डीएम की अध्यक्षता में एफपीओ एवं जिलास्तरीय परियोजना प्रबन्धन इकाई की बैठक सम्पन्न
डीएम बोले - किसानों की आय में वृद्धि के लिये सदस्य संख्या बढ़ाकर कृषक हित में कार्य करें एफपीओ
गोण्डा: जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार की अध्यक्षता में कृषक उत्पादन संगठन एवं जिलास्तरीय परियोजना प्रबन्धन इकाई की बैठक का आयोजन किया गया। डीएम ने सामान्य भाषा में एफपीओ परिभाषित करते हुए कहा कि एफपीओ यानि किसान उत्पादक संगठन। किसानों का ऐसा समूह जो कम्पनी एक्ट में पंजीकृत होता है और कृषि उत्पादक कार्यों को आगे बढ़ाता है।
उन्होंने एफपीओ की महत्ता के बारे में भी जानकारी देते हुए कहा कि एफपीओ का उद्देश्य बिचौलियों की भूमिका को समाप्त करने के साथ किसान को उसकी उपज का अधिक से अधिक मूल्य उपलब्ध कराना है। उन्होंने एफपीओ को निर्देशित किया कि जैविक खाद का उपयोग करते हुए जैविक उत्पादन को बढ़ावा दें। परम्परागत खेती के साथ ही औद्यानिक खेती एवं मोटे अनाज की पैदावार कर अपनी आय में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं।
उन्होंने सभी एफपीओ को निर्देशित किया गया कि अपनी सदस्य संख्या बढ़ायें एवं कृषक उत्पादन संगठन का कार्य कृषक हित में कराया जाये, जिससे कृषकों की आय बढ़ सके। सभी एफपीओ ऐसा कार्य करें कि उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान प्राप्त हो।
बैठक में उप कृषि निदेशक ने अवगत कराया कि जनपद में कुल 42 एफपीओ संचालित हैं, जिनके द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्य किये जा रहे हैं, और इन्हें सरकारी अनुदान से भी लाभान्वित किया गया है। उन्होंने सभी एफपीओ को निर्देशित किया कि वे शक्ति पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन अवश्य करा लें इससे उन्हें कई प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड ने अवगत कराया एफपीओ के लिए कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही हैं। एफपीओ उनमें आवेदन कर योजनाओं का लाभ अवश्य लें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे