शेखर न्यूज़ पर देश भर की खबरों पर नज़र,खबरें विस्तार से.. 13.09.2023
✍️ मोनू मानेसर को हिरासत में लेने के बाद नूंह में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी_
✍️ राम मंदिर की सुरक्षा बढ़ी, SSF की पहली बटालियन पहुंची अयोध्या
अयोध्या:भगवान राम लला की विशेष सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित एसएसएफ जवानों की बटालियन सोमवार देर शाम अयोध्या पहुंच गयी. यह जवान राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान रामलला की सुरक्षा करेंगे. इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट का संचालन शुरू होने पर अयोध्या एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा ड्यूटी में तैनात होंगे.अयोध्या पहुंचने पर क्षेत्राधिकारी अयोध्या ने पुष्प गुच्छ देकर एसएसएफ के जवानों का स्वागत किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गठित यह विशेष सुरक्षा दस्ता उत्तर प्रदेश पुलिस और पीएसी के चुने हुए जवानों से बना एक दस्ता है, जो अब अयोध्या में रामलाल की सुरक्षा व्यवस्था देखेगा.
280 एसएसएफ के जवान का ग्रुप पहले चरण में रामलला की सुरक्षा में तैनात होगा. खास बात ये है कि भगवान राम की सुरक्षा के लिए लगाए जाने से पहले एसएसएफ के जवानों की एक हफ्ते की स्पेशल ट्रेनिंग होगी. बताते चलें मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर इस बटालियन के जवानों की रामलला, अयोध्या, काशी और मथुरा के मंदिरों के साथ प्रदेश के हवाई अड्डे की सुरक्षा में तैनात होगी. खास बात ये है कि मुख्यमंत्री के द्वारा गठित की गई स्पेशल फोर्स पहली बार रामलला की सुरक्षा में तैनाती होगी.
✍️ राजोरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो दहशतगर्द घिरे, एक जवान घायल
जम्मू संभाग के राजोरी जिले में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हो गई है। बताया जा रहा है कि यहां दो आतंकियों के घिरे होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान एक जवान घायल हो गया है, जिसे इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया है।अभी दोनों ओर से गोलीबारी जारी है। यह वीडियो/विज्ञापन हटाएं जानकारी के अनुसार, राजोरी के दूर-दराज हरि चुमा क्षेत्र में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच गोलीबारी हो रही है। इस इलाके में सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद लगातार इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा था। इसी कड़ी में मंगलवार शाम चार बजे के करीब आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। अभी ऑपरेशन चल रहा है। इससे पहले सोमवार शाम राजोरी जिले के कालाकोट सब डिवीजन के तरेड़ू क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि देखी गई। सुरक्षा बलों ने मोर्चा संभाल लिया। सैन्य सूत्रों के अनुसार सेना के जवान तरेड़ू क्षेत्र में रूटीन गश्त पर थे। रात करीब साढ़े आठ बजे मक्का के खेत में संदिग्ध हलचल देखी। इस पर सेना ने फायरिंग की, लेकिन सामने से कोई जवाब नहीं आया। सेना ने तत्काल, पुलिस और सीआरपीएफ के साथ पूरे इलाके की घेराबंदी की।
✍️ दो महीने से राहत शिविरों में रह रहे हैं आपदा प्रभावित, सरकार कर रही सिर्फ घोषणाएं: जयराम
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा की वजह से प्रदेश में हज़ारों लोगों का घर टूट गया। फसलें बर्बाद हो गई हैं, खेत बह गए हैं। लोग आपदा राहत शिविरों में रह रहे हैं। आपदा राहत शिविरों की हालत किसी से छुपी नहीं है। सरकार उनकी मदद करने के बजाय हर रोज़ कोई नई घोषणाएं कर रही है। उन्होंने कहा कि अब बहुत हो चुका, लोगों को सच में राहत चाहिए। सरकारी वादे नहीं। इसलिए सरकार से आग्रह है कि प्रभावितों को राहत पहुंचाने की दिशा में प्रभावी कदम उठाए। लोग पूछ रहे हैं कि राहत कब मिलेगी। लोग कह रहे हैं कि वह अपने गांवों में टेंट में रह लेंगे लेकिन राहत शिविरों में नहीं। राहत शिविरों की हालत किसी से छिपी नहीं हैं। इसलिए सरकार उन्हें ज़मीनें और बाक़ी सुविधाएं उपलब्ध करवाए।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अभी भी सड़कें बंद पड़ी हैं। बागवान परेशान हैं। सेब और सब्जियां बाज़ार तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। सभी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई है। इसलिए सरकार से अनुरोध है कि इधर-उधर की बात करने के बजाय गंभीरता से काम करे। आपदा की आंड़ में सरकार अब अपनी नाकामियां नहीं छिपा सकती हैं। लोग सरकार के वादों के पूरा होने का इंतज़ार कर रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का हर नेता कह रहा है कि केंद्र द्वारा कोई मदद नहीं की गई है। जबकि हज़ारों करोड़ रुपए केंद्र द्वारा आपदा राहत के विभिन्न मदों में दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली के कांग्रेसी नेताओं को हिमाचल में केंद्र द्वारा दी गई मदद के बारे में ख़ुद पता करना चाहिए क्योंकि हिमाचल सरकार के लोग लगातार झूठ पर झूठ बोल रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने कहा सड़कों की मरम्मत से लेकर, नई सड़कों और फ़ोरलेन
✍️ चांद और सूरज के बाद समुद्र खंगालने की तैयारी में भारत, क्या है समुद्रयान, क्यों अहम है यह मिशन
चांद, सूरज के बाद अब बारी सागर की है। भारत अपना पहला मानवयुक्त समुद्री मिशन भेजने की तैयारी में जुटा है जिसे समुद्रयान नाम दिया गया है। इस मिशन में स्वदेशी पनडुब्बी मत्स्य-6000 में तीन व्यक्तियों को पानी के भीतर 6,000 मीटर की गहराई तक भेजने की योजना है। यह अंतरिक्ष की तरह ही समुद्र भी रहस्यों को समाए हुए है। दुनियाभर में समुद्र को लेकर कई खोजें हुई हैं, अब इस कड़ी में भारत भी अपना मिशन भेजने की तैयारी में है। लिहाजा हमें जानना चाहिए कि समुद्रयान मिशन क्या है? मिशन को लेकर अभी क्या हुआ है? इसका उद्देश्य क्या है? समुद्रयान को कब तक भेजा जाएगा