नई दिल्ली. राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण और कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बाद अलर्ट जारी कर दिया गया है. जिस तरह से दिल्ली में कोरोना संक्रमण का ग्राफ ऊपर जा रहा है उसे देखकर ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही यहां येलो अलर्ट जारी किया जा सकता है. आइए जानते हैं क्या है येलो अलर्ट, जिसे कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लागू किया जा सकता है और इस दौरान कौन से नियम लागू होते हैं.
दरअसल, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने इस साल अगस्त में कहा था कि कोविड-19 महामारी की वजह से किसी भी गतिविधि पर पाबंदी या छूट अब GRAP के मापदंडों के आधार पर लागू होगी. GRAP तीन मापदंडों पर आधारित है, पॉजिटिविटी रेट, कोविड-19 के नए पॉजिटिव केस और दिल्ली में उपलब्ध ऑक्सीजन बेडों में कितने भरे हुए हैं. इनका विश्लेषण करने के बाद चार रंगों के अलर्ट जारी किए जाएंगे. ये रंग हैं, येलो, अंबर, ऑरेंज और रेड.
कब जारी किया जाता है येलो अलर्ट
दिल्ली में येलो अलर्ट तब जारी किया जाएगा, जब लगातार दो दिनों तक संक्रमण दर 0.5 फीसदी तक रहेगी या हफ्ते में 1500 मामले आएंगे या 500 ऑक्सीजन बेड भरे रहेंगे. येलो अलर्ट जारी होने के बाद संबंधित इलाके में दुकानें खोलने में ऑड-ईवन फार्मूला लागू किया जाएगा. खरीददारी का समय सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक होगा. एक नगर निगम के इलाके में केवल एक वीकली मार्केट लगाने की इजाजत होगी.
येलो अलर्ट लागू होने पर क्या होंगे नियम
– इसके तहत ऑड-ईवन नियम के तहत सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक गैर जरूरी सेवाओं या सामान वाली दुकानें और मॉल खुलेंगी
– निर्माण कार्य जारी रहेगा, खुली रहेंगी इंडस्ट्री
– रेस्टोरेंट 50% क्षमता के साथ खुलेंगे, लेकिन इन्हें रात 11 बजे से पहले बंद करने का आदेश जारी किया जाएगा.
– सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम बंद रहेंगे.
दिल्ली में 6 महीने बाद मिले सबसे ज्यादा संक्रमित
सोमवार को कोरोना संक्रमित (Coronavirus) मरीजों के दैनिक आंकड़ों में तेजी से उछाल आया है. सोमवार को जून माह के बाद के सभी रिकॉर्डों को तोड़ते हुए कोरोना संक्रमित मरीजों की एक बार सबसे ज्यादा संख्या 331 दर्ज की गई है. जबकि रविवार को यह आंकड़ा 290 दर्ज किया गया था. पिछले 24 घंटे के भीतर एक कोरोना संक्रमित मरीज की जान भी चली गई है. लगातार तीसरे दिन कोरोना से मरीज की जान गई है.