वाराणसी में श्रद्धालुओं के भारी आगमन के मद्देनजर गंगा आरती 5 फरवरी तक आम लोगों के लिए बंद……
वाराणसी में गंगा सेवा निधि प्रबंधन द्वारा बताया गया कि दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होने वाली गंगा आरती का आयोजन अपरिहार्य कारणों से दिनांक 05 फरवरी 2025 तक जनसामान्य के लिए बंद रहेगी,
उक्त अपील गंगा आरती करने वाली संस्था ने दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से की है, इसी प्रकार शीतला घाट, अस्सी घाट आदि अन्य घाटों पर भी गंगा आरती करने वाली समितियों ने भी जनसामान्य/ दर्शनार्थियों/श्रद्धालुओं से अपील की है !!
▶️..शनिवार को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ परिवार के साथ संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी*✍🏻
73 देशों के राजनयिक भी संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी✍🏻
महाकुंभनगर 🚩
गंगा की धरा पर शुरू हुए विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन बीवीमहाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा है।देश-विदेश से श्रध्दालु त्रिवेणी के संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं।बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने परिवार के साथ संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी। अब एक फरवरी को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ अपने परिवार के साथ महाकुम्भ में आएंगे और संगम में आस्था डुबकी लगाएंगे।इसके साथ ही 73 देशों के राजनयिक भी महाकुंभ आएंगे।
बता दें कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने महाकुंभ में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार किया था। उपराष्ट्रपति ने कहा था कि मैं अपने परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाऊंगा और राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित करने का संकल्प लूंगा।यह मेरे लिए गर्व का पल होगा।
महाकुंभ में पांच घंटे रहेंगे उपराष्ट्रपति
मिली जानकारी के अनुसार उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ लगभग पांच घंटे महाकुंभ में रहेंगे।उपराष्ट्रपति सबसे पहले संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे।इसके बाद घाट पर पूजन करेंगे।इसके बाद अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर भी जाएंगे। उपराष्ट्रपति के साथ 73 देशों के राजनयिक भी रहेंगे।उपराष्ट्रपति अलग प्लेन से आएंगे और 73 देशों के राजनयिक दूसरे प्लेन से आएंगे।राजनयिक बमरौली एयरपोर्ट से महाकुम्भ पहुंचेंगे और संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ देखने के लिए बेकरार हैं देश-विदेश के लोग
अमेरिका और बांग्लादेश के भी राजनयिक भी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे।महाकुंभ से उत्तर प्रदेश का सात समंदर पार तक डंका बज रहा है।दुनिया के कोने-कोने से लोग महाकुंभ देखने के लिए बेकरार हैं।विदेश से महाकुम्भ में आ रहे श्रद्धालुओं के मुताबिक विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ के मुख्य आयोजक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस समय विश्व के सभी शक्तिशाली देशों की नजर में महानायक बन गए हैं।
अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर का करेंगे दर्शन
विदेश मंत्रालय ने मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह को इसके लिए पत्र भी लिखा है।पत्र में कहा गया है कि दुनियाभर के राजनयिक महाकुंभ नगर में बड़े हनुमानजी और अक्षयवट के दर्शन करना चाहते हैं।यहां से वे अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर का दर्शन करने जाएंगे।इसके बाद डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र के माध्यम से आधुनिक तकनीक के जरिए महाकुंभ की गहराई को समझेंगे।प्रदर्शनियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भ्रमण भी करेंगे,जिसमें यूपी स्टेट पवेलियन, अखाड़े,यमुना कॉम्प्लेक्स,अशोक स्तंभ और अन्य स्थलों का अवलोकन करेंगे।
विदेशी राजनयिक के लिए किया गया है विशेष इंतजाम
बता दें कि विदेशी राजनयिकों के लिए बमरौली एयरपोर्ट पर वीआईपी लाउंज में नाश्ते का प्रबंध किया गया है।साथ ही टूर गाइड की व्यवस्था भी की गई है।गृह मंत्रालय के 140 कर्मचारियों के लिए नावों का विशेष इंतजाम किया गया है।महाकुंभ के जरिए भारत ने विश्व को एकता,शांति और सहयोग का संदेश दिया है।
जानें किन देशों के राजनयिक आएंगे महाकुंभ
जापान,अमेरिका,रूस,यूक्रेन,बांग्लादेश,जर्मनी,आर्मेनिया,स्लोवेनिया,हंगरी,बेलारूस,सेशल्स,मंगोलिया,कजाकिस्तान,
आस्ट्रिया,पेरु,ग्वाटेमाला,मैक्सिको,अल्जीरिया,दक्षिण अफ्रीका,अलसल्वाडोर,चेक रिपब्लिक,बुल्गारिया,जार्डन, जमैका,इरिट्रिया,फिनलैंड,ट्यूनीशिया,फ्रांस,एस्टोनिया, ब्राजील,सूरीनाम,जिंबाब्वे,मलेशिया,माल्टा,भूटान,लेसोथो, स्लोवाक,न्यूजीलैंड,कंबोडिया,किरगिज,चिली,साइप्रस,क्यूबा, नेपाल,रोमानिया,वेनेजुएला,अंगोला,गुयाना,फिजी,कोलंबिया, सीरिया,गिनी,म्यांमार,सोमालिया,इटली,बोत्सवाना,परागुआ, आईसलैंड,लातविया,नीदरलैंड,कैमरून,कनाडा,स्विट्जरलैंड, स्वीडन,थाईलैंड,पोलैंड और बोलिविया के राजनयिक महाकुम्भ आएंगे।
▶️…महाकुम्भ में वाटर एटीएम से बटन दबाते ही मिल रहा फ्री आरओ पानी, श्रद्धालुओं ने जताया आभार*
मेला में 200 से अधिक वाटर एटीएम, उपलब्ध करवा रहे हैं प्रतिदिन 12 से 15 हजार लीटर पानी
सेंसर बेस्ड मॉनिटरिंग से हो रही है वाटर एटीएम की निगरानी
जन निगम नगरीय के ऑपरेटर कर रहे हैं वाटर एटीएम का संचालन
30 जनवरी, महाकुम्भ नगर। प्रयागराज में सनातन के महापर्व महाकुम्भ का आयोजन चल रहा है। देश भर से करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुम्भ में संगम स्नान करने हर दिन आ रहे हैं। महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में मेला प्रशासन और अन्य सभी विभाग व्यवस्था और सुविधाएं उपलब्ध करवाने में प्रयासरत हैं। इसी क्रम में यूपी जल निगम नगरीय ने श्रद्धालुओं को पीने के लिए आरओ वाटर उपलब्ध करवाने को 200 वाटर एटीएम लगाए हैं। इन वाटर एटीएम से महाकुम्भ आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी तरह शुद्ध आरओ वाटर उपलब्ध करवाया जा रहा है और वो भी बिल्कुल मुफ्त। इस सुविधा से श्रद्धालु काफी संतुष्ट हैं और सरकार व मेला प्रशासन का आभार जता रहे हैं।
बटन दबाते ही मिल रहा है वाटर एटीएम से फ्री आरओ वाटर
महाकुम्भ में प्रतिदिन लाखों, करोड़ों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के पीने के लिए शुद्ध आरओ पानी उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके लिये मेला क्षेत्र में 200 वाटर एटीएम लगाए गये हैं। इन वाटर एटीएम से श्रद्धालु पूरी तरह मुफ्त शुद्ध आरओ वाटर पीने के लिए ले सकते हैं। ये वाटर एटीएम पूरे मेला क्षेत्र के अलग-अलग सेक्टर और मंदिरों के पास लगाए गये हैं। वाटर एटीएम के बारे में बताते हुए जन निगम नगरीय के अधिशासी अभियंता सतीश कुमार ने बताया कि वाटर एटीएम को लेकर शुरूआत में आ रही सभी तकनीकी समस्याओं को दूर कर दिया गया है। अब श्रद्धालु केवल बटन दबा कर पूरी तरह मुफ्त आरओ वाटर अपनी बोतलों या बर्तनों में ले सकते हैं।
प्रतिदिन 12 से 15 हजार लीटर पानी उपलब्ध करवा रहा है वाटर एटीएम
अधिशासी अभियंता ने बताया कि पहले मेला प्रशासन ने वाटर एटीएम के लिए मेला प्रशासन ने एक रूपये का शुल्क तय किया था लेकिन अब आरओ वाटर पूरी तरह मुफ्त है। प्रत्येक वाटर एटीएम पर ऑपरेटर बैठते हैं जो श्रद्धालुओं के कहने पर बटन दबाते ही शुद्ध जल उपलब्ध करवा रहे हैं। वाटर एटीएम में आने वाली तकनीकी खराबी की सेंसर के माध्यम से निगरानी हो रही है। किसी भी तरह की समस्या आने पर जल निगम के टेक्निशियन तत्काल दूर करते हैं। उन्होंने बताया कि वाटर एटीएम से प्रतिदिन 12 से 15 हजार लीटर पानी श्रद्धालुओं को उपलब्ध करवाया जा रहा है। अब तक लाखों लोग इस सुविधा का लाभ ले चुके हैं।
अमृत स्नान और स्नान पर्वों की विशेष तैयारी
मकर संक्राति के दिन 14 जनवरी को लगभग 46 हजार लीटर पानी वाटर एटीएम से उपलब्ध करवाया गया था। वहीं, मौनी अमावस्या पर भी पर्याप्त पानी उपलब्ध कराया गया। अब बसंत पंचमी के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। लक्ष्य है कि किसी को पीने के पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी। इस सुविधा का लाभ उठा रहे श्रद्धालुओं ने सरकार और प्रशासन का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि इस सुविधा से उन्हें पानी की बोतल खरीदने की आवश्यकता नहीं रह गई और पूरी तरह निशुल्क पीने का पानी मिल प रहा है।