गोण्डा में आरटीआई कार्यकर्ता की रिपोर्ट लिखने के बजाय दिनभर टहलाती रही पुलिस, कप्तान से हुई शिकायत…. 28.03.2024
परसपुर ( गोंडा )। बेटे के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखवाने थाने पर गए एक आरटीआई एक्टिविस्ट को पुलिस दिनभर टरकाती रही । इसको लेकर कई सामाजिक संगठनों में जबरदस्त आक्रोश है। मामले की शिकायत चुनाव आयोग और जिले के पुलिस अधीक्षक से की गई है।
ग्राम मलांव के पूरे हठ्ठी सिंह निवासी सामाजिक आरटीआई एक्टिविस्ट देवनारायण सिंह ने बताया कि उनका पुत्र अक्षय प्रताप सिंह सत्ताइस मार्च बुधवार को आवश्यक कार्य से घर से परसपुर बाजार जा रहा था। तभी रंजिशन तीन लोगों ने घर से तकरीबन एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित नहर पुलिया के पास रास्ते में उसके बेटे को लाठी डंडों से पीटा गया। जिससे उसे काफी चोटें आईं हैं। इसके पूर्व होली के दिन भी बेटे के साथ मारपीट की । मामले की लिखित तहरीर परसपुर थाने पर दी गई लेकिन इंस्पेक्टर प्रदीप शुक्ला ने उन्हें कल आने की बात कहते हुए टरका दिया। डीएन सिंह का कहना है कि इंस्पेक्टर ने रिपोर्ट लिखने के बजाय दिनभर उनको थाने में टहलाती रही।, लोग कह रहे हैं कि आखिर में जनता न्याय के लिए जाए तो जाए कहां, जनता थाने में जाती है तो थाने वाले फरियादी की बात ही नहीं सुनना चाहते जबकि सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि थाने पर आए पीड़ितों की व्यथा पुलिस सुने और उसे न्याय मिले। लेकिन परसपुर पुलिस पीड़ितों के साथ कम दबंगों के साथ ज्यादा खड़ी दिखाई देती है। यहां पुलिस कानून को अपने घर का खेती समझ रही है। जिससे पीड़ितों की दुश्वारियां बढ़ गई है। नीरज सिंह पत्रकार ने बातचीत में बताया कि पत्रकार एसोसिएशन सहित कई संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ,प्रबुद्धजनों ने इंस्पेक्टर थाना परसपुर के द्वारा न्याय न दें पाने के इस कृत्य की निंदा करते हुए जिले के कप्तान विनीत जायसवाल से मामले में कार्रवाई कराए जाने की मांग की गई है।