी हो जाएगी और दूसरों की सेवा करने का अवसर भी मिलेगा। यह बाते उसने अपने साथियों सिराजुद्दीन, मो. फारूक, मो. आरिफ, मो. फुरकान, वाहिद, मो. मोबिन, क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के शफी अहमद के साथ सीतापुर जनपद के मानापुर गांव निवासी जियाउल रहमान, मो. अलीम, मो. शाकिब, इमामुद्दीन, मो. शारिक, मो हाकिल व पेतैपुर गांव के मो. वसी आदि को बताई। जिससे वह सभी सउदी जाने के लिए तैयार हो गए। पीड़ित ने बताया कि उसने अपने 14 दोस्तों से पैसे लेकर ढाई लाख रुपये फोन पे के माध्मय से वसीम को भेजे थे।

मुम्बई तक खोजा नहीं मिला जालसाज

पीड़ित इरफान ने बताय कि वसीम द्वारा समय से वीजा व हवाई जहाज का टिकट नहीं दिया गया। इस पर ठगी का शक हुआ। फोन पर बात हुई तो वसीम टालमटोल करने लगा। पीड़ित ने बताया कि वह वसीम की तलाश में मुम्बई गया। वहां फोन कर उसकी लोकेशन पूछी तो वह अब फोन नहीं उठा रहा है। जिससे वह वापस लौट आया। पीड़ित ने बताया कि अब उसके साथी पैसे के लिए उस पर दबाव बना रहे हैं। पीड़ित की तहरीर पर फतेहपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।

पदोन्नति के लिए बीईओ से मांगी रिपोर्ट

प्रयागराज। परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में कार्यरत सहायक अध्यापकों की पदोन्नति के लिए खंड शिक्षाधिकारियों (बीईओ) से रिपोर्ट मांगी गई है। बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने सभी बीईओ से शिक्षकों से आपत्ति प्राप्त करते हुए साक्ष्य के साथ रिपोर्ट रविवार को चार बजे तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही पदोन्नति सूची में शामिल शिक्षकों की पांच वर्ष की गोपनीय आख्या आदि की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं ताकि 30 अक्तूबर तक आपत्तियों का निस्तारण और आठ नवंबर तक पदोन्नति की कार्यवाही पूरी हो सके।

जनवरी में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर देशव्यापी हड़ताल: शिव गोपाल

लखनऊ।चारबाग रेलवे स्टेडियम में नार्दर्न रेलवे मेंस यूनियन के हीरक जयंती वार्षिक अधिवेशन के अंतिम दिन मुख्य अतिथि रहे राज्य सभा सदस्य डा.दिनेश शर्मा ने कहा कि मैं पहले लखनऊ का था और अब दिल्ली का हो गया हूं। मैं घोषणा करने लायक नहीं हूं, लेकिन मैं आपका डाकिया बनकर आया हूं और आपकी बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचा दूं। मुझे विश्वास है कि केंद्र सरकार आपकी मांगों पर सार्थक निर्णय लेगी।इससे पहले यूनियन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्र ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अपनी मांग को स्पष्ट किया और कहा कि यह मुद्दा वर्तमान समय में सबसे बड़ा है। पुरानी पेंशन बहाली को लेकर रेलवे कर्मचारी की ओर से चरणबद्ध अभियान चलाया जाएगा। रेलवे कर्मचारी एक से 15 नवंबर तक लखनऊ सहित देश भर के सभी स्टेशनों पर जनजागरण अभियान चलाएंगे। जनवरी में पुरानी पेंशन बहाली को लेकर देशव्यापी हड़ताल की जाएगी। इससे पहले नौ नवंबर को मुंबई में होने वाले आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के राष्ट्रीय अधिवेशन में रूपरेखा तय की जाएगी।

यूपी, पंजाब, हरियाणा व जम्मू से पहुंचे रेलकर्मी

यूपी के अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और जम्मू कश्मीर से रेलकर्मी शामिल हुए। महाप्रबंधक शोभुन चौधरी, डीआरएम डा. मनीष थपल्या, एनआरएमयू अध्यक्ष एसके त्यागी, जया अग्रवाल, प्रवीना सिंह आदि रहे।

दिल्ली आंदोलन के बाद बनी उच्च स्तरीय कमेटी

दिल्ली में कर्मचारियों के आंदोलन के बाद एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई गई। कमेटी भी पुरानी पेंशन बहाली में अवरोध ही उत्पन्न कर रही है। कर्मचारियों को हड़ताल के लिए 21 व 22 नवंबर को गुप्त मतदान भी होगा।

परिषदीय विद्यालयों की वार्षिक परीक्षाएं मार्च में होंगी

मैनपुरी।बेसिक शिक्षा परिषद ने शैक्षिक सत्र 2023-24 की वार्षिक परीक्षाओं की तारीखें घोषित कर दी हैं। मूल्यांकन की समय सारिणी भी जारी की गई है। परिषदीय स्कूलों में कक्षा एक से 8 तक की वार्षिक परीक्षाएं 26 फरवरी से शुरू होंगी। इन परीक्षाओं का रिपोर्ट कार्ड 26 मार्च को जारी किया जाएगा।शासन ने वार्षिक परीक्षाओं की जो समय सारिणी तय की है उसके तहत 26 फरवरी को परीक्षाएं कराने की घोषणा होगी। 4 मार्च तक जिला स्तर पर प्रश्नपत्रों का निर्माण और छपाई कराई जाएगी। 8 मार्च तक खंड शिक्षाधिकारी प्रश्नपत्रों का वितरण स्कूलों में कराएंगे, 11 मार्च से 15 मार्च तक वार्षिक गृह परीक्षाएं कराई जाएंगी। 20 मार्च तक परीक्षाफल तैयार होगा और 26 मार्च 2024 को परीक्षाफल वितरित किया जाएगा। वार्षिक परीक्षाएं पहली पाली में 9:30 बजे से 11:30 बजे तक, द्वितीय पाली में 12:30 बजे से 2:30 बजे तक 11 मार्च से होंगी। कक्षा एक की परीक्षा मौखिक होगी कक्षा 2 से कक्षा 5 तक की परीक्षा लिखित और मौखिक कराई जाएगी।

शिकंजा : UPSSSC पीईटी में दूसरे के स्थान परीक्षा देते 38 सॉल्वर पकड़े गए

विशेष संवाददाता,लखनऊ।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा शनिवार को आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) के पहले दिन दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए 38 साल्वरों को पकड़ा गया। इसके अलावा ब्लूटूथ के सहारे नकल करते हुए दो को पकड़ा गया। इनके खिलाफ संबंधित जिलों में एफआईआर दर्ज कराते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है। पहले दिन की परीक्षा में 62 फीसदी परीक्षार्थी शामिल हुए और 38 फीसदी ने परीक्षा छोड़ दी। प्रदेश के 35 जिलों में रविवार को भी परीक्षा दो पालियों में होगी।आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार के मुताबिक परीक्षा के दौरान नकलचियों और सॉल्वर पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित फेशियल रिकॉग्निशन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है। आयोग कार्यालय से प्रदेश के सभी केंद्रों पर नजर भी रखी जा रही है। परीक्षा के दौरान अलीगढ़ में पांच, बस्ती दो, बुलंदशहर दो, देवरिया चार, गौतमबुद्धनगर दो, गाजियाबाद दो, कानपुर नगर दो, लखनऊ दो, प्रयागराज छह, उन्नाव दो, वाराणसी सात, सुलतानपुर व बाराबंकी में एक-एक सॉल्वर पकड़े गए हैं। पहली पाली में 20 और दूसरी पाली में 18 को पकड़ा गया है।प्रयागराज में रानी रेवती देवी इंटर कॉलेज से सॉल्वर मुकेश यादव व तेलियरगंज केंद्र से सॉल्वर जैकी को पकड़ा गया। बाद में परीक्षार्थी आशीष को भी पकड़ लिया गया, जिसकी जगह जैकी परीक्षा दे रहा था। अलीगढ़ में ज्ञान महाविद्यालय, इंडियन पब्लिक स्कूल व सरस्वती महाविद्यालय में सॉल्वर पकड़े गए। बुलंदशहर में बायोमीट्रिक से एक संदिग्ध परीक्षार्थी को पकड़ा गया। छत्रपति शिवाजी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में फोटो मिलान के दौरान अलीगढ़ के छात्र नितिन चौधरी को पकड़ा गया।परीक्षा दो पालियों में 35 जनपदों के 1058 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित की गयी। परीक्षा के लिए अंतिम रूप से कुल 20,07,533 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र जारी किए गए, जिसमें से आज दोनों पालियों में पंजीकृत कुल 10,03,768 में से 6,27, 541 (62.5%) अभ्यर्थी उपस्थित रहे तथा 376227 (37.5%) अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। 

15 हजार आउटसोर्सिंग कर्मियों का आठ साल से नहीं बढ़ा वेतन

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ सरकारी अस्पताल और मेडिकल संस्थानों में तैनात 15 हजार से अधिक कर्मचारियों को आठ साल से वेतन नहीं बढ़ा है। कर्मचारी वेतन बढ़ाने के लिए लगातार मुख्यमंत्री से लेकर अधिकारियों के पास भटक रहे हैं। वेतन बढ़ोत्तरी की फरियाद की फिर भी सुनवाई नहीं हो रही है।केजीएमयू, लोहिया, पीजीआई, कैंसर संस्थान, बलरामपुर, सिविल, लोकबंधु समेत अन्य अस्पतालों में 15 हजार आटसोर्सिंग कर्मचारी तैनात हैं। इसमें नर्सिंग, लैब टेक्नीशियन, ओटी, एक्सरे, वार्ड ब्वॉय कम्प्यूटर ऑपरेटर, सोशल वर्कर समेत अन्य संवर्ग के कर्मचारी शामिल हैं। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का वेतन आठ साल पहले तय हुआ था, जिन्हें आठ से 18 हजार रुपये प्रतिमाह वेतन मिल रहा है।

मुख्यमंत्री के आदेश पर भी अमल नहीं

आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ महामंत्री सच्चितानंद मिश्र ने कहा कि सीएम के निर्देश पर 20 अप्रैल को केजीएमयू, लोहिया, कैंसर संस्थान और पीजीआई के अफसरों की कमेटी गठित हुई। कमेटी ने वेतन संबंधित सिफारिशें शासन को सौंप दी। तबसे फाइल शासन में अटकी है। संघ ने कमेटी की सिफारिशों को जल्द लागू करने की मांग की है। संघ अध्यक्ष रितेश मल का कहना है कि अफसर जान बूझकर मामला लटका रहे हैं। सीएम के आदेश का पालन ठीक से नहीं हो रहा है। इससे कर्मचारियों में खासी निराशा है। यही वजह है कि आठ साल बाद भी कर्मचारियों को एक जैसा वेतन ही मिल रहा है, जबकि महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है।

आयुष का लक्ष्य भारतीय चिकित्सा प्रणाली के शैक्षिक मानकों को उन्नत करना

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ:आयुष का लक्ष्य देश में भारतीय चिकित्सा प्रणाली और होम्योपैथी कॉलेजों के शैक्षिक मानकों को उन्नत करना है। इसके लिए मौजूदा अनुसंधान संस्थानों को मजबूत करना और बीमारियों पर समयबद्ध अनुसंधान कार्यक्रम सुनिश्चित करना है। यह बात प्रमुख सचिव आयुष लीना जौहरी ने कही। वह शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पीएचडीसीसीआई के यूपी चैप्टर की ओर से दो दिवसीय यूपी मेडिकल टूरिज्म एवं फार्मा एक्सपो एवं समिट को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र भी एक प्रमुख रोजगार क्षेत्र है, जिसमें रोजगार सृजन की महत्वपूर्ण संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि आयुष सोसायटी पहले से ही आयुष अस्पतालों के उन्नयन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर आयुष सुविधाओं के सह-स्थान के माध्यम से सार्वभौमिक पहुंच के साथ लागत प्रभावी आयुष सेवाएं प्रदान कर रही है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जीएन सिंह ने कहा कि यूपी में मेडिकल टूरिज्म (एमटी) हब के रूप में तेजी से बढ़ रहा है। बेहतर कनेक्टिविटी और आधुनिक सुविधाओं से पश्चिमी देशों की तुलना में मरीजों को यूपी में सस्ता इलाज मिल रहा है। यही वजह है कि विदेशी मरीज चिकित्सा संस्थानों में पहुंचकर अपना इलाज करा रहे हैं। कार्यक्रम में मॉरीशस उच्चायोग के उच्चायुक्त हेमंडोयल डिलम, डॉ. सुरेंद्र थापा, मिशन के उप प्रमुख, नेपाल दूतावास, कॉनराड नाना कोजो असिदु, काउंसलर- व्यापार, संस्कृति और पर्यटन, घाना गणराज्य के उच्चायोग, डी. जिमतोला कोडजिनन, प्रथम सचिव, चाड दूतावास, होडाबालू टोकिनाÏ, वित्तीय अताशे-वाणिज्यिक व्यापार और व्यवसाय से संबंधित मामले, टोगो के उच्चायोग, यूपीएमटी और पीई के सम्मेलन अध्यक्ष आशुतोष सोती सहित कई लोग मौजूद थे।

एलयू में इंटर्नशिप सर्टिफिकेट न देने पर माने जाएंगे अनुपस्थित

लखनऊ, संवाददाता।लखनऊ विश्वविद्यालय व संबद्ध कॉलेजों में अध्ययनरत स्नातक पांचवे सेमेस्टर के छात्रों को रिजल्ट निकलने से पहले अपने विभागों व कॉलेजों में इंटर्नशिप सर्टिफिकेट जमा करना होगा। जिससे इस विषय के नंबर कॉलेज या विभाग रिजल्ट निकलने से पहले परीक्षा विभाग को उपलब्ध करा दें। समय पर नंबर मुहैया न कराने की स्थिति में छात्रों की मार्कशीट में अनुपस्थित लिखा रहेगा।एलयू में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी) के तहत यूजी पांचवे सेमेस्टर के विद्यार्थियों को 100 अंकों का इंटर्नशिप विषय पर वाइवा होगा। इसमें छात्रों को 75 अंक उनके इंटर्नशिप की परफार्मेंस और 25 अंक सवाल-जवाब के आधार पर दिए जाने का प्रावधान है। जिसके लिए आंतरिक व बाहरी परीक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी। परीक्षकों द्वारा दिए गए अंकों को एलयू के विभागों और कॉलेजों को परीक्षा विभाग के पोर्टल पर रिजल्ट निकलने से पहले अपलोड करना होगा। अन्यथा छात्रों के परीक्षा परिणामों में उन्हें इंटर्नशिप विषय में अनुपस्थित कर दिया जाएगा। इसके लिए परीक्षा विभाग की ओर से सभी विभागों व कॉलेजों को औपचारिक निर्देश जारी किए जा चुके हैं।

आरडीएसओ में 290 कर्मियों को डीआरएम ने नियुक्ति पत्र बांटे

हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ:मिशन रिक्रूटमेंट के तहत पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन की ओर से आरडीएसओ प्रेक्षागृह में शनिवार को रोजगार मेला लगा। इसमें 290 कर्मियों को डीआरएम आदित्य कुमार ने नियुक्तिपत्र प्रदान किए।दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार मेला के मुख्य कार्यक्रम स्थल नई दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देशभर के 51,000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्तिपत्र वितरण कार्यक्रम का शुभारम्‍भ किया। इस मौके पर आरडीएसओ प्रेक्षागृह में आयोजित रोजगार मेले में डीआरएम आदित्य कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मिशन रिक्रूटमेंट के तहत दस लाख कर्मियों के लिए भर्ती अभियान के क्रम में आयोजन हुआ। डीआरएम ने कार्यक्रम में आए रेलवे में 66, मॉडर्न कोच फैक्टरी में नौ, एनसीसी में छह, पोस्टल में 14, बैकिंग सेवाओं में 170, उच्च शिक्षा में छह व गृह मंत्रालय में 19 सहित कुल 290 नवनियुक्त को नियुक्तिपत्र प्रदान किए। इसमें स्टेशन मास्टर, लिपिक, प्रवर टी.सी, बुकिंग क्लर्क, टेक्नीशियन, हेल्पर, कैडेट कोर्डिनेटर, हेड कांसटेबल, डाक सहायक आदि पदों के नवनियुक्त अभ्यर्थी आदि शामिल रहे। इस मौके पर एडीआरएम विक्रम कुमार व राजीव कुमार भी मौजूद रहे।

पीईटी में पांच सॉल्वर समेत छह गिरफ्तार

प्रयागराज, संवाददाता।जिले में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में शनिवार को दोनों पालियों में पांच सॉल्वर समेत छह आरोपी पकड़े गए हैं। परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है।पीईटी में शनिवार को पहली पाली की परीक्षा में दो सॉल्वर समेत तीन लोग पकड़े गए। रानी रेवती इंटर कॉलेज सिविल लाइंस में एक परीक्षार्थी पर बायोमिट्रिक जांच में फिंगर प्रिंट मिलान न होने पर शक हुआ। उसके पास आधार कार्ड भी फर्जी मिला। उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह उमेश यादव के स्थान पर परीक्षा दे रहा है। उसका नाम प्रमोद कुमार है और वह महेंद्रु घाट, पटना बिहार का रहने वाला है। इसी क्रम में शिवकुटी के सरस्वती विद्या मंदिर में आशीष कुमार यादव के स्थान पर जैकी कुमार शर्मा निवासी राजपूताना मोहल्ला डिहरी, डेहरी, रोहतास बिहार परीक्षा दे रहा था। शिवकुटी पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। पुलिस ने केंद्र के बाहर से आशीष कुमार यादव को भी दबोच लिया गया।वहीं दूसरी पाली में अटाला के मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में रविंद्र कुमार यादव निवासी सहरसा, बिहार को पकड़ा गया। वह विनोद मौर्य के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। कर्नलगंज के भारत स्काउट एंड गाइड इंटर कॉलेज में रंजन कुमार निवासी अरवल, बिहार को पकड़ा गया है। वह गाजीपुर के आशुतोष श्रीवास्तव के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। मीरापुर के डीएवी इंटर कॉलेज में शिवानंद सिंह के स्थान पर परीक्षा देते हुए राजेश कुमार निवासी मतसा, जीवापुर, दिलदारनगर, गाजीपुर को पकड़ा गया है।

पीईटी में ग्राफ और करेंट अफेयर्स के प्रश्नों ने उलझाया

प्रयागराज प्रमुख संवाददाता:उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) जिले के 54 केंद्रों पर दो पालियों में शनिवार को संपन्न हुई। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को गणित में ग्राफ और करेंट अफेयर्स (समसामयिक) प्रश्नों ने सबसे अधिक परेशान किया। करेंट अफेयर्स के प्रश्न आमतौर पर छह से आठ महीने के अंदर घटित घटनाओं पर पूछे जाते हैं लेकिन पीईटी में कई प्रश्न 2022 और 2021 से जुड़े थे।कर्नलगंज इंटर कॉलेज से परीक्षा देकर निकले सूर्यांश ओझा ने बताया कि पेपर में ग्राफ व करेंट अफेयर्स के प्रश्न कठिन थे। हिंदी और बाकी विषय के प्रश्न सरल या सामान्य थे। नदीम खान के अनुसार बायोग्राफिकल इंडेक्स/ग्राफ के प्रश्न कठिन थे। करेंट अफेयर्स के प्रश्न 2021 तक के पूछे गए थे वह भी बहुत कठिन थे। हिंदी-अंग्रेजी के प्रश्न सरल थे जबकि इतिहास के ज्यादातर सवाल आधुनिक इतिहास से पूछे गए थे। महेश कुमार शर्मा और अभिषेक कुमार ने बताया कि ग्राफ के सवाल सबसे कठिन थे शेष विषयों के प्रश्न सरल या सामान्य थे।

शिक्षकों की पेंशन से छेड़छाड़ पर डीआईओएस ऑफिस का बाबू सस्‍पेंड, एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी

प्रमुख संवाददाता,प्रयागराज।प्रयागराज के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों की पेंशन की रकम निजी कंपनी में निवेशित करने वाले जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के बाबू आलोक गुप्ता को शुक्रवार को निलंबित कर दिया गया है। मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) दिब्यकांत शुक्ल ने वरिष्ठ सहायक आलोक गुप्ता को डीआईओएस के यूजर आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग कर कुछ शिक्षकों-कर्मचारियों के एनपीएस खातों में निवेशित रकम को बिना उनकी सहमति के डिफाल्ट फंड से अन्य फंड में स्थानान्तरित करने का दोषी पाया है।कर्मचारी आचरण नियमावली 1956 के विरुद्ध कार्य करने पर आलोक गुप्ता को निलंबित करते हुए राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज अर्जुनपुरगढ़ा फतेहपुर से संबद्ध किया गया है। मामले की जांच मंडलीय सहायक बेसिक शिक्षा निदेशक तनुजा त्रिपाठी को दी गई है। जानकारों की मानें तो इस मामले में एफआईआर भी कराने की तैयारी है।

पेंशन की 80 करोड़ से अधिक राशि निजी कंपनी में ट्रांसफर

एडेड कॉलेजों के शिक्षकों-कर्मचारियों की एनपीएस में निवेशित 80 करोड़ से अधिक की रकम निजी कंपनी में ट्रांसफर करने की चर्चा है। कितने शिक्षकों और कर्मचारियों की राशि एक से दूसरे खाते में भेजी गई यह तो जांच का विषय है। बड़ी संख्या में शिक्षक-कर्मचारी ऐसे हैं जो एनपीएस का लेखाजोखा ऑनलाइन देख नहीं पाते लेकिन सूत्रों की मानें तो 80 करोड़ रुपये से अधिक निजी कंपनी के खाते में डाले गए हैं। इसके चलते शिक्षकों-कर्मचारियों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। आरोप है कि इस हेराफेरी के लिए निजी कंपनी के प्रतिनिधियों ने कमीशन के रूप में मोटी रकम दी है।

माध्यमिक शिक्षक संघ ने चेताया

प्रयागराज के एडेड कॉलेजों के शिक्षकों के एनपीएस का धन प्राइवेट कंपनियों को बिना शिक्षकों की सहमति के स्थानांतरित करने के मामले में माध्यमिक शिक्षक संघ ने गंभीरता से लिया है। संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक दिब्यकांत शुक्ल, डीआईओएस पीएन सिंह और वित्त नियंत्रक पवन कुमार को ज्ञापन देकर आपत्ति दर्ज कराई।

मंडलीय मंत्री अनुज कुमार पांडेय, जिलाध्यक्ष राम प्रकाश पांडेय, जिला मंत्री जगदीश प्रसाद, डॉ. चंद्रावर शुक्ला व सुधीर मिश्रा आदि ने चेतावनी दी कि शिक्षकों की पेंशन की रकम सात दिन में पूर्व फंड में स्थानान्तरित नहीं होने पर आंदोलन करेंगे। अनुज कुमार पांडेय ने बताया कि उन्होंने एनएसडीएल से संपर्क किया था। वहां से बताया गया यह काम डीआईओएस कार्यालय से ही हुआ है। बिना शिक्षक-कर्मचारी के सहमति के ऐसा करना गलत है।

अध्यापकों के खाते में नहीं पहुंचे पेंशन के 80 करोड़ रुपये 

प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों और कर्मचारियों की न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) में निवेशित करोड़ों रुपये बगैर उनकी सहमति के निजी कंपनी में लगाने के अलावा 17 महीने से इन शिक्षकों का अंशदान उनके खाते में नहीं भेजा गया है। जिलेभर के ढाई हजार से अधिक शिक्षकों की 80 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एनपीएस खाते में निवेशित नहीं होने से प्रत्येक शिक्षक को सालाना औसतन 30-35 हजार रुपये का नुकसान हो रहा है।एडेड कॉलेज के प्रत्येक शिक्षक का वेतन औसतन 80-90 हजार रुपये प्रतिमाह है। इनके वेतन से एनपीएस खाते में हर महीने 10 प्रतिशत कटौती होती है जबकि इसका 14 प्रतिशत अंशदान सरकार देती है। दोनों राशि मिलाकर प्रत्येक शिक्षक की एक महीने में 22-23 हजार रुपये की कटौती होती है। ढाई हजार शिक्षकों और कर्मचारियों की औसतन 20 हजार प्रतिमाह एनपीएस कटौती मान ली जाए तो यह रकम हर महीने पांच करोड़ रुपये और 17 महीने की राशि 85 करोड़ होती है।

माध्यमिक शिक्षक संघ (ठकुराई गुट) के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी का कहना है कि शिक्षकों के वेतन से हर महीने एनपीएस कटौती हो रही है और सरकार की ओर से भी नियमित ग्रांट मिल रही है जिसे शिक्षकों के खाते में तुरंत निवेशित हो जाना चाहिए लेकिन प्रयागराज में 17 महीने से यह रकम खातों में नहीं पहुंची है। इस हिसाब से एक-एक शिक्षक के औसतन तीन से साढ़े लाख रुपये खाते में निवेशित नहीं हो सका है। एनपीएस खाते की औसत वृद्धि दर सालाना 10 प्रतिशत रही है। इस लिहाज से एक साल में 30 से 35 हजार और 17 महीने में 50 हजार रुपये तक का नुकसान हो चुका है क्योंकि रुपये निवेशित होते तो उसका लाभांश भी मिलता।

शिक्षकों-कर्मचारियों की एनपीएस कटौती हो रही है जो कि कोषागार में जमा भी हो रही है। महीनेवार धीरे-धीरे उनके प्रान खाते में राशि स्थानान्तरित की जा रही है। पीएन सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक

यदि शिक्षकों-कर्मचारियों की एनपीएस कटौती की राशि उनके खातों में निवेशित नहीं हो रही है तो यह घोर वित्तीय अनियमितता है। इस प्रकरण की जांच कराकर कठोर कार्रवाई की जाएगी। दिब्यकांत शुक्ल, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक

Related Articles

Back to top button