NCP नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है. सुबह ही ईडी उनको पूछताछ के लिए अपने दफ्तर लाई थी,
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार दोपहर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार कर लिया. तकरीबन 8 घंटे तक चली लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया. गिरफ्तारी के बाद एनसीपी नेता की जेजे हॉस्पिटल में मेडिकल जांच कराई गई और फिर आरोपी को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया. सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट से आरोपी मलिक की रिमांड के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी. कोर्ट ने 8 दिन के लिए यानी 3 मार्च तक नवाब मलिक को ईडी की रिमांड पर भेजा है.
गिरफ्तारी के बाद मंत्री नवाब मलिक की ओर से ट्विटर पर लिखा गया, ‘न डरेंगे और न झुकेंगे. 2024 के लिए तैयार रहिए.’ कुछ देर बाद एक और ट्वीट किया गया, ”कुछ ही देर की ख़ामोशी है फिर शोर आएगा… तुम्हारा तो सिर्फ वक़्त है हमारा दौर आएगा !!”
नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं होगा
नवाब मलिक की गिरफ्तारी पर महाराष्ट्र सरकार ने आपत्ति जताई और केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है. इसी बीच महाराष्ट्र मंत्रिमंडल के मंत्रियों अजीत पवार, छगन भुजबल, हसन मुशरिफ, दिलीप पाटिल और राजेश टोपे की शरद पवार के घर आगे की रणनीति पर बैठक हुई. इसमें राकांपा ने नवाब मलिक का इस्तीफा नहीं लेने का फैसला किया है. शरद पवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि हम बीजेपी के आगे नहीं झुकेंगे. पता चला है कि टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने भी सुझाव दिया था कि एनसीपी को नवाब का इस्तीफा नहीं लेना चाहिए.