गोंडा : मकरन पुरवा गांव में ग्रामीणों को आने जाने के लिए कोई रास्ता नही , बेलई नाले पर ग्रामीणों ने पुल निर्माण कार्य कराने की किया मांग
परसपुर (गोंडा) : परसपुर ब्लॉक मुख्यालय के बगल मकरन पुरवा गांव में ग्रामीणों को आवागमन के लिए कोई रास्ता नहीं है। जहां अधिकारियों जनप्रतिनिधियों के उदासीनता के चलते ग्रामीणों को आवागमन की दुश्वारियां झेलनी पड़ रही हैं वहां पर चिराग तले अंधेरा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है परसपुर पुलिस थाना से महज चंद कदम की दूरी पर स्थित मकरन पुरवा गांव में आवागमन का कोई सड़क रास्ता नहीं है परसपुर ग्रामीण पंचायत में ब्लॉक मुख्यालय से महज 300 से 400 मीटर की दूरी पर स्थित मकरन पुरवा गांव में एक प्राथमिक विद्यालय हैं जहां पर छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं उस गांव में ग्रामीणों और विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं , को आने जाने के लिए कोई रास्ता भी नहीं है छात्र, छात्राओं ,शिक्षक और शिक्षिकाओं को भारी बारिश के समय आने जाने के लिए कोई सुलभ रास्ता नहीं रहता है।
छात्र छात्राएं शिक्षा कैसे ग्रहण करें , मकरन पुरवा गांव के उत्तर तरफ बेलई नाला है | इस बेलई नाला में अस्थाई पाइप डालकर ग्रामीण किसी तरह ब्लॉक मुख्यालय की तरफ आवागमन करते हैं | बरसात के चलते बेलई नाले में पानी का प्रवाह एवं रास्ते में कीचड़ हो जाता है । जिससे ग्रामीणों को आवागमन के लिए दुश्वारियां झेलनी पड़ती है | चुनाव में सुख सुविधा व बड़े बड़े विकास का दावा करने वाले प्रत्याशी ने भी चुनाव जीतने के बाद समस्या के समाधान से मुंह फेर लिया है | बरसात के इन दिनों में ग्रामीणों के इस गंभीर समस्या पर संबंधित विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि मुंह मोड़े हुए हैं ।
ग्रामीणों का कहना है कि मकरन पुरवा गांव में पूरे नकई प्राथमिक विद्यालय भी स्थित है हर वर्ष बरसात के मौसम में बेलई नाले में जलभराव हो जाता है जिससे मकरन पुरवा के ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो जाता है । ग्रामीण पैदल ही बमुश्किल जलभराव और कीचड़ के रास्ते से होकर जान जोखिम में डालकर इसी तरह आवागमन करते हैं । मकरन पुरवा गांव के राकेश सिंह ,राजेंद्र कुमार ,अनिल कुमार और शिव कुमार ने बेलई नाले पर पुलिया निर्माण एवम सुगम रास्ता की प्रशासन से मांग किया है ।