उद्धव ठाकरे पर एकनाथ शिंदे का अंतिम प्रहार, शिवसेना पर पूर्ण अधिकार के लिए चुनाव आयोग को भेजा पत्र, बोले- बहुमत हमारे साथ
उद्धव ठाकरे गुट पर एकनाथ शिंदे गुट हावी होता दिख रहा है। शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद जहां राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ तो वहीं अब बात पार्टी पर अधिकार तक पहुंच गई है।
शिवसेना में एकनाथ शिंदे गुट ने पार्टी पर पूर्ण अधिकार को लेकर चुनाव आयोग एक पत्र लिखा है। निर्वाचन आयोग को लिखी एक चिट्ठी में शिंदे गुट की तरफ से दावा किया गया है कि उनके पास बहुमत है, ऐसे में शिवसेना पर उनका पूरी तरह से अधिकार है। गौरतलब है कि इस संबंध में उद्धव ठाकरे गुट पहले ही निर्वाचन आयोग को चिट्ठी भेज चुका है।
पिछले हफ्ते भेजी गई उद्धव ठाकरे गुट की चिट्ठी में कहा गया था कि पार्टी पर दावा करने की स्थिति में उद्धव गुट की दलीलें भी सुनी जाएं। वहीं अब शिंदे गुट की तरफ से जारी चिट्ठी में कहा गया है कि उनकी तरफ से शिवसेना की नई कार्यकारिणी गठित की गई है। जिसमें एकनाथ शिंदे को मुख्य नेता माना गया है। उनकी नियुक्ति भी प्रभावी हो गई है। ऐसे में पुरानी कार्यसमिति की अब कोई अहमियत नहीं है।
अब शिवसेना सांसद भी शिंदे गुट में: बता दें कि उद्धव ठाकरे गुट पर एकनाथ शिंदे गुट हावी होता दिख रहा है। शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद जहां राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ तो वहीं अब बात पार्टी पर अधिकार तक पहुंच गई है। विधायकों के अलावा अब 12 शिवसेना सांसद भी शिंदे गुट के साथ खड़े हैं।
पार्टी पर अधिकार को लेकर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, “असली नकली का मामला ही नहीं है। शिवसेना बाला साहब ठाकरे जी की है। अब ये जो नकली वाले हैं हमसे टूटे हुए, फूटे हुए लोग वो ये भी कह सकते हैं कि बाला साहब ठाकरे को हमने ही पार्टी में लाया था या उद्धव ठाकरे को हमने ही शिवसेना प्रमुख बनाया है।”
उन्होंने कहा कि फालतू की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। उनके मन की अवस्था हम समझ सकते हैं। कानून हमारे साथ है, नियम हमारे साथ है। हमे देश के सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा विश्वास है, देश का लोकतंत्र अभी मरा नहीं है।
शिवसेना के बागी विधायकों का नेतृत्व करने वाले शिंदे ने उद्धव ठाकरे के पद छोड़ने के बाद 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना के 55 में से 40 विधायकों का समर्थन है। इसके साथ ही उनकी सरकार को भाजपा का भी समर्थन है।