गोंडा : नगर पंचायत परसपुर के राजा टोला में गूंजे फाग के राग, ढोल-मंजीरे की थाप पर झूमे हुरियारें


परसपुर, गोंडा : परसपुर नगर के राजा टोला में आयोजित फाग के राग कार्यक्रम में बड़े बुजुर्गों और बच्चों ने मिलकर जमकर होली गीतों का गायन किया। पूरे क्षेत्र में होली उत्सव को लेकर गांव-गांव में डेढ़ताल और पारंपरिक होली गीतों की धूम मची रही। होली की पूर्व संध्या पर रंग और उमंग से सराबोर चौताल का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी।

परंपरागत होली गीतों के बीच हुरियारों ने अबीर-गुलाल उड़ाकर होली के उल्लास को चरम पर पहुंचा दिया। ढोलक, मंजीरे और झाल की थाप पर गूंजते चौताल और डेढ़ताल गीतों ने ऐसा समां बांधा कि बुजुर्गों को अपने पुराने दिन याद आ गए, वहीं युवाओं में भी लोकगीतों के प्रति विशेष आकर्षण देखने को मिला। गवैयों ने “मोहन धर रूप जनाना, चले बेचन नगर बरसाना” गीत की अनूठी प्रस्तुति दी— “रूप देख ब्रजबालाओं का मन डोला, चूड़ी खरीदे ना कोई अकेला।” “बेटा बिगड़ा है नंदबाबा का, सुनत ना किसी की बात” गीत पर भी खूब तालियां बजी— “ग्वाल-बाल संग छेड़ करे, बंसी मधुर बजाए, मैया यशोदा प्यार लुटाएं, पर लीला कोई ना जान पाए।” “होली खेलय रघुबीरा अवध में” गीत सुनते ही माहौल और भी रंगीन हो गया— “रंग बरसे गगन से, सिया संग राम हंसत खेलैं, सजे रंग में वन-उपवन से।” ढोल-मंजीरे की थाप पर हुरियारों की टोलियां एक के बाद एक होली गीत प्रस्तुत करती रहीं। “जोगीरा सरारा, रंग बरसै प्यारा” गीत सुनते ही सभी झूम उठे— “सखी री आजा खेलन होली, रंग गुलाल सवारा! भांग पियें सब हुरियारे, ढोल बजाएं प्यारे।” बुजुर्गों और युवाओं ने बारी-बारी से चौताल, डेढ़ताल, दोतल्ली और मतवाला होली गीत प्रस्तुत किए । अबीर-गुलाल से सराबोर युवाओं ने देर रात तक होली गीतों पर जमकर मस्ती की।

इस अवसर पर कमल किशोर सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, उदय सिंह, विनोद पांडेय प्रधान, सूरज सिंह, रमेश सिंह, मनबोध सिंह, शिव कुमार सिंह, विक्रम सिंह, शैलेन्द्र सिंह, हुकुम सिंह, राकेश सिंह बाबू, रोहित सिंह, अरविंद सिंह गुड्डू, बीरू सिंह, विपिन सिंह, सचिन सिंह, पिंकू सिंह, लल्ले सिंह, आकाश सिंह, आशीष सिंह, विशाल सिंह, राजू, शिवांश, अभय सिंह, सतीश सिंह, कल्लू सिंह, संदीप सिंह, भानू प्रताप सिंह, दीनदयाल सिंह, हाकिम सिंह, नीरज पांडेय, देवी प्रसाद समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल रहे ।