उत्तरप्रदेश

तीन मजारों को पहुंचाया नुकसान, चादर भी जलाईं, बिजनौर में दंगा फैलाने की साजिश कर रहे थे दो भाई, पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार

बिजनौरः पुलिस का कहना है कि आदिल प्लंबर का काम करता है जबकि मोहम्मद कमाल कुछ समय़ के लिए विदेश भी गया था।

यूपी पुलिस ने दो ऐसे मुस्लिम भाईयों को अरेस्ट किया है जो भगवा लिबास पहनकर दंगा भड़काने की कोशिश करते थे। ऐसी ही एक कोशिश के दौरान भगवा साफा बांधकर दोनों ने सैकड़ों साल पुरानी तीन मजारों पर तोड़फोड़ और आगजनी की। पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि भगवा साफा बांध कर मजारों को तोड़ने और आग लगाने वाले दो सगे मुस्लिम भाई हैं। मोहम्मद कमाल (35) और आदिल (23) को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस को आशंका है कि प्रदेश का माहौल बिगाड़ने के लिए ऐसी वारदातें किसी और स्थान पर भी हो सकती हैं इसलिए सभी जिलों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। खास तौर पर उन जगहों पर जहां मजार-दरगाह हैं। पुलिस का कहना है कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान भी माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। दोनों भाई इसमें अहम किरदार निभा रहे थे।

एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि बिजनौर के थाना शेरकोट में दो लोगों ने जलाल शाह की मजार पर तोड़फोड़ करने और चादर जलाने की वारदात हुई। इस वारदात के बाद कस्बे में तनाव फैल गया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश की तो पता चला मजारों में आग लगाने वाले दोनों मुसलमान हैं और दोनों सगे भाई हैं। पुलिस ने दोनों धार्मिक हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस का कहना है कि आदिल प्लंबर का काम करता है जबकि मोहम्मद कमाल कुछ समय़ के लिए विदेश भी गया था। पुलिस को लगता है कि बीते कई दिनों से प्रदेशभर में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। एक समुदाय की तरफ से कांवड़ यात्रा को बिगाड़ने की कोशिशों पर काम किया जा रहा है।

दोनों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के साथ क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट की धारा 7 भी लगाई गई है। पुलिस का कहना है कि दोनों ने पूछताछ में माना है कि मजारों को नुकसान पहुंचाने के साथ उन्होंने चादरें भी जलाईं। उनकी कोशिश दंगा भड़काना था। मामले की तह में जाने के लिए फिलहाल इंटेलीजेंस ब्यूरो के साथ एंटी टेरेरिस्ट स्कवायड दोनों से पूछताछ कर रहा है।

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