
कम मेरिट वाले डीएलएड अभ्यर्थी ने हाईकोर्ट में की याचिका
दो साल में ब्रिज कोर्स कराने का था प्रावधान, नहीं हुआ कोर्स
टीईटी पास शिक्षामित्र भी सुप्रीम कोर्ट में कर चुके हैं याचिका
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। प्राथमिक विद्यालय की शिक्षक भर्ती से बीएड को अमान्य किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से बीएड डिग्रीधारियों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही। परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत चयनित बीएड डिग्रीधारियों को बाहर करने की मांग को लेकर पिछले दिनों शिक्षामित्रों ने सर्वोच्च न्यायालय में याचिका की थी। वहीं इस भर्ती में मामूली अंकों से बाहर हो गए डीएलएड (बीटीसी) अभ्यर्थियों ने चयनित बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को छह महीने का अनिवार्य ब्रिज कोर्स न करवाने को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका कर दी है।एक अभ्यर्थी की ओर से दायर याचिका में तर्क दिया गया है कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की 28 जून 2018 की अधिसूचना में कक्षा एक से पांच तक के लिए चयनित बीएड डिग्रीधारियों को दो साल के अंदर छह महीने का अनिवार्य प्रशिक्षण कराने का प्रावधान किया गया था। 69000 शिक्षक भर्ती के तहत पहले बैच में 31277 और दूसरे बैच में 36590 शिक्षकों को क्रमश अक्तूबर और दिसंबर 2020 में नियुक्ति दी गई थी। लेकिन दो साल का समय बीतने के बावजूद अनिवार्य ब्रिज कोर्स नहीं कराया जा सका है।
शिक्षकों ने स्वयं हाईकोर्ट में की थी याचिका
69000 भर्ती में चयनित बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों ने छह महीने का अनिवार्य प्रशिक्षण कराने के लिए स्वयं हाईकोर्ट में याचिका की थी। हाईकोर्ट ने 27 अप्रैल 2022 को साफ किया था कि सरकार यदि समय रहते प्रशिक्षण नहीं कराती और कोई विषम परिस्थिति पैदा होती है तो उसके लिए बीएड डिग्रीधारी शिक्षक जिम्मेदार नहीं होंगे। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रताप सिंह बघेल ने बीएड डिग्रीधारी शिक्षकों को छह महीने का ब्रिज कोर्स कराने संबंधी प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसके बावजूद प्रशिक्षण नहीं कराया जा सका।
राष्ट्रीय विधि विवि में इसी सत्र से बीएएलएलबी की पढ़ाई
नवनियुक्त कुलपति प्रो. ऊषा टंडन ने दी जानकारी
फिलहाल एक निजी कॉलेज के परिसर से संचालन
शुरुआत में एक साल बीसीआई की अनुमति जरूरी नहीं
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय का भवन झलवा में तैयार हो रहा है। अभी यहां कक्षाएं संचालित करने की स्थिति नहीं है पर विश्वविद्यालय में पढ़ाई इसी सत्र से शुरू होगी। विधि विश्वविद्यालय की नवनियुक्त कुलपति प्रो. ऊषा टंडन ने बुधवार को हिन्दुस्तान से टेलीफोन पर हुई वार्ता में बताया कि वह दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि विभाग से रिलीव होकर वह जल्द प्रयागराज पहुंच कार्यभार ग्रहण करेंगी। विश्वविद्यालय के लिए जमीन और बजट तो मिल चुका है, लेकिन निर्माण में अभी समय लगेगा। तब तक किसी दूसरे परिसर से विश्वविद्यालय का संचालन शुरू किया जाएगा।उन्होंने बताया कि 2023-24 सत्र से ही विधि की पढ़ाई शुरू करना प्राथमिकता है। शिक्षकों के पद स्वीकृत हो चुके हैं। इस सत्र में पांच वर्षीय बीएएलएलबी का कोर्स शुरू करेंगे। इसके लिए एक साल तक बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) की एनओसी आवश्यक नहीं है। बहुत काम करना है, कई सारी चुनौतियां हैं लेकिन सबके सहयोग से विश्वविद्यालय शुरू करने को उत्साहित हूं। उन्होंने बताया कि प्रयागराज से उनका सीधा जुड़ाव तो नहीं है, लेकिन इस शहर के बारे में उन्होंने बहुत कुछ सुना है। दुनिया का सबसे बड़ा मेला महाकुम्भ यहां लगता, एशिया का सबसे बड़ा हाईकोर्ट प्रयागराज में है। न्यायाधीशों और अधिवक्ताओं का शहर है।उत्तर प्रदेश विधानमंडल ने 29 जुलाई 2020 को उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रयागराज अधिनियम को मंजूरी दी थी। भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 11 सितंबर 2021 को राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी। इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस विश्वविद्यालय का नाम देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर करने की इच्छा जताई थी, यह कहते हुए कि प्रयागराज से डॉ. राजेंद्र प्रसाद का गहरा संबंध रहा। यहां वह कुंभ मेले के दौरान जरूर आते थे। संगम तट स्थित किले से उनकी स्मृतियां जुड़ी हुई हैं। बाद में अधिनियम में संशोधन कर इसका नाम डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नाम पर कर दिया गया था। विश्वविद्यालय का निर्माण 28.599 एकड़ भूमि पर हो रहा है जो कुल 33.58 एकड़ में फैला होगा। पहले चरण में विश्वविद्यालय 60 सीटों के साथ बीएएलएलबी पांच वर्षीय पाठ्यक्रम शुरू करेगा।
प्रदेश का दूसरा राष्ट्रीय विधि विवि होगा
डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय प्रदेश का दूसरा राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय होगा। लखनऊ में डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद विधि की पढ़ाई को नया आयाम मिलेगा।
सैनिक स्कूल में छात्र की मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच शुरू
जिलाधिकारी के निर्देश पर नगर मजिस्ट्रेट ने शुरू की जांच
सात दिन तक बयान दर्ज होंगे, साक्ष्य इकट्ठा किए जाएंगे
छात्र के पिता, स्कूल के प्रिंसिपल के बयान दर्ज किए जाएंगे
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।:उत्तर प्रदेश कैप्टन मनोज पाण्डेय सैनिक स्कूल के स्वीमिंग पूल में छात्र ओम बुधौलिया की डूबकर हुई मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई। जांच अधिकारी सिटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ ने बुधवार से जांच शुरू कर दी है। सिटी मजिस्ट्रेट ने थाने से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। साथ ही छात्र के पिता को अपना बयान देने के लिए बुलाया है। सैनिक स्कूल के प्रिंसिपल का भी बयान दर्ज किया जाएगा।सिटी मजिस्ट्रेट को 15 दिनों में अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार को सौंपनी होगी। सिटी मजिस्ट्रेट की जांच पूरी होने के बाद जिलाधिकारी उनकी रिपोर्ट कमिश्नर को सौंपेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट को रिपोर्ट में बताना होगा कि इस मामले में सीधे तौर पर कौन जिम्मेदार हैं। सिटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ ने जांच शुरू कर दी है। साथ ही बताया कि सात दिनों के भीतर किसी भी कार्यदिवस में उनके कार्यालय में बयान दर्ज कराया जा सकता है। कलेक्ट्रेट के कक्ष संख्या 21 में इस घटना से सम्बंधित साक्ष्य देने हों तो भी आ सकते हैं। बीती आठ सितम्बर को सैनिक स्कूल के स्वीमिंग पूल में डूबने से छात्र ओम बुधौलिया की मौत हो गई थी। कमिश्नर एवं यूपी सैनिक स्कूल की अध्यक्ष डॉ. रौशन जैकब ने दो स्तर से इस प्रकरण की जांच करने के आदेश दिये थे। उन्होंने कहा था कि पुलिस भी अपने स्तर से पोस्टमार्टम रिपोर्ट और विसरा के आधार पर जांच कर रिपोर्ट तैयार करे। जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने इस मामले में कमिश्नर का निर्देश मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट को जांच अधिकारी नामित कर दिया। बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ ने जांच शुरू कर दी। सीआरपीएफ के एएसआई उरई निवासी मनोज कुमार का बेटा ओम सैनिक स्कूल में पढ़ रहा था। आठ सितम्बर को संदिग्ध हालत में ओम की पूल में डूबने से मौत हो गई थी। स्कूल प्रशासन ने इसकी सूचना मनोज को दी थी।
छात्र के पिता ने कमिश्नर से की थी शिकायत
छात्र ओम बुधौलिया के पिता मनोज स्कूल प्रबंधन की ओर से की गई कार्रवाई से संतुष्ट नहीं थे। कई बार उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई। स्कूल के प्रिंसिपल से मिले। थकहार कर उन्होंने कमिश्नर कार्यालय का रुख किया। कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने उनकी पूरी बात सुनने के बाद ही जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नरेट को दो स्तरीय जांच के निर्देश दिए।
शिक्षक बच्चों में शिक्षा की रुचि पैदा करें: राज्यपाल
राज्यपाल ने बच्चों से गणित के सवाल हल कराए और कविता सुनी
राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय लाजपतनगर का निरीक्षण कर बच्चों से किया संवाद
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता:शिक्षक का दायित्व है कि वह विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति रुचि पैदा करें। शिक्षक को कक्षा के सभी छात्रों के बारे में पता होना चाहिए कि कौन छात्रा पढ़ने में कमजोर है, कौन पढ़ने में ठीक है? यह निर्देश राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बुधवार को चौक के लाजपतनगर प्राथमिक विद्यालय में निरीक्षण के दौरान शिक्षकों को दिये। राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं से संवाद कर उनकी रुचि जानी। बच्चों से गणित के सवाल हल करवाए और कविताएं सुनीं।राज्यपाल ने मध्याह्न भोजन को चखकर उसकी गुणवत्ता परखी। शिक्षकों से स्कूल में साफ-सफाई और बच्चों के नामांकन की जानकारी ली। छात्रों के ड्राइंग की कॉपियां को चेक किया और अच्छी ड्रांइग के लिए उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने छात्रों को महापुरुषों की जीवनी, पंचतंत्र व प्रेरणादायी कहानियों की पुस्तकें तथा फल वितरित किये। इस मौके पर डीएम सूर्य पाल गंगवार, बीएसए अरुण कुमार समेत अन्य मौजूद रहे।
सरकारी योजनाओं का लाभ मुहैया कराएं
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कुछ दिन पहले कुड़िया घाट के पास गोमती नदी में एक नवजात को डूबने से बचाने वाले चार बहादुर बच्चों व उनके घरवालों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना। राज्यपाल की पहल पर ही इन साहसी बच्चों तौसीफ, हसीब, जीशान और गुफरान को राजभवन बुलाकर सम्मानित भी किया था। राज्यपाल ने डीएम को निर्देश दिये कि इन बच्चों के टीकाकरण, परिवार में राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड समेत केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की अन्य लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ दिलाएं।
जीपीएफ खाते में जमा धन से अधिक स्वीकृत करने वालों पर गिरेगी गाज
ऐसे 456 प्रकरणों के मामले में उत्तरदायित्व निर्धारित करने का आदेश
लखनऊ। विशेष संवाददाता:कार्मिकों के सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते में जमा धनराशि से अधिक धनराशि निकालने की स्वीकृति देने वाले अधिकारियों पर शासन की गाज गिरेगी। ऐसे 456 प्रकरणों की सूची के साथ संबंधित विभागाध्यक्षों को आदेश दिया गया है कि उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही की जाए।अपर मुख्य सचिव वित्त दीपक कुमार ने इस आशय का शासनादेश बुधवार को जारी किया। जिसमें उन्होंने लिखा है कि जीपीएफ खाते से अधिक धनराशि के भुगतान की स्वीकृति कर दिए जाने से अनंतिम भुगतान के मामलों में अधिक भुगतान की गई राशि ऋणात्मक हो जाती है। ऐसे मामलों में विभिन्न कारणों से वसूली संभव नहीं हो पाती है। ऐसे प्रकरणों में महालेखाकार उत्तर प्रदेश द्वारा बट्टे खाते में डाले जाने का अनुरोध राज्य सरकार से किया जाता है, जो कि खेदजनक है।विभागाध्यक्षों, कार्यालयाध्यक्षों और आहरण वितरण अधिकारियों को संबोधित इस शासनादेश में लिखा गया है कि जो 456 प्रकरणों की सूची संलग्न है, इन मामलों में भुगतान के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों को चिन्हित कर उनका उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए। उत्तरदायित्व निर्धारित करने के साथ ही समुचित कार्यवाही की जाए, जिससे भविष्य में ऋणात्मक अवशेष की स्थिति
नियुक्ति का झांसा देकर 13 बेरोजगारों से 95 लाख हड़पे
अनुदानित स्कूल संघ अध्यक्ष होने का आरोपी ने किया दावा
13 लोगों से लिए गए रुपये, आशियाना कोतवाली में एफआईआर
लखनऊ, संवाददाता।अनुदानित स्कूल में शिक्षक की नौकरी दिलाने का दावा कर 13 युवकों से 95 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई। आरोपी ने अपनी पहचान अनुदानित स्कूल संघ अध्यक्ष के तौर पर दी थी। नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ितों ने मंगलवार को आशियाना कोतवाली में तहरीर दी। जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है।फर्रुखाबाद निवासी दीपचंद्र की ससुराल आशियाना रजनीखंड में है। वर्ष 2018 में दीपचंद्र की पहचान अनिल कुमार सिंह से हुई। जिसने अनुदानित स्कूल संघ अध्यक्ष के तौर पर परिचय दिया। बातचीत के दौरान आरोपी ने बताया कि स्कूलों में वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर शिक्षक के पद पर नियुक्ति करा सकता है। अनिल सिंह की लुभावनी बातों पर दीपचंद्र भरोसा कर बैठे। उन्होंने यह बात परिचितों को भी बताई। वहीं, नौकरी लगवाने के बदले अनिल सिंह ने रुपयों की मांग की। पीड़ित के मुताबिक उसके सामने कई अन्य युवक भी नौकरी के सिलसिले में अनिल से मिलने आए थे। जिनमें लखीमपुर, फर्रुखाबाद और हरदोई के युवक थे। आरोपी ने दीपचंद्र से करीब 35 लाख रुपये। वहीं, अन्य युवकों से भी करीब 60 लाख रुपये वसूले गए। लेकिन किसी को भी नियुक्ति नहीं मिली। छानबीन करने पर पता चला कि अनिल सिंह का सहायता प्राप्त स्कूल संघ से कोई संबंध नहीं है। आरोपी की सच्चाई सामने आने पर दीपचंद्र ने रुपये वापस करने के लिए कहा। जिस पर उन्हें धमकी दी गई। यह आरोप लगाते हुए दीपचंद्र ने आशियाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है।
ड्रीम स्कॉलरशिप के लिए 24205 अर्ह
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। यूपी बोर्ड से इंटर विज्ञान वर्ग की परीक्षा 2023 में 423/500 (84.60 प्रतिशत) या अधिक अंकों से पास करने वाले 24205 छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा के लिए सालाना 80 हजार रुपये की ड्रीम स्कॉलरशिप हासिल कर सकते हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की इंस्पायर योजना के तहत छात्रवृत्ति उन्हीं मेधावियों को मिलेगी जिन्होंने बेसिक एवं नेचुरल साइंस कोर्स (उदाहरण के तौर पर गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान अथवा लाइफ साइंस- वनस्पति विज्ञान एवं जन्तु विज्ञान आदि) में स्नातक अथवा इंटीग्रेटेड स्नातकोत्तर कक्षाओं में प्रवेश लिया हो।स्कॉलरशिप के लिए पोर्टल शुरू होने पर मंत्रालय की वेबसाइट www. online. inspire. gov. in पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि आवेदन पत्र के साथ संलग्न किए जाने वाले एलिजिबिलिटी या एडवाइजरी नोट को यूपी बोर्ड ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है जिसे संबंधित छात्र-छात्राएं डाउनलोड कर सकते हैं। गौरतलब है कि 2022 की इंटर विज्ञान वर्ग की परीक्षा में 397/500 (79.40 प्रतिशत) या अधिक अंक पाने वाले मेधावियों ने इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन किया था।
स्क्रीनिंग परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में डेंटल सर्जन के 174 पदों पर सीधी भर्ती के लिए एक अक्तूबर को प्रस्तावित स्क्रीनिंग परीक्षा के प्रवेश पत्र बुधवार को जारी हो गए।उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक अजय कुमार तिवारी के अनुसार अभ्यर्थी ओटीआर नंबर के जरिए प्रवेश पत्र तथा अनुदेश डाउनलोड कर निर्धारित परीक्षा केंद्र पर दो फोटो एवं आईडी प्रूफ की मूल एवं छायाप्रति के साथ उपस्थित हों। परीक्षा एक अक्तूबर को सुबह 930 से 1130 बजे तक प्रयागराज और लखनऊ में कराई जाएगी। अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय में 25 सितंबर तक हार्ड कॉपी जमा करने का अंतिम अवसर दिया गया
मेडिकल जांच के लिए दिव्यांग विद्यार्थी दें प्रत्यावेदन
प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में स्नातक के सभी दिव्यांग छात्र-छात्राएं जो 2023-24 सत्र में प्रवेश लेना चाहते हैं और मेडिकल बोर्ड के समक्ष 13 सितंबर को उपस्थित नहीं हो पाए थे। ऐसे सभी दिव्यांग छात्र-छात्राएं शुक्रवार अधिष्ठाता कार्यालय में अपना प्रत्यावेदन प्रस्तुत करें, ताकि उन सभी के लिए मेडिकल बोर्ड की तिथि और समय निर्धारित किया जा सक।
एकेटीयू: दूसरे राउंड की काउंसलिंग आज से
लखनऊ, संवाददाता एकेटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए दूसरे राउंड की काउंसलिंग गुरुवार से शुरू होगी। जबकि बीटेक के लिए 19 हजार अभ्यर्थियों ने सीट कन्फर्मेशन फीस जमा कर दी।एकेटीयू में प्रथम चरण की काउंसलिंग के तहत बीटेक में प्रवेश के लिए 23793 सीटों के अलॉटमेंट के सापेक्ष बुधवार की शाम तक करीब 19 हजार अभ्यर्थियों ने सीट कन्फर्मेशन फीस जमा कर दी। वहीं लगभग 5 हजार अभ्यर्थियों ने सीट को फ्रीज किया है। जिन अथ्यर्थियों ने सीट फ्रीज नहीं किया है उनकी सीट अपने आप फ्लोट हो जाएगी। सीयूईटी यूजी के पाठ्यक्रमों में 2817 सीटों के अलॉटमेंट में से 722 ने फीस जमा की। जबकि सीयूईटी पीजी में करीब 25 सौ आवंटित सीटों में 570 ने सीट कन्फर्मेशन फीस जमा कर दी। प्रवेश समन्वयक प्रो. अरुण कुमार तिवारी ने बताया कि सीट कंफर्मेशन फीस सामान्य, ईडब्ल्यूएस और ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 20 हजार रुपए है। एससी और एसटी अभ्यर्थियों को सीट कन्फर्मेशन फीस के रूप में 12 हजार रुपए जमा करना है।
इंटरनेशनल ट्रेड शो में प्रतिभाग करेगा इनोवेशन हब
लखनऊ। एकेटीयू का इनोवेशन हब 21 से 25 सितंबर तक यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में हिस्सा लेगा। ट्रेड शो नोएडा में आयोजित होगा। ट्रेड शो में इनोवेशन हब के नेतृत्व में 40 इनोवेटिव स्टार्टअप भाग ले रहे हैं। शो में देश विदेश की तमाम बड़ी कंपनियां और खरीदार हिस्सा ले रहे है। यहां स्टार्टअप्स को अपने प्रोडक्टस को प्रस्तुत करने का अवसर मिलेगा। इसमें डॉ. अनुज कुमार शर्मा, इनोवेशन हब के हेड महीप सिंह, वंदना शर्मा, रितेश सक्सेना सहित अन्य लोग भागीदारी करेंगे।
भाषा समिट में भाग लेगा एकेटीयू
लखनऊ। नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 30 सितंबर और एक अक्तूबर को टेक्नोलॉजी एंड भारतीय भाषा समिट का आयोजन होगा। इस समिट में हिस्सा लेने के लिए एकेटीयू के संबद्ध संस्थानों को कुलपति प्रो. जेपी पांडेय के निर्देशन में प्रो. राजीव कुमार ने पत्र जारी किया है। जारी पत्र के अनुसार समिट में शामिल होने के लिए हर संस्थान से कम से कम दो शिक्षक, एक शोध छात्र और एक इस तकनीकी से जुड़ा छात्र होना चाहिए।
डीएलएड में प्रवेश को 11 हजार ने भरा विकल्प
प्रयागराज प्रमुख संवाददाता:डिप्लोमा इन एलीमेंटरी एजुकेशन (डीएलएड) प्रशिक्षण 2023 में प्रवेश के लिए कॉलेज आवंटन की पहली लिस्ट गुरुवार को जारी होगी। एक से 20 हजार तक रैंक वाले अभ्यर्थियों को 18 से 20 सितंबर की रात 12 बजे तक प्रशिक्षण संस्थान का ऑनलाइन विकल्प चुनने का अवसर दिया गया था। बुधवार शाम छह बजे तक साढ़े दस हजार अभ्यर्थियों ने पांच हजार रुपये फीस जमा करते हुए संस्था का विकल्प दिया था। जिसके रात 12 बजे तक 11 हजार के आसपास पहुंचने की उम्मीद है।वर्गवार/श्रेणीवार मेरिट के अनुसार कॉलेज आवंटन सूची गुरुवार को जारी होगी। गुरुवार शाम से 24 सितंबर तक 20001 से 80 हजार तक की रैंक वाले अभ्यर्थी विकल्प भरेंगे। इसी दौरान एक से 20 हजार रैंक तक के ऐसे अभ्यर्थी जो 18 से 20 सितंबर तक विकल्प नहीं भर सके थे उन्हें भी मौका मिलेगा। इनका कॉलेज आवंटन 25 सितंबर को जारी होगा। डीएलएड की 10600 सरकारी समेत कुल 233350 सीटों पर प्रवेश के लिए 3,36,572 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।
क्लास में पढ़ते हुए बेहोश होकर गिरा फिर नहीं उठा, लखनऊ में 9वीं के छात्र की हार्ट अटैक से मौत
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ यूपी की राजधानी लखनऊ में एक 9वीं क्लास के छात्र को दिल का दौरा पड़ा। छात्र क्लास में पढ़ते समय बेहोश होकर गिरा और फिर नहीं उठा। उसके टीचर ने बच्चे को सीपीआर देने की कोशिश की लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना यूपी की राजधानी लखनऊ के स्कूल सिटी मोंटेसरी स्कूल की है। यहां बुधवार को एक बच्चे की क्लास में पढ़ते हुए अचानक मौत हो गई। छात्र का नाम आतिफ सिद्दीकी बताया गया है। आतिफ 9वीं क्लास का स्टूडेंट था। आतिफ जब बेहोश हुआ उस समय क्लास चल रही थी।क्लास में मौजूद रहे टीचर नदीम खान ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बुधवार को नदीम अपनी क्लास लेने के लिए पहुंचे। अचानक पढ़ते-पढ़ते आतिफ सिद्दीकी क्लास में बेहोश हो गया। तुरंत नदीम आतिफ के पास गए और उसकी छाती दबाकर सांस पंप करने की कोशिश की। वहां मौजूद अन्य बच्चों ने भी मदद की। कई बच्चों ने आतिफ के हाथ-पैर दबाए और पानी भी पिलाने की कोशिश की। इसके बाद भी जब आतिफ होश में नहीं आया तो स्कूल में मौजूद नर्स रूम में उसे ले जाया गया। आतिफ के होश में न आने पर प्रशासन उसे पास के अस्पताल में ले गए। आरुषि मेडिकल सेंटर अस्पताल ने उसे दिल के अस्पताल लारी कार्डियोलॉजी में रेफर कर दिया। वहां के डॉक्टरों ने आतिफ को मृत घोषित कर दिया। शुरुआती जांच में डॉक्टरों ने इसे हार्ट अटैक से मौत बताया है। आतिफ के परिजनों को जानकारी दी गई। आतिफ के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। आतिफ की मौत की खबर पाकर उसके घर में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टर सही कारणों की जानकारी देंगे। बताया जा रहा है कि आतिफ को स्कूल में भी सीपीआर दिया गया। वहीं आरुषि मेडिकल सेंटर की ओर से भी पूरी कोशिश की गई। यहां तक की ऑक्सिजन के साथ उसे लारी में रेफर कया गया था। स्कूल के टीचर ऑक्सिजन के साथ बच्चे को लारी ले गए थे। फिर भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
लखनऊ में बदलेगा मौसम, अगले दो दिन तेज हवाओं के साथ बारिश की चेतावनी
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ मौसम में फिर बदलाव के संकेत हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर लखनऊ और आसपास बारिश हो सकती है। साथ ही आकाशीय बिजली गिरने और तेज हवा चलने की भी आशंका है। मौसम विभाग ने इस संबंध में अलर्ट जारी किया है।मौजूदा समय में मानसूनी टर्फ लाइन यानी मुख्य धारा भी सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर खिसक रही है। हवा के कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से जो चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बन रही है, उसको मानसूनी हवाओं से मजबूती मिलेगी। ऐसे में कुछ एक स्थानों पर भारी वर्षा भी हो सकती है। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ और आसपास के इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। यह स्थिति दो दिन तक बनी रहेगी। वहीं, पूर्वोत्तर के जिलों में 23 सितम्बर को कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है।
धूप और उमस ने परेशान किया
बुधवार को दिन में बादलों की आवाजाही रही लेकिन आमतौर पर धूप निकली रही। साथ ही हवा में नमी बढ़ने से उमस ने भी लोगों को बेहाल किया। दिन में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस रहा। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार गुरुवार को बादल छाए रहेंगे। इस दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से सामान्य वर्षा हो सक
मांगों के समर्थन में शिक्षकों ने निकाला मशाल जुलूस
सिद्धार्थनगर, निज संवाददाता। पुरानी पेंशन बहाली, आश्वासन के बाद भी पदोन्नति प्रक्रिया पूर्ण न करने, अंतरराष्ट्रीय स्थानांतरण प्रतिवर्ष वरिष्ठता के आधार पर करने, शिक्षामित्र अनुदेशक का मानदेय वृद्धि एवं वार्षिक वृद्धि प्रदान करने, नवनियुक्त शिक्षकों का ब्रिज कोर्स शीघ्र पूर्ण कराने, 2004 बैच के संबंधित में र्केंद्र के समान मेमोरेंडम जारी कराने सहित तमाम समस्याओं के निराकरण के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के नेतृत्व में मशाल जुलूस निकाला गया।शहर के साड़ी तिराहे से निकलकर डीएम कार्यालय तक शिक्षकों ने मार्च किया। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम डॉ. ललित कुमार मिश्र को सौंपा गया। जिलाध्यक्ष आदित्य कुमार शुक्ल की अगुवाई में संपन्न कार्यक्रम में अभय मिश्र, जेपी गुप्त, अंजनी झा, आनंद पांडेय, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, उमाकांत संतोष पांडेय, ममता सक्सेना, प्रार्थना मिश्र, अभिषेक, संतोष पांडेय, प्रीती शर्मा आदि मौजूद रहीं।
पुरानी पेंशन के लिए एकसाथ गरजेंगे कर्मचारी
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अब आंदोलन तेज होने जा रहा है। रेलवे यूनियनों ने एक मंच पर आकर 21 सितंबर को बड़े आंदोलन को चेताया था। अब संयुक्त मोर्चा के साथ मिलकर गुरुवार को सभी कर्मचारी एक साथ गरजने वाले हैं। विशाल प्रदर्शन कर तय किया जाएगा कि मांग पूरी न होने पर महा हड़ताल की जाए।बुधवार को एनसीआरएमयू कार्यालय पर संयुक्त मंच ने बैठक कर विरोध की रूपरेखा तैयार की। राग विराग सह संयोजक की अध्यक्षता में पुरानी पेंशन बहाली के लिए केंद्रीय, राज्य कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर एक साथ प्रदर्शन करेंगे। गुरुवार को सभी संगठन कार्यालय, विकास खंड, तहसील और मुख्यालय पर विरोध जताएंगे। सुबह 10 बजे से दोपहर एक बजे तक गेट मीटिंग, प्रदर्शन कर महाहड़ताल के समर्थन में सहमति पत्र लेकर डीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन देंगे। संचालन मंच के सह संयोजक विनोद कुमार पांडेय ने किया। बैठक में गवर्मेंट प्रेस, कृषि विभाग, लघु सिंचाई, सिंचाई, माध्यमिक शिक्षा परिषद, शिक्षा निदेशालय, जूनियर एवं प्राथमिक शिक्षक संघ, लोनिवि समेत अन्य विभागों के कर्मचारियों ने अपनी बात रखी।
सरकारी एवं एडेड माध्यमिक स्कूलों में शिक्षकों व कर्मचारियों को छुट्टी अब मोबाइल एप से
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता:सरकारी एवं एडेड माध्यमिक स्कूलों में अब अवकाश के लिए आवेदन व उसकी स्वीकृति की सारी प्रक्रिया मोबाइल ऐप पर होगी। इस संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनन्द की ओर से बुधवार को आदेश जारी कर दिए गए।आदेश में कहा गया है कि माध्यमिक शिक्षा द्वारा संचालित प्रदेश के राजकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के अवकाश के आवेदन व स्वीकृति के लिए एनआईसी यूपी द्वारा संचालित मानव सम्पदा पोर्टल के तहत शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए एनड्राइड एप बेस्ड प्रणाली विकसित की गई है। ऐसे में शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे अवकाश के लिए आवेदन या उसकी स्वीकृति के लिए मानव सम्पदा एंड्राइड ऐप बेस्ड सिस्टम को अपने एंड्राइड मोबाइल में गूगल प्ले स्टोर से अथवा मानव सम्पदा वेबसाइट लिंक https;//chrms.upsdc.gov.in/androidaApp/msthapna.apkसे डाउनलोड कर इंस्टॉल करें तथा ऐप से माध्यम से ही अवकाश आवेदन
प्रयागराज समेत कई जिलों में नहीं हो सका स्कूल आवंटन
हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराज अन्तर्जनपदीय स्थानान्तरण के बाद एक से दूसरे जिले में पहुंचे परिषदीय शिक्षकों का विद्यालय आवंटन प्रयागराज समेत कई जिलों में बुधवार को नहीं हो सका। एनआईसी के सॉफ्टवेयर के माध्यम से बुधवार से ऑनलाइन विद्यालय आवंटन होना था। लेकिन पोर्टल पर अपलोड स्कूलों की सूची में गड़बड़ी के कारण कई जिलों में विद्यालय आवंटन की प्रक्रिया रोकनी पड़ी।प्रयागराज में ट्रांसफर से आए 262 शिक्षकों का आवंटन नहीं हो सका। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि नगर क्षेत्र के विद्यालय ग्रामीण में प्रदर्शित होने के कारण स्कूल आवंटन नहीं हुआ। सूची दुरुस्त होने के बाद एक-दो दिन में नए सिरे से आवंटन किया जाएगा। बुधवार सुबह 10 बजे से सर्व शिक्षा अभियान (समग्र शिक्षा) कार्यालय मम्फोर्डगज में पहुंचे शिक्षकों को निराश होकर लौटना पड़ा।बाराबंकी, अयोध्या, सहारनपुर और सीतापुर में भी विद्यालय आवंटन नहीं हो सका। सीतापुर के बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह के अनुसार सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय की वरीयता सूची पोर्टल पर त्रुटिपूर्ण प्रदर्शित होने के कारण काउंसिलिंग स्थगित की गई है।
एकेटीयू में हर हफ्ते कैरी ओवर परीक्षा की तैयारी
पाठ्यक्रम को सुगम बनाने की कवायद, सत्र 2024-25 से लागू करने पर विचार
अपनी सुविधा के अनुसार जब चाहें कैरी ओवर परीक्षा दे सकेंगे परीक्षार्थी
बीटेक समेत अन्य विषयों के अंतिम वर्षके छात्रों को मिलेगा बड़ा लाभ
लखनऊ, संवाददाता। एकेटीयू के विद्यार्थियों को अब बैक पेपर के लिए साल के अंत तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगले सत्र से जिन छात्रों का बैक पेपर लगेगा, वह अपनी सुविधा अनुसार जब चाहें (हर रविवार) परीक्षा दे सकेंगे। प्राविधिक विवि द्वारा सत्र 2024-25 से इसे लागू करने की तैयारी है।नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत पाठ्यक्रम और परीक्षा को सरल बनाने के लिए का प्रावधान है। यदि एकेटीयू इसे लागू करने में कामयाब रहा तो छात्रों को पूरी तैयारी के साथ बैक पेपर की परीक्षा देने का समय मिलेगा। इससे एकेटीयू प्रशासन भी अपनी सेमेस्टर परीक्षाएं 22-25 दिनों की बजाय 12-13 दिनों में ही संपन्न करा सकेगा। इससे छात्रों को पढ़ाई के लिए भी करीब एक महीने का अतिरिक्त समय मिलेगा।
अब तक किसी पेपर में बैक लग जाने पर कैरीओवर की परीक्षा एक साल पर होती थी। यानी दिसंबर की परीक्षा में बैकपेपर लगने पर दिसंबर और मई में बैक पेपर लगने पर मई तक का इंतजार करना पड़ता था। जब सेमेस्टर परीक्षाएं आती थीं तो छात्रों को सेमेस्टर परीक्षाओं के साथ ही बैक पेपर की भी परीक्षा देनी होती थी। अंतिम वर्ष में आते-आते चार-पांच विषयों में बैक पेपर लग जाता था।
बीटेक समेत अन्य विषयों के अंतिम वर्ष के छात्रों को इससे बड़ा लाभ मिलेगा। प्राय बीटेक छात्रों को चौथे वर्ष में ही प्लेसमेंट मिल जाता है।
भाषा समिट में एकेटीयू
नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में 30 सितंबर और एक अक्तूबर को टेक्नोलॉजी एंड भारतीय भाषा समिट का आयोजन होगा। समिट में शामिल होने के लिए हर संस्थान से दो शिक्षक, एक शोध छात्र, तकनीकी से जुड़ा छात्र होना चाहिए।
एमसीक्यू आधारित परीक्षा भी संभव
एकेटीयू इस बात पर भी विचार कर रहा है कि कैरीओवर परीक्षा एमसीक्यू आधारित कराई जाए। ओएमआर सीट के मूल्यांकन में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। ऑनलाइन परीक्षा होने के नाते परिणाम भी अधिकतम दो-तीन दिन में आ जाएंगे। फिलहाल अभी दोनों विकल्पों पर विचार चल रहा है।
कैरीओवर आने पर मेडल नहीं मिलेंगे
यदि किसी छात्र ने पढ़ाई के दौरान एक पेपर में भी कैरीओवर परीक्षा दी होगी और वह अपने वैच में टॉपरों की सूची में शामिल होगा, तो भी उसे मेडल नहीं मिलेगा। दूसरा कैरीओवर में भले ही उसे ए ग्रेड मिले हों लेकिन परिणाम में उसे नीचे के अंक दिए जाएंगे।
छात्र हित में कैरीओवर की परीक्षा
हर हफ्ते करने के निर्णय पर विचार किया जा रहा है। सब कुछ सही रहा तो अगले सत्र से इसे लागू किया जा सकेगा। इससे छात्रों पर परीक्षा का दबाव नहीं होगा।
- प्रो. जेपी पाण्डेय, कुलपति
काउंसलिंग आज से
लखनऊ। एकेटीयू से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश के लिए दूसरे राउंड की काउंसलिंग गुरुवार से शुरू होगी। जबकि बीटेक के लिए 19 हजार अभ्यर्थियों ने सीट कन्फर्मेशन फीस जमा कर दी। एकेटीयू में प्रथम चरण की काउंसलिंग के तहत बीटेक में प्रवेश के लिए 23793 सीटों के अलॉटमेंट के सापेक्ष बुधवार की शाम तक करीब 19 हजार अभ्यर्थियों ने सीट कन्फर्मेशन फीस जमा कर दी। वहीं लगभग 5 हजार अभ्यर्थियों ने सीट को फ्रीज किया है। जिन अथ्यर्थियों ने सीट फ्रीज नहीं किया है उनकी सीट अपने आप फ्लोट हो जाएगी। सीयूईटी यूजी के पाठ्यक्रमों में 2817 सीटों के अलॉटमेंट में से 722 ने फीस जमा
प्राइमरी में परेशानियां होंगी दूर, पटरी पर आएगी पढ़ाई:बीएसए
लखनऊ, कार्यालय संवाददाता।प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्र के कई स्कूलों में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय, जलभराव, रास्ता समेत कई समस्याएं हैं। आरटीई के तहत निजी स्कूल बच्चों को दाखिला नहीं दे रहे हैं। मंगलवार को आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ के फोन-इन में अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी को ये समस्याएं गिनाईं।बीएसए अरुण कुमार ने फोन पर अभिभावकों और शिक्षकों की समस्याएं सुनीं और उनके निस्तारण का भरोसा दिया। बताया कि नगर क्षेत्र के जिन प्राथमिक स्कूलों में कोई स्थायी शिक्षक नहीं है, वहां पर दूसरे स्कूलों के एक-एक शिक्षक लगाए गए हैं। तबादले पर आए शिक्षकों को इन स्कूलों में लगाया गया है। नगर क्षेत्र में शिक्षकों के समायोजन का मामला लंबित होने से ग्रामीण क्षेत्र के शिक्षकों को नगर में तैनात करने में अड़चने आ रही हैं। इसे जल्द दूर कर लिया जाएगा। बीएसए ने बताया कि स्कूलों में पेयजल, शौचालय, खराब रास्ते, जलभराव, जर्जर भवन की समस्याएं दूर होंगी। प्रधान व पार्षद की मदद से इन्हें दुरुस्त किया जाएगा। जर्जर स्कूलों की मरम्मत भी कराई जाएगी। जरूरत पर अतिरिक्त कक्ष भी बनवाया जाएगा।
सवाल उच्च प्राथमिक स्कूल खुर्रमपुर, सरोजनीनगर में 73 बच्चों पर दो शिक्षक हैं। एक शिक्षिका छुट्टी पर चली गईं। एक शिक्षिका कैसे पढ़ाएं?
अंजू श्रीवास्तव, प्रभारी प्रधानाध्यापक
जवाब बीएसए कार्यालय को प्रार्थना पत्र भेजकर सूचित करें। अतिरिक्त शिक्षक की तैनाती की जाएगी।
सवाल रानीगंज प्राथमिक स्कूल में स्थायी शिक्षक नहीं हैं। दूसरे स्कूल के एक शिक्षक कैसे पढ़ाएं?
अंकित तिवारी, नाका
जवाब बच्चों की संख्या के अनुपात में शिक्षक तैनात हैं। फिर भी दिखवाकर शिक्षक बढ़ाएंगे।
सवाल शिक्षकों के एरियर, पदोन्नति और वेतनमान नहीं लगे हैं।
सुधांशु मोहन, शिक्षक नेता
जवाब सभी ब्लॉकों के बीईओ से शिक्षकों के लंबित मामले मांगे गए हैं। बारी-बारी से निस्तारण होगा।
सवाल मोहनलालगंज के धनुवासाढ़ के अंग्रेजी मीडियम स्कूल में सभी बच्चों को किताबें नहीं मिली हैं।
दिनेश सिंह, शिक्षक
जवाब जिन कक्षाओं की किताबें नहीं मिली हैं, उनकी सूचना दें। किताबें मुहैया कराई जाएंगी।
सवाल लालकुआं स्थित भेड़ी मण्डी प्राथमिक स्कूल का भवन जर्जर है। एक कमरे में बच्चों को कैसे पढ़ाएं?
आलोक रस्तोगी, लालकुआं
जवाब स्कूल के प्रधानाध्यापक से जर्जर भवन की मरम्मत का प्रस्ताव मांगा गया है। जरूरत के हिसाब से निर्माण कराया जाएगा।
आरटीई के तहत दूसरे स्कूलों में दिलाएंगे दाखिला
बीएसए ने बताया कि आरटीई के तहत जिन बच्चों के दाखिले अभी तक नहीं हो पाए हैं, उन्हें उनके वार्ड के दूसरे स्कूल में दिलाए जा रहे हैं। अब तक 14 हजार के सापेक्ष 10 हजार से अधिक बच्चों के दाखिले हो चुके हैं। आवेदन में कई स्कूल दूसरे वार्ड के होने से दाखिले में अड़चन आई है। अभिभावकों से बात कर उस वार्ड के दूसरे स्कूलों के विकल्प लेकर दाखिले कराए जा रहे हैं।
जिन्हें शून्य देना था, 24 अंक देकर पास कर दिया
लखनऊ, कार्यालय संवाददाता पॉलीटेक्निक की परीक्षा, मूल्यांकन और परिणाम में कुछ भी हो सकता है। पॉलीटेक्निक सम सेमेस्टर परीक्षा के मूल्यांकन के दौरान परीक्षक वीडियो कॉल कर रिश्वत मांगता है तो परिणाम जारी होने के बाद एक ही छात्र के दो-दो परिणाम जारी कर दिए जाते हैं। जिस फार्मेसी छात्र के नम्बर में बदलाव किया गया, ये उन छात्रों में शामिल है, जिन पर बोर्ड ने परीक्षा समिति के निर्णय के अन्तर्गत उत्तर पुस्तिका में मोबाइल नम्बर लिखने वालों को शून्य अंक देने का निर्णय लिया था। उसी छात्र के परिणाम में 80 में 24 अंक दिख रहे हैं और बाद में 80 में शून्य अंक दिख रहे हैं।पॉलीटेक्निक सम सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम 12 सितम्बर को जारी किया गया था। इस दिन कॉपी पर मोबाइल पर लिखने वाले छात्रों के रिजल्ट में दर्शा रहा था कि कॉपी पर मोबाइल लिखने से इनका रिजल्ट रोका गया है। इसी छात्र की कॉपी का रिजल्ट सही हो गया है, जिस विषय (बायोकेमिस्ट्री-क्लिनिकल पैथोलॉजी 214205) की कॉपी में मोबाइल नम्बर लिखा था, उसमें परीक्षा समिति ने शून्य अंक देने का निर्णय लिया था। परिषद के सचिव अजीत मिश्रा ने छात्र का रिजल्ट चेक करने की बात कही। 18 सितम्बर को सचिव ने छात्र की कॉपी भेजकर बताया कि उसमें 80 में 00 अंक ही हैं। इसके बाद सचिव से पूछा गया कि एक दिन पहले इसी छात्र की कॉपी में 24 नम्बर थे तो बोर्ड सचिव जवाब नहीं दे पाए। हिन्दुस्तान के पास छात्र के दोनों रिजल्ट सुरक्षित हैं।जिस मार्कशीट पर 24 अंक है, उसे वेबसाइट www. bteup. ac. in के रिजल्ट सेक्शन से डाउनलोड करते समय हर स्टेप का स्क्रीन रिकार्ड है।
पॉलीटेक्निक का मामला
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान तीन सितम्बर को मूल्यांकन केन्द्र बिजनौर से एक परीक्षक ने छात्र को कॉपी दिखायी। परीक्षक को नम्बर उत्तर पुस्तिका पर मिला। इस मामले में परीक्षक मोहित कुमार पर केस हुआ उसमें कॉपी पर मोबाइल नम्बर लिखने वाले छात्र का विवरण भी था। 12 सितम्बर को परिणाम जारी हुआ तो 2504 छात्रों को अंक शून्य मिला।