गोंडा : यूपीएसएसएससी परीक्षा में सेंधमारी का खुलासा , पकड़ा गया मुन्ना भाई , दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया युवक
गोंडा : जनपद गोंडा में सोमवार को जिले के 23 केंद्रों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की तरफ से ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी व समाज कल्याण पर्यवेक्षक की परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा की स्वच्छता को बनाए रखने के लिए आयोग के साथ-साथ जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हो रही परीक्षा की वीडियोग्राफी कराई जा रही थी और इसकी देखरेख के लिए प्रत्येक केंद्र पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए थे, बावजूद इसके एक मुन्ना भाई ने परीक्षा में सेंधमारी करने की कोशिश की।
बस्ती जिले के हर्रैया थाना क्षेत्र के रहने वाले मनीष कुमार नाम के एक युवक ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था। मनीष का सेंटर जिले के एम्स इंटरनेशनल स्कूल में ग था। दूसरी पाली में मनीष की परीक्षा होनी थी लेकिन मनीष ने खुद परीक्षा न देकर अपने स्थान पर सोनू कुमार नाम के युवक को भेज दिया। परीक्षा के दौरान सोनू कुमार की बायोमैट्रिक अटेंडेंस को आनलाइन करते ही उसका डाटा मिस मैच हो गया।
बायोमैट्रिक करा रहे कर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना अधीनस्थ चयन आयोग, जिला प्रशासन व स्कूल प्रबंधन को दी। सूचना मिलते ही परीक्षा के नोडल अधिकारी बनाए गए अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज व जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू की। तलाशी के दौरान सोनू मूल शैक्षिक अभिलेख नहीं दिखा सका।पूछतांछ में उसने मनीष के स्थान पर परीक्षा देने की बात स्वीकार की।
अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि पकड़ा गया युवक सोनू कुमार पुत्र हरिहर सिंह कुशीनगर जिले के तमकुहीराज थाना क्षेत्र का रहने वाला है और वह मनीष कुमार नाम के परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। केंद्र व्यवस्थापक ने आरोपी को खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिये नगर कोतवाली में तहरीर दी है।
दो लाख रुपये में लिया था पास कराने का ठेका
दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते पकड़े गए मुन्ना भाई सोनू के मुताबिक उसकी और मनीष की मुलाकात टेट परीक्षा के दौरान बनारस में हुई थी। वही उसने मनीष को पास कराने की जिम्मेदारी ली थी। दोनों के बीच दो लाख रुपये में सौदा तय हुआ था और सोमवार को वह मनीष के स्थान पर परीक्षा देने जिले के एम्स इंटरनेशनल स्कूल में बनाए गए केंद्र पर आया था लेकिन बायोमैट्रिक डाटा मैचन होने से उसकी पोल खुल गयी और वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
बायोमैट्रिक कर्मियों की सतर्कता से खुला मामला
अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की तरफ से ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम विकास अधिकारी व समाज कल्याण पर्यवेक्षक की परीक्षा एक बार रद्द हो चुकी थी सोमवार को इसकी पुनर परीक्षा का आयोजन किया गया था परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के लिए इस बार आयोग की तरफ से बायोमैट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था की गई थी। इनोवेटिव नाम की कंपनी को इसका ठेका दिया गया है। कंपनी ने प्रत्येक केंद्र पर अपने कर्मचारी तैनात किए है।
सोमवार को एम्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित परीक्षा की दूसरी पाली में कमरा नंबर 7 में मनीष कुमार के स्थान पर आरोपी सोनू कुमार परीक्षा देने पहुंचा था। सोनू कुमार ने ही मनीष की बायोमेट्रिक अटेंडेंस दी थी। इस अटेंडेंस को इनोवेटिव संस्था के कर्मचारियों ने जब ऑनलाइन किया तो यह डाटा मिसमैच हो गया। कर्मियों ने तत्काल इसकी सूचना अपनी संस्था के साथ-साथ आयोग, जिला प्रशासन व स्कूल प्रबंधन को दी। इसके बाद ही मुन्ना भाई के तौर पर परीक्षा दे रहे सोनू कुमार को दबोच लिया गया।