नई दिल्ली: अमेरिका के जिस पायलट ने ईरान पर गिराया 14000 किलो का बम, उसने क्या देखा? फोर्दो प्लांट पर कैसा था नजारा…

June 29, 2025
नई दिल्ली: तेहरान. अमेरिका ने 22 जून को ईरान पर ऑपरेशन मिडनाइट हैमर लॉन्च किया था. इसके जरिए ईरान की तीन न्यूक्लियर साइट्स पर हमले किए गए. इन हमलों के बाद जो धमाका हुआ उससे जो रोशनी निकली उसे देखकर ऐसा लगा जैसे सुबह हो गई है. एक अमेरिकी पायलट ने हमले को याद करते हुए कहा कि उसने अब तक की सबसे चमकदार रोशनी देखी थी. इसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे सुबह हो गई. 14000 किग्रा वाला GBU-57 बमों के विस्फोट के कारण धरती कांप उठी. फोर्दो न्यूक्लियर साइट खास तौर से पहाड़ों के अंदर बनी है, जिस कारण हमले के लिए इन बमों का इस्तेमाल किया गया.
फोर्दो पर बम गिराने वाले पायलट ने बताया कि जैसे सुबह हो गई:
जनरल डैन केन, अमेरिका के जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन, ने कहा, ‘हमारे पायलटों को मिशन पर भेजते वक्त हमने नहीं बताया कि वे लौटकर आएंगे भी या नहीं.’ फोर्दो वह न्यूक्लियर साइट है जिसे ईरान ने खासतौर पर पहाड़ों के भीतर बनवाया था ताकि किसी भी बाहरी हमले से बच सके. यही कारण है कि ये साइट इजरायली मिसाइलों की पहुंच से भी बाहर थी. लेकिन अमेरिका ने स्पेशली डिजाइन किए गए बंकर-बस्टर बमों से इसे भेद दिया. ईरान दावा कर रहा है कि उसे इस हमले में बहुत ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है. वहीं अमेरिका कह रहा है कि ईरान की न्यूक्लियर साइट तबाह हुई है.
न्यूक्लियर साइट फिर बनाने में जुटा ईरान:
भीषण हवाई हमलों के बाद अब पहली बार सामने आए सैटेलाइट इमेज बता रहे हैं कि ईरान ने अपने अंडरग्राउंड परमाणु ठिकानों से मलबा हटाना शुरू कर दिया है. इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि फोर्दो न्यूक्लियर फैसिलिटी के पास खुदाई का काम जारी है, बुलडोजर और खुदाई मशीनें जमीन को समतल कर रही हैं, और शायद कोई नया रास्ता भी तैयार किया जा रहा है.
ईरान मना रहा राष्ट्रीय शोक:
ईरान ने इजरायल के साथ 12 दिनों के संघर्ष में 60 शीर्ष वैज्ञानिकों और सैन्य अफसरों की मौत की पुष्टि की है. तेहरान में शनिवार को इन ‘शहीदों’ का राजकीय अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें हजारों लोग काले कपड़ों में शामिल हुए. मारे गए लोगों की फोटो तख्तियों पर थी. नारों की गूंज पूरे शहर में फैली थी.