
यह देवरिया के उस ब्राह्मण परिवार का आखिरी चिराग है जो घटना के वक्त घर पर नही था कथा वाचने के लिए गया था इनका कहना है की सरकार सस्पेंड करके क्या कर रही है मेरे परिवार को बकरे की तरह काट दिया.पूरा बयान सुनकर आपका रूह कांप उठेगा अगर आपके अंदर इंसानियत जिंदा है।
जांच में पता चला है कि सत्यप्रकाश दूबे अधिकारियों के पास ऑनलाइन और ऑफलाइन शिकायत दर्ज कराते रहे, लेकिन अधिकारी खानापूरी कर रिपोर्ट लगा देते थे। इसके कारण मामला छह लोगों की हत्या तक पहुंच गया। अब इस लापरवाही पर प्रशासनिक और पुलिस अफसरों पर निलंबन की गाज गिरी है।