गोंडा ।। खराब मौसम के बावजूद भी सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी एकत्र होकर अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर गोल्डन फेयरी हाल में आयोजित योग शिविर में विभिन्न प्रकार के योगासनों का अभ्यास किया एवं साथ ही साथ राजकीय आईटीआई एवं निजी आईटीआई के सभी छात्र छात्राएं ने भी योगा शिविर में प्रतिभाग किया, पंडित दीनदयाल उपाध्याय औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र (पी0डी0यू0 आई0टी0आई0)सिविल लाइन विष्णुपुरी कॉलोनी गोंडा के प्रबंधक हरीश गुप्ता ने बताया अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस में भारत को योग गुरु कहा जाता है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग लाभकारी है। योग का अभ्यास शरीर को रोगमुक्त रखता है और मन को शांति देता है। भारत में ऋषि मुनियों के दौर से योगाभ्यास होता आ रहा है योग भारतीय संस्कृति से जुड़ा है, जिसका प्रसार अब विदेशों तक हो रहा है। विदेशों तक योग के प्रसार का श्रेय योग गुरुओं को जाता है। भारतीय योग गुरुओं ने विदेशी जमीन पर योग की उपयोगिता और महत्व के बारे में जागरूक किया। आज दुनियाभर में योग को लोग अपने जीवन में शामिल कर रहे हैं और योगासनों के अभ्यास से स्वस्थ मन और तन की प्राप्ति का प्रयास कर रहे हैं। योग की इसी उपयोगिता से सभी को जागरूक करने के लिए प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार करते हुए महज तीन माह के अंदर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन का ऐलान कर दिया। जिसके बाद से भारत को योग गुरु कहा जाता है।
कोरोना काल के बाद योग का महत्व अधिक बढ़ गया। संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से लोग योग अभ्यास करने लगे। लेकिन इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने की शुरुआत साल 2015 से हो गई थी। इस वर्ष ही पहली बार पूरे विश्व में योग दिवस मनाया गया था। भारतीय परंपरा के अनुसार, ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है।
सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए असरदार है। इस कारण प्रतिवर्ष 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाते हैं। राजकीय आईटीआई के सौजन्य से सभी छात्र छात्राओं को टी-शर्ट वितरण किया गया कार्यक्रम में अनिल वर्मा प्रधानाचार्य राजकीय आईटीआई ,विजय कुमार फोरमैन,रमेंद्र कुमार फोरमैन, हरीश गुप्ता, उत्कर्ष कसौधन, यश कुमार, हर्ष कसौधन, शरद कुमार,विमल कुमार, गिरजेश कुमार मौर्य राजकीय आईटीआई एवं निजी आईटीआई के छात्र-छात्राएं एवं कर्मचारी गण मौजूद रहे।