गोंडा : जाति धर्म भाषाओं का मौसम सतरंगा हो जाए , इंद्रधनुष यदि बने लेखनी धन्य तिरंगा हो जाए
परसपुर , गोंडा : विकासखंड परसपुर अंतर्गत नंदौर में हिंदू नववर्ष की पूर्व संध्या पर आयोजित कवि सम्मेलन में कवियों ने समां बांध दिया। कवि कृष्ण कुमार सिंह दीप की कविता – जाति धर्म भाषाओं का मौसम सतरंगा हो जाए, इंद्रधनुष यदि बने लेखनी धन्य तिरंगा हो जाए… पर खूब तालियां बजीं। इस कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि दिग्विजय सिंह व विशिष्ट अतिथि जीत बहादुर सिंह ने किया। परसपुर के नंदौर गांव में कविता पाठ करते कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि हीरा सिंह मधुर व संचालन कवि रवींद्र पांडेय ने किया। कवि केदारनाथ मिश्र ललक ने अपनी हास्य रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करते हुए पढ़ा कि कुछ पढ़े लिखे परिवारन मा बिटिया का बेटा कहै लागे, यहि कारन से रिसियाय केर बेटवा बिटिया अस रहै लागे। कार्यक्रम में कवि जयदीप सिंह सरस, शैलेंद्र मणि मिश्र, कवयित्री संध्या त्रिपाठी, ओजकवि योगेश चौहान ने कविता पाठ किया। इस दौरान जय प्रकाश सिंह, भानु प्रताप सिंह, सुरेंद्र बहादुर सिंह, धर्मवीर सिंह, उमेश्वर प्रताप सिंह राठौर, अजय प्रताप सिंह, शिव प्रताप सिंह आदि उपस्थित रहे।