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एकेटीयू के दीक्षांत में 95 को पदक, 112 को पीएचडी उपाधि

24.12.2023

21वें दीक्षांत में चांसलर मेडल पाने वाले को मिलेंगे 31 हजार

यूजी-पीजी पाठ्यक्रमों के 49452 विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएंगी

पीएचडी उपाधि पाने वालों में यूपी के पूर्व मुख्य सचिव भी शामिल

लखनऊ, संवाददाता।एकेटीयू में पहली बार चांसलर मेडल के साथ नगद पुरस्कार दिया जाएगा। यूपी के पूर्व मुख्य सचिव को पीएचडी अवार्ड होगी। 95 छात्रों को 95 गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए जाएंगे। दीक्षांत समारोह में 112 को पीएचडी उपाधि भी दी जाएगी।एकेटीयू का 21वां दीक्षांत समारोह 26 दिसंबर को होगा। संबद्ध संस्थान मेरठ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मेरठ के बीटेक इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग के छात्र मोहसिन अफरोज ने टॉप किया है। दीक्षांत समारोह में उन्हें चांसलर मेडल दिया जाएगा। जबकि कमल रानी वरूण स्मृति मेडल पीएसआईटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग कानपुर के बीटेक इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की छात्रा प्रज्ञा गौतम को मिलेगा।

बीओबी ने प्रायोजित किया नगद पुरस्कार

दीक्षांत में कुल 95 गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल दिए जाएंगे। इसमें चांसलर मेडल, कमल रानी वरूण मेडल, 39 गोल्ड मेडल, 27 सिल्वर मेडल और 27 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। वहीं अलग-अलग पाठ्यक्रमों के 49452 विद्यार्थियों को डिग्री दी जाएंगी। कुलपति प्रो. जेपी पांडेय ने बताया कि पहली बार एकेटीयू में चांसलर मेडल के साथ नगद पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए बैंक ऑफ बड़ौदा ने 31 हजार रुपये का नगद पुरस्कार स्पॉन्सर किया है। साथ ही स्पोर्ट्स और स्टार्टअप की श्रेणी में भी दो नगद पुरस्कार दिए जाएंगे। हालांकि इन दो नगद पुरस्कार के लिए अभी किसी का चयन नहीं हुआ है। 112 पीएचडी की उपाधि दी जा रहीं हैं। इसमें यूपी के पूर्व मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी को भी पीएचडी अवॉर्ड की जाएगी। उन्होंने मैनेजमेंट से पीएचडी की है।

संबद्ध संस्थानों में रिसर्च सेंटर बनाएगा एकेटीयू

एकेटीयू के छात्र मूल विषय के साथ इंडस्ट्री ओरिएंटेड कोर्स भी कर सकेंगे। शोध को बढ़ावा देने के लिए एकेटीयू अपने ऐसे संस्थानों में रिसर्च सेंटर भी खोलेगा। हालांकि इन संस्थानों को राष्ट्रीय मूल्यांकन एजेंसियों की ओर से अच्छी ग्रेडिंग मिली होनी चाहिए। पीआरओ डॉ. पवन कुमार त्रिपाठी ने बताया कि दीक्षांत समारोह में पहली बार तीन श्रेणियों में बेस्ट वूमेन लेड स्टार्टअप अवार्ड, बेस्ट सोशल इम्पैक्ट स्टार्टअप अवार्ड और बेस्ट टेक इनोवेशन स्टार्टअप अवार्ड दिया जाएगा। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता गवर्नर व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल करेंगी। मुख्य अतिथि एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम होंगे। वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल होंगे।

सिपाही के 60244 पदों पर भर्ती शुरू, आनलाइन आवेदन 27 से

16 जनवरी 2024 तक किए जा सकेंगे आवेदन

आवेदन में संशोधन की अंतिम तिथि 18 जनवरी 2024 तय

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने नागरिक पुलिस में सिपाही (कांस्टेबल) के 60244 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया शनिवार को शुरू कर दी। इन पदों के लिए आनलाइन आवेदन 27 दिसंबर से आमंत्रित किए गए हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 16 जनवरी 2024 है। बोर्ड ने शुल्क समायोजन एवं आवेदन में संशोधन की अंतिम तिथि 18 जनवरी 2024 तय की है। आनलाइन आवेदन बोर्ड की वेबसाइट (https://uppbpb.gov.in) पर करना होगा।आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान ने 12 दिसंबर के अंक में यह भर्ती प्रक्रिया दिसंबर के अंतिम हफ्ते में शुरू होने की जानकारी दी थी। इस भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन शुल्क 400 रुपये निर्धारित किया गया है। भर्ती के कुल 60244 पदों में से 24102 पद अनारिक्षत हैं जबकि 6024 पद आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस), 16264 पद अन्य पिछड़ा वर्ग, 12650 पद अनुसूचित जाति और 1204 पद अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। यह भर्ती पे बैंड 5200-20200 ग्रेड पे 2000 नए वेतनमान में वेतन मैट्रिक्स 21700 रुपये के तहत की जाएगी। इन पदों पर भर्ती के लिए पुरुष एवं महिला अभ्यर्थी पात्र होंगे। बोर्ड का कहना है कि परीक्षा के पूर्व किसी भी समय रिक्तियों की संख्या परिवर्तित की जा सकती है।

खिलाड़ी कोटे से 637 पदों के लिए आवेदन जारी

पुलिस एवं पीएसी में कुशल खिलाड़ी कोटे से सिपाही के 546 और उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) के 91 पदों पर भर्ती के लिए भी आनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। सिपाही के पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि पहली जनवरी 2024 और उप निरीक्षक के लिए आवेदन की अंतिम तिथि नौ जनवरी 2024 तय की गई है। आवेदन के लिंक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए हैं। सिपाही के कुल 546 पदों में से 372 पद नागरिक पुलिस में सिपाही और 174 पद पीएसी में सिपाही के हैं।

पॉलीटेक्निक विषम सेमेस्टर परीक्षा फिर स्थगित, 27 नहीं होगी

विषम सेमेस्टर परीक्षा की दो बार तिथियां घोषित करने के बाद स्थगित करना पड़ा

पॉलीटेक्निक छात्रों का पुनर्मूल्यांकन परिणाम भी जारी नहीं कर पा रहा बोर्ड

लखनऊ। कार्यालय संवाददाता:प्राविधिक शिक्षा परिषद पॉलीटेक्निक परीक्षा की तिथि तय नहीं कर पा रहा है। विषम सेमेस्टर की परीक्षा दूसरी बार स्थगित कर दी गई। प्राविधिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा तिथि तो घोषित कर रहा है लेकिन शेड्यूल जारी नहीं कर पा रहा है। वजह बताई जा रही है कि पुनर्मूल्यांकन परिणाम इसमें ¦बाधा बन रहे हैं। तीन महीने के बाद भी बोर्ड सम सेमेस्टर का पुनर्मूल्यांकन परिणाम जारी नहीं कर सका है और विषम सेमेस्टर परीक्षा को अलग-अलग तिथियां घोषित कर उन्हे स्थगित किया जा रहा है। एक बार फिर 27 दिसम्बर से प्रस्तावित पॉलीटेक्निक विषम सेमेस्टर परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है। परीक्षा कब से होगी बोर्ड अभी ये तय नहीं कर सका है। अब माना जा रहा है कि परीक्षा जनवरी दूसरे सप्ताह में हो सकती है।प्रदेश भर तकरीबन दो लाख 80 हजार छात्र ऐसे हैं। जिन्हें विषम सेमेस्टर की परीक्षा देनी है। पूर्व में बोर्ड के सचिव अजीत कुमार मिश्रा ने 17 दिसम्बर से विषम सेमेस्टर परीक्षा घोषित की और तिथि करीब आने पर परीक्षा स्थगित कर दी गई। उसके बाद 18 से 22 दिसम्बर तक प्रवेश पत्र भरवाए गए और 27 दिसम्बर से परीक्षा कराने की घोषणा कर दी। 24 दिसम्बर तक न प्रवेश पत्र जारी किए गए न ही परीक्षा कार्यक्रम जारी किया गया। जिसे लेकर पूरे प्रदेश के छात्र परेशान हैं। बोर्ड से इस सम्बंध में बच्चों को कोई जवाब भी नहीं दिया जा रहा था कि 27 दिसम्बर से परीक्षा होगी या नहीं। यहां तक कॉलेजों को प्रिंसिपल को भी जानकारी नहीं है कि परीक्षा 27 से होगी या नहीं।

आधा ही आया पुनर्मूल्यांकन रिजल्ट

सम सेमेस्टर परीक्षा के बाद अंकों से असंतुष्ट छात्रों ने पुनर्मूल्यांकन और स्क्रूटनी के लिए आवेदन किया था। दो महीने बाद स्क्रूटनी को परिणाम तो आ गया लेकिन पुनर्मूल्यांकन का परिणाम पूरा जारी नहीं हो सका। अभी तक बड़ी संख्या में ऐसे छात्र हैं। जिनका रिजल्ट देखे जाने पर कमिंग सून लिखा है। ऐसे में सबसे बड़ी समस्या पुनर्मूल्यांकन आवेदन करने वाले छात्रों के सामने हैं। जिनको परिणाम का इंतजार है वे विषम सेमेस्टर परीक्षा का आवेदन फार्म नहीं भर पाए है। अब छात्रों के सामने असमंजस की स्थिति है कि रिजल्ट आने के बाद उन्हे परीक्षा फार्म भरने का अवसर मिलेगा या नहीं।

27 दिसम्बर से प्रस्तावित विषम सेमेस्टर की परीक्षा स्थगित कर दी गई है। परीक्षा को लेकर अभी कोई भी तिथि तय नहीं है। जल्द ही नई तिथि घोषित की जाएगी।

अजीत कुमार मिश्रा, सचिव, प्राविधिक शिक्षा परिषद

घर बैठे डाउनलोड करें सौ रुपए तक के स्टांप पेपर 

शैलेंद्र श्रीवास्तव लखनऊ। छोटे स्टांप पेपर के लिए अब लोगों को कचहरी या वेंडर के यहां नहीं दौड़ना पड़ेगा। दस से लेकर 100 रुपये तक के स्टांप पेपर जल्द ही लोग घर बैठे ऑनलाइन निकाल सकेंगे। स्टांप एवं पंजीकरण विभाग इस संबंध में जल्द ही सुविधा देने जा रहा है। इसके लिए उच्च स्तर पर सहमति बन चुकी है। जल्द ही कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराने की तैयारी है।राज्य सरकार ने चोरी रोकने के लिए ई-स्टांप की व्यवस्था की है। लाइसेंस लेने वाले वेंडर को इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर निकालने की सुविधा दी गई है। लोगों को अभी छोटे स्टांप पेपर लेने के लिए इनके यहां यहां या कचेहरी जाना पड़ता है। इसके एवज में कुछ शुल्क भी वेंडरों को देना पड़ता है। स्टांप एवं पंजीकरण विभाग का मानना है कि ई-स्टांप को ऑनलाइन किया जा चुका है।

बीपीएड परीक्षा दो, बीएलएड की पांच से 

लखनऊ, संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय में बीपीएड व बीएलएड पाठ्यक्रम का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। विद्यार्थी एलयू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर परीक्षा कार्यक्रम देख सकते हैं।एलयू में विषम सेमेस्टर परीक्षा-2023 के तहत बीपीएड प्रथम व तृतीय सेमेस्टर और बीएलएड प्रथम, तृतीय व पंचम सेमेस्टर का परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया गया है। इसके अनुसार बीपीएड तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं दो और प्रथम की तीन जनवरी से शुरू होंगी। जबकि बीएलएड पंचम सेमेस्टर की पांच, तृतीय की छह और प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं आठ जनवरी से आरंभ होगी। जिसका विषय वार परीक्षा कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। इस मामले में एलयू के प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि बीपीएड की परीक्षाएं 11 और बीएलएड की 15 जनवरी को समाप्त होंगी।

परीक्षा केंद्र जारी

लखनऊ विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षा केंद्र जारी कर दिए गए हैं। जिसे विवि की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। एलयू में विषम सेमेस्टर परीक्षा-2023 के तहत बीपीएड, बीएलएड व लाइब्रेरी साइंस पाठ्यक्रम के लिए परीक्षा केंद्रों की सूची घोषित कर दी गई है। परीक्षा नियंत्रक विद्यानंद त्रिपाठी की ओर से पत्र भी जारी कर दिया गया है। विवि व नौ कॉलेजों में बीपीएड के लिए सात परीक्षा केंद्र और तीन नोडल सेंटर बनाए गए हैं। इसी तरह 18 कॉलेजों में पढाए जा रहे बीएलएड पाठ्यक्रम के लिए पांच केंद्र हैं। इसमें कालीचरण, रजत, नगर निगम डिग्री, एपी सेन, लाला महादेव बालिका महाविद्यालय है। सेंटर का नोडल एलयू होगा। लाइब्रेरी साइंस में ज्यादातर कॉलेजों का सेल्फ सेंटर है।

एलएलबी प्रवेश पत्र जारी

एलयू में एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। छात्र एलयू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने अनुक्रमांक के जरिए प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

अटल विद्यालयों में 50 फीसदी सीटों पर छात्राएं भर्ती होंगी

शैक्षणिक सत्र 2024-25 में प्रवेश के लिए एसओपी हुई जारी 

लखनऊ, विशेष संवाददाता। प्रदेश के सभी अटल आवासीय विद्यालयों में नये शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया जल्द आरंभ होगी। शासन की स्वीकृति के बाद महानिदेशक अटल आवासीय विद्यालय निशा अनंत ने इसके लिए मानक संचालक प्रक्रिया (एसओपी) जारी कर दी है। इस बार कक्षा 6 के साथ ही 9 में भी प्रवेश लिए जाएंगे। जनवरी के अंतिम या फरवरी के पहले सप्ताह तक सभी मंडलों में प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाएगी। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार सभी विद्यालयों में 50 फीसदी सीटें छात्राओं के लिए आरक्षित की गई हैं।प्रदेश सरकार द्वारा सभी 18 मंडलों में अटल आवासीय विद्यालय खोले गए हैं। एक हजार की क्षमता वाले प्रत्येक विद्यालय में नये सत्र में कक्षा छह में 140 और कक्षा नौ में 140 प्रवेश लिए जाएंगे, जिसमें आधी छात्राएं होंगी। छात्रों की चयन प्रक्रिया मंडलायुक्त की मंडल संचालन अनुश्रवण समिति द्वारा डीएम की अध्यक्षता में गठित वित्तीय अनुश्रवण समिति के माध्यम से संपन्न कराई जाएगी।कक्षा छह के लिए आवेदन करने वालों का जन्म एक मई 2012 से पहले और 31 जुलाई 2014 की अवधि के बीच का होना चाहिए जबकि कक्षा नौ में प्रवेश के लिए 1 मई 2009 से पहले और 31 जुलाई 2011 के बीच जन्मे बच्चे ही आवेदन कर सकेंगे। एससी व ओबीसी को इससे छूट रहेगी। श्रमिकों के बच्चों के प्रवेश के लिए बीओसीडब्ल्यू बोर्ड में उनका पंजीकरण 31 दिसंबर 2023 को तीन साल पुराना हो जाना चाहिए।

प्रवेश की एसओपी जारी कर दी गई है। कक्षा-6 व कक्षा-9 में प्रवेश परीक्षा के जरिए एडमिशन लिए जाएंगे। मंडलायुक्तों की अध्यक्षता में सभी जगह प्रवेश परीक्षा फरवरी के पहले सप्ताह तक कर ली जाएगी। निशा अनंत, महानिदेशक अटल आवासीय विद्यालय

पीसीएस 2023 के साक्षात्कार आठ से 

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) 2023 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित करने के 24 घंटे के अंदर शनिवार को साक्षात्कार कार्यक्रम जारी कर दिया।चयनित 451 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार आठ से 12 जनवरी तक होगा। अनुसचिव ओंकार नाथ सिंह के अनुसार अभ्यर्थियों को आवश्यक अभिलेखों के साथ प्रथम व द्वितीय सत्र में क्रमश नौ व एक बजे साक्षात्कार के लिए रिपोर्ट करना है।

वस्तुनिष्ठ होगी 300 अंकों की परीक्षा 

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। प्रदेश पुलिस में सिपाही के 60244 पदों पर भर्ती के लिए आफलाइन लिखित परीक्षा कराई जाएगी। यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ प्रकार की और 300 अंकों की होगी। परीक्षा के लिए दो घंटे का समय दिया जाएगा।उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अनुसार लिखित परीक्षा में चार विषय होंगे। इसमें सामान्य विज्ञान, सामान्य हिंदी, संख्यातक एवं मानसिक योग्यता तथा मानसिक अभिरुचि, बुद्धिलब्धि एवं तार्किक क्षमता शामिल है। लिखित परीक्षा में कुल 150 प्रश्न होंगे, जिसमें प्रत्येक सही उत्तर के लिए दो अंक निर्धारित हैं। गलत उत्तर देने पर ऋणात्मक अंक (-0.5) दिए जाएंगे। परीक्षा ओएमआर आधारित परीक्षा प्रणाली के अनुसार कराई जाएगी।प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार विकल्प होंगे। अभ्यर्थी को उनमें से किसी एक विकल्प को चुनना होगा। ओएमआर शीट तीन प्रतियों में होगी, जिसकी तीसरी प्रति अभ्यर्थी की होगी।

कांस्टेबल पद की रिक्तियां घट-बढ़ सकती हैं

लखनऊ, प्रमुख संवाददाता। नागरिक पुलिस में सिपाही (कांस्टेबल) के 60244 पदों पर सीधी भर्ती पे बैंड 5200-20200 ग्रेड पे 2000 नए वेतनमान में वेतन मैट्रिक्स 21700 रुपये के तहत की जाएगी। इन पदों पर भर्ती के लिए पुरुष एवं महिला अभ्यर्थी पात्र होंगे। बोर्ड का कहना है कि परीक्षा के पूर्व किसी भी समय रिक्तियों की संख्या परिवर्तित की जा सकती है।

खिलाड़ी कोटे से 637 पदों के लिए आवेदन जारी

पुलिस एवं पीएसी में कुशल खिलाड़ी कोटे से सिपाही के 546 और उप निरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) के 91 पदों पर भर्ती के लिए भी ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। सिपाही के पदों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि पहली जनवरी 2024 और उप निरीक्षक के लिए आवेदन की अंतिम तिथि नौ जनवरी 2024 तय की गई है। आवेदन के लिंक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट पर दिए गए हैं। सिपाही के कुल 546 पदों में से 372 पद नागरिक पुलिस में सिपाही और 174 पद पीएसी में सिपाही के हैं।

ईपीएफ के करोड़ों दबाए हैं एजेंसियां 

लखनऊ, विशेष संवाददाता। बिजली कंपनियों में निविदा, संविदा व आउटसोर्स पर काम कर रहे बिजली मजदूरों की गाढ़ी कमाई ईपीएफ की आउटसोर्स एजेंसियां लूट कर रही हैं। कांट्रैक्ट में शामिल शर्तों का ये एजेंसियां खुला उल्लंघन कर रही हैं। ईपीएफ की 50 करोड़ से अधिक धनराशि की इन एजेंसियों ने धांधली की है। कर्मचारी संगठनों की लगातार शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई इन एजेंसियों के खिलाफ नहीं हो रही है।इस समय हमीरपुर में कार्यरत मैनपावर सप्लाई का काम करने वाली आउटसोर्स एजेंसी द्वारा घोटाला किए जाने का मामला चर्चा में है। इस कंपनी ने बिजली मजदूरों के ईपीएफ का एक करोड़ 28 लाख 35 हजार 156 रुपये भविष्य निधि खाते में जमा ही नहीं किया है। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा, संविदा कर्मचारी संघ द्वारा लिखित रूप से इस मुद्दे से प्रबंधन को अवगत कराया गया है। अभी तक बिजली कर्मियों के खाते में उनकी धनराशि जमा नहीं कराई गई है।

पावर कारपोरेशन निविदा, संविदा कर्मचारी संघ के महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडेय ने बताया है कि एजेंसियों द्वारा मजदूरों के ईपीएफ धनराशि की लूट का खेल हो रहा है।

आउटसोर्स एजेंसियों से बिजली मजदूरों की ईपीएफ धनराशि उनके भविष्य निधि खाते में जमा कराने का नियम उनसे होने वाले कांट्रैक्ट में शामिल है। जो एजेंसियां समय से ईपीएफ धनराशि जमा नहीं करती हैं, उनका अगला पेमेंट रोक दिया जाता है। पावर कारपोरेशन किसी का नुकसान नहीं होने देगा। -डा. आशीष कुमार गोयल, चेयरमैन यूपीपीसीएल

देश में कोविड के 752 नए मरीज मिले, चार संक्रमितों की जान गई

केरल में दो और राजस्थान, कर्नाटक में एक-एक मरीजों की मौत, सतर्कता बढ़ाई

नई दिल्ली, एजेंसी। भारत में बीते 24 घंटे में कोविड-19 के 752 नए मामले दर्ज किए गए और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,420 हो गई है। देश में 21 मई 2023 के बाद से एक दिन में सामने आए कोरोना वायरस संक्रमण के ये सबसे अधिक मामले हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से शनिवार सुबह आठ बजे के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब तक सामने आए कोविड-19 के मामलों की कुल संख्या 4.50 करोड़ (4,50,07,964) है। देश में बीते 24 घंटे में संक्रमण से चार लोगों की मौत होने के कारण इस महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,332 हो गई है। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में केरल में दो तथा राजस्थान और कर्नाटक में कोविड-19 से एक-एक मरीज की मौत हुई है।स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या 4,44,71,212 हो गई है। स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.81 प्रतिशत है, वहीं मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है। मंत्रालय के अनुसार, देश में अभी तक कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत 220.67 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।

24 घंटों में प्रमुख राज्यों में कोरोना की स्थिति

राज्य सक्रिय केस मौत

केरल 266 02

कर्नाटक 70 01

राजस्थान 05 01

महाराष्ट्र 15 –

गुजरात 12 –

उत्तर प्रदेश 08 –

गोवा 08 –

असम के स्वास्थ्य मंत्री बोले- चिंतित न हों

गुवाहाटी। असम के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 स्थिति के बारे में चिंतित होने का कोई कारण नहीं है, क्योंकि बिना किसी यात्रा इतिहास के कोई भी व्यक्ति लंबे समय से कोरोना वायरस के लिए पॉजिटिव नहीं हुआ है।

विधवा को पेंशन दिलाने पर अड़ गए जज 

नई दिल्ली। केरल हाई कोर्ट में 78 साल की एक बुजुर्ग महिला को विधवा पेंशन दिए जाने के मामले में जज और सरकारी वकील में शुक्रवार को तीखी नोकझोंक हुई। मामले की सुनवाई कर रहे जस्टिस देवन रामचंद्रन को सरकारी वकील ने बताया कि राज्य सरकार अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति के कारण 78 वर्षीय विधवा मारियाकुट्टी की पेंशन जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती है। इस पर जज ने फटकार लगाते हुए पूछा कि क्या एक बुजुर्ग महिला जो मात्र 1600 रुपये के मासिक पेंशन के लिए अदालत से इंसाफ की गुहार लगा रही है, वह राज्य के खिलाफ राजनीतिक षडयंत्र रच सकती है।

रिपोर्ट:चिंताजनक दो दशक में 10 गुना बढ़े डेंगू के मामले 

डब्ल्यूएचओ ने सतर्कता बरतने का आग्रह किया,वर्ष 2000 में दुनिया में डेंगू के पांच लाख मरीज मिले थे, इस साल संख्या 50 लाख पहुंची

न्यूयॉर्क, एजेंसी। दुनियाभर में बीते दो दशक में डेंगू के मामले बढ़कर दस गुना हो गए हैं। वर्ष 2000 में दुनियाभर में डेंगू के पांच लाख मरीज पाए गए थे। इस साल यह संख्या बढ़कर 50 लाख पहुंच गई है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने डेंगू के बढ़ते मामलों पर चेतावनी देते हुए यह जानकारी साझा की और सभी देशों से अधिक सतर्कता बरतने की अपील की है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, इससे एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती पैदा हो गई है। 2019 में सबसे ज्यादा 52 लाख मामले सामने आए, जब 129 देशों को इस रोग का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2020 से 2022 में कोरोना की वजह से डेंगू के मामलों में कमी देखी गई। हालांकि, वर्ष 2023 में वैश्विक स्तर पर डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी जाने लगी है। मामले ऐसी जगह भी पाए जाने लगे हैं, जहां यह बीमारी फैलने की संभावना नहीं के बराबर है।

उत्तर-दक्षिण अमेरिका में 80 फीसदी मामले

इस साल उत्तरी अमेरिका और दक्षिण अमेरिका डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे। इस क्षेत्र में डेंगू के कुल मामलों में से 80 फीसदी मामले रिकॉर्ड किए गए। अकेले 41 लाख मामले इसी क्षेत्र में हैं। वैश्विक निकाय के अनुसार इस क्षेत्र में हर तीन से पांच साल में डेंगू के बड़ी संख्या में मामले सामने आते रहे हैं पर इस साल यह संख्या रिकॉर्ड स्तर पर रही। इसके अलावा कुछ यूरोपीय देशों में भी डेंगू की सूचना मिली है, जहां ऐसा होना लोगों के लिए नया अनुभव है।

30 सबसे प्रभावित देशों में भारत, केरल में वृद्धि

वैश्विक स्वास्थ्य निकाय के अनुसार, वर्ष 2023 में एशिया में पिछले वर्षों की तुलना में डेंगू के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। विशेष रूप से बांग्लादेश, थाईलैंड, भारत, वियतनाम और श्रीलंका में बड़ी संख्या में मामले सामने आए। दुनिया भर के 30 सबसे डेंगू प्रभावित देशों में इन देशों का नाम दर्ज है। भारत में पिछले वर्ष की तुलना में केरल और पूर्वोत्तरराज्यों में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी गई।

एचजेएस के 83 पदों पर भर्ती के आवेदन 15 जनवरी से 

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश हायर ज्यूडिशियल सर्विस (एचजेएस) 2023 के 83 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है।इनमें 35 पद अनारक्षित, ईडब्ल्यूएस के 8, एससी के 17, एसटी का एक और ओबीसी के लिए 22 पद रखे गए हैं। न्यूनतम सात वर्ष तक वकालत का अनुभव रखने वाले इच्छुक अधिवक्ता अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदक की आयु एक जनवरी 2024 को न्यूनतम 35 व अधिकतम 45 वर्ष होनी चाहिए। यूपी के एससी, एसटी व ओबीसी को अधिकतम आयु में तीन वर्ष की छूट मिलेगी। इस भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन 15 जनवरी से 29 फरवरी तक इलाहाबाद हाईकोर्ट की ऑफिसियल वेबसाइट www. allahabad high court. in पर किए जा सकेंगे।

नए वेतनमान पर कितना खर्च, तय करेगी कमेटी 

प्रदेश के केंद्रीय कार्यालयों में खर्च का आकलन कर रिपोर्ट भेजेंगे

सीनियर ऑडिटर और एकाउंटेंट के नए वेतनमान पर खर्च का आकलन होगा

कमेटी की सिफारिश पर केंद्रीय कर्मचारियों को मिलेगा नया वेतनमान

प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। केंद्र सरकार के विभागों के सीनियर ऑडिटर, एकाउंटेंट को केंद्रीय सचिवालय के सहायकों के समान वेतनमान देने पर खर्च का आकलन 13 सदस्यीय कमेटी करेगी। प्रदेश के केंद्रीय कार्यालयों में खर्च का आकलन करने के लिए कार्यालय प्रधान लेखाकार ने कमेटी घोषित कर दी है। कमेटी केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजेगी।केंद्रीय सचिवालय के बराबर वेतनमान देने के लिए ऑल इंडिया ऑडिट एंड एंकाउंट्स एसोसिएशन साढ़े तीन दशक से आंदोलन कर कर रहा था। केंद्र सरकार सीनियर ऑडिटर और एकाउंटेंट को केंद्रीय सचिवालय के बराबर वेतनमान देने को तैयार नहीं थी।केंद्र सरकार की असहमति के कारण कर्मचारी संगठनों ने जेसीएम में मुद्दा उठाया। कर्मचारी संगठन केंद्र सरकार की असहमति के खिलाफ इस मुद्दे को बोर्ड ऑफ आर्बिट्रेशन में ले गए थे। बोर्ड ऑफ आर्बिट्रेशन ने कर्मचारियों की मांग को स्वीकार करते हुए केंद्र सरकार को वरिष्ठ लेखा परीक्षक व वरिष्ठ लेखाकारों को केंद्रीय सचिवालय के सहायकों के बराबर वेतनमान देने का निर्देश दिया। ऑल इंडिया ऑडिट एंड एकाउंट्स पेंशनर्स एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष सुभाषचंद्र पांडेय ने बताया कि एक अप्रैल 1987 से वरिष्ठ लेखा परीक्षक, वरिष्ठ लेखाकारों का वेतनमान 1400-2600 मंजूर किया गया। उस समय यह वेतनमान केंद्रीय सचिवालय के सहायकों के बराबर था। ताजा आदेश के अनुसार कमेटी को एक जनवरी 1986 के बेसिक वेतनमान 1640-2900 तथा एक जनवरी 1996 के वेतनमान 5500-9000 का प्रकरण 12 नवंबर 2001 को बोर्ड ऑफ आर्बिट्रेशन में गया। सरकार ने सीनियर ऑडिटर, एकाउंटेंट को संशोधित वेतनमान देने पर वित्तीय व्यय का आकलन करने के लिए कमेटी बनाई है।

प्रदेश कर्मियों की भी वेतन विसंगतियां होंगी दूर

प्रदेश सरकार के विभागों की वेतन विसंगतियां भी दूर की जाएंगी। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने वेतन की विसंगतिया दूर करने के लिए सभी विभागों को पत्र भेजा है। न्यायालय के एक आदेश का हवाला देते हुए मुख्य सचिव ने लिखा है कि 21 नवंबर 2016 में कार्मिकों के वेतन व अन्य देयकों की सभी त्रुटियां दूर की जाएं। उसी के क्रम में कार्मिकों के वेतन निर्धारण, एवं अन्य देयों के शत-प्रतिशत मामलों को कार्मिकों को भुगतान से पूर्व त्रुटियां समाप्त करने के साथ कार्मिकों की सहमति ले ली जाए। यदि किसी कर्मचारी का अधिक भुगतान होता है तो उसी से रिकवरी होगी। नगर निगम कर्मचारी एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि वेतन को लेकर तमाम त्रुटियां है। मुख्य सचिव के आदेश के बाद इस समस्या का समाधान होगा। हालांकि यह आदेश नगर निकायों पर लागू नहीं होगा।

परीक्षा देने पहुंचे चार सॉल्वर गिरफ्तार 

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल के विभिन्न पदों के लिए आयोजित परीक्षा में शनिवार को शहर के तीन और सोरांव के एक केंद्र में दूसरे की जगह परीक्षा देने वाले चार सॉल्वर पकड़े गए। धूमनगंज, कर्नलगंज और अतरसुइया थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों फरार अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।इससे पूर्व की परीक्षा में भी आठ केंद्रों पर बायोमीट्रिक जांच में सात आरोपी पकड़े गए थे।टैगोर पब्लिक स्कूल में आयोजित परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी धर्मेंद्र की जगह पटना बिहार का बृजेश कुमार पुत्र विलायती सिंह परीक्षा देने पहुंचा था। उसके पास से कूटरचित आधार कार्ड भी मिला है। उसके खिलाफ परीक्षा अधिनियम के अलावा फर्जी आधार कार्ड मिलने पर फर्जीवाड़ा की धारा में मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पुलिस ने धर्मेंद्र को वांटेड किया है। इसी तरह डीपी पब्लिक स्कूल में द्वितीय पाली में अभ्यर्थी संदीप कुमार पाल निवासी सोरांव की जगह दूसरा युवक परीक्षा देने पहुंचा था। कॉलेज ने जांच में सॉल्वर प्रमोद कुमार परिहार गाजीपुर जनपद फतेहपुर को पकड़ा। कॉलेज की ओर से कर्नलगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।इसी तरह विष्णु भगवान पब्लिक स्कूल में करछना के सत्या पटेल की जगह नवादा बिहार का नीतीश परीक्षा देने पहुंचा था। जांच में पकड़ा गया तो स्वीकार किया कि उसने 15 हजार रुपये लेकर दूसरे की जगह परीक्षा देने आया था। धूमनगंज पुलिस ने नीतीश को गिरफ्तार कर सत्या को वांटेड किया है।

बायोमीट्रिक जांच में पकड़े गए, फर्जी आईडी मिली

सोरांव के एलडीसी पब्लिक स्कूल में शनिवार को लैब असिस्टेंट परीक्षा के दौरान सुबह की पाली में एक युवक को दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। बायोमिट्रिक जांच में सूरज कुमार पुत्र ओमप्रकाश निवासी सियाडीह हंडिया के अंगुलियों का निशान नहीं मिल रहा था। उसके पास से आशुतोष पाल पुत्र दूधनाथ निवासी नैनी की आईडी मिली। आईडी में लगी फोटो सूरज कुमार से नहीं मिल रही थी। सूरज को पुलिस थाने ले गई।

पूर्व शिक्षा निदेशक बासुदेव के खिलाफ आरोप पत्र जल्द 

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में विजिलेंस ने सजा दिलाई है। पूर्व दबंग विधायक विजय मिश्र के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच पूरी करके आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। अब पूर्व शिक्षा निदेशक व सपा नेता, पूर्व एमएलसी बासुदेव यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति जुटाने के मामले में कार्रवाई होने जा रही है। विजिलेंस जल्द ही आरोप पत्र दाखिल करने वाली है।बासुदेव यादव के खिलाफ वर्षों पहले शिकायत हुई थी। सितंबर, 2017 में मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचा तो बासुदेव यादव की संपत्तियों की खुली जांच के आदेश हो गए। उन पर शिक्षा निदेशक के पद पर रहते हुए अवैध तरीके से संपत्ति जुटाने का आरोप था। विजिलेंस ने बासुदेव यादव की एक निर्धारित अवधि के बीच हुई आय, खर्चों, खरीदी गई संपत्तियों व निवेशों के बारे में गहनता से पड़ताल की। विजिलेंस की जांच में सामने आया है कि वासुदेव यादव की निर्धारित अवधि में आय करीब 89.42 लाख रुपये थी, जबकि उनके खर्च करीब 1.86 करोड़ रुपये से अधिक पाए गए। यानी उनकी कुल आय से करीब 97.34 लाख रुपये अधिक। कुल आय से करीब 109 प्रतिशत अधिक संपत्ति जुटाने के साक्ष्य एकत्र करने के बाद विजिलेंस ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। खुली जांच के दौरान बासुदेव यादव ने अपने बयान भी नहीं दर्ज कराया था। शासन से अनुमति मिलने के बाद छह अप्रैल 2021 को इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने प्रयागराज के विजिलेंस थाने में बासुदेव यादव के खिलाफ इन्हीं आरोपों के साथ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया। लगभग दो साल से इस केस की जांच चल रही है। जल्द ही कार्रवाई करने की तैयारी है।

विधि विवि में छह असिस्टेंट प्रोफेसर की होगी भर्ती

राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में करें आवेदन, नोटिफिकेशन जारी 

प्रयागराज, संवाददाता। डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में अकादमिक और प्रशासनिक गतिविधियां जल्द ही शुरू हो जाएंगी। झलवा में विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण पूरा होने में वक्त लगेगा लेकिन इससे पहले फाफामऊ स्थित बीबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में विधि विश्वविद्यालय का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। शिक्षक भर्ती के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन मांगे है।विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के छह पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन की आखिरी तिथि 20 जनवरी 2024 है। इतिहास में एससी वर्ग के एक, अंग्रेजी में अनारक्षित वर्ग के एक, राजनीति विज्ञान में ओबीसी वर्ग के एक, लॉ में अनारक्षित व एससी वर्ग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर भर्ती होगी। इसके साथ ही समाजशास्त्रत्त् विषय में अनारक्षित वर्ग के असिस्टेंट प्रोफेसर के एक पद के सापेक्ष आवेदन मांगे गए हैं। इनकी नियुक्ति 6000 पे ग्रेड पर होगी।

बीएएलएलबी की 60 सीटों पर होगा प्रवेश

डॉ. राजेंद्र प्रसाद राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2024-25 में बीएलएलबी के 60 सीटों पर प्रवेश होगा। संयुक्त विधि प्रवेश परीक्षा (क्लैट) के जरिए छात्र-छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय ने अधिकृत सूचना जारी कर दी है। 60 सीटों में से 24 अनारक्षित वर्ग के हैं। ईडब्ल्यूएस के छह, ओबीसी के 17, एससी वर्ग के 12 और एसटी के लिए एक सीट तय की गई है।

ट्रिपलआईटी पहली बार संस्थान को मिलेगा नियमित रजिस्ट्रार

प्रयागराज, संवाददाता। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपलआईटी) को जल्द ही नियमति रजिस्ट्रार मिल जाएगा। संस्थान में रजिस्ट्रार के चयन के लिए लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। नियमित रजिस्ट्रार की नियुक्ति के लिए पांच अक्तूबर से पांच नवंबर के मध्य आवेदन लिए गए हैं।

सूत्रों की मानें तो नियमित रजिस्ट्रार के लिए 23 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इसके बाद संस्थान ने आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। इसके बाद संस्थान चयनित अभ्यर्थियों के लिए जल्द ही इंटरव्यू आयोजित करेगा। विदित हो कि ट्रिपलआईटी इलाहाबाद की स्थापना 12 अगस्त 1999 हुई। इसके बाद संस्थान में नियमित रजिस्ट्रार की नियुक्ति नहीं हो सकी। तब से अब तक कार्यवाहक रजिस्ट्रार ही खेवनहार बने हैं। वर्ष 2021 में नियमित रजिस्ट्रार के लिए सलेक्शन कमेटी हुई। कार्यवाहक रजिस्ट्रार का काम देख रही प्रो. विजयश्री का चयन रजिस्ट्रार पद हुआ। लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं प्रदान किया गया। संस्थान के वर्तमान निदेशक प्रो. शरद मुकुल सुतावने ने पांच अक्तूबर 2023 को नियमित रजिस्ट्रार पद के लिए नोटिफिकेशन जारी कर आवेदन लिया है।

बीएसए से बात, घेराव कार्यक्रम स्थगित

सिद्धार्थनगर। आउट सोर्सिंग से विभाग में तैनात कुछ जिला समन्वयक की ओर से अपने पदीय दायित्वों से इतर जाकर शिक्षकों की गरिमा के प्रतिकूल व्यवहार किया जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने शनिवार को बीएसए दफ्तर पहुंच घेराव शुरू करने से पहले बीएसए देवेंद्र कुमार पांडेय से बातचीत की। बीएसए संबंधित डीसी की कार्यप्रणाली पर अंकुश लगाने के आश्वासन पर घेराव कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया। इस मौके पर अभय कुमार सिंह, पंकज त्रिपाठी, राकेश पांडेय, सुरेंद्र गुप्त आदि मौजूद रहे।

प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सुनीता अव्वल

ककरहवा। कंपोजिट विद्यालय झंगटी में कक्षा 6,7,8 के बच्चों की प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 25 बच्चों ने प्रतिभाग किया। इसमें सुनीता वर्मा प्रथम, नेहा गुप्ता द्वितीय, सुमन ने तृतीय स्थान हासिल किया। यह जानकारी कंपोजिट विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्णा नंद ने दी।

विद्या ज्ञान प्रवेश परीक्षा में रवि को मिली सफलता

शोहरतगढ़। विद्या ज्ञान अकादमिक वर्ष 2023-24 में प्राथमिक विद्यालय नहरी पर अध्ययनरत छात्र रवि साहनी पुत्र सच्चिदानंद ने विद्या ज्ञान प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण किया है। शोहरतगढ़ के प्राथमिक विद्यालय नहरी के कक्षा पांच में अध्ययनरत छात्र रवि साहनी ने विद्याज्ञान प्रवेश परीक्षा वर्ष 2023-24 में सफलता हासिल की है। छात्र की सफलता पर नाना विश्वनाथ साहनी, माता शीलम, प्रधानाध्यापक संजीव कुमार, कविता यादव आदि ने खुशी जताई है।

विज्ञान, गणित मेले का हुआ आयोजन

इटवा। खुनियांव क्षेत्र के ऊंचडीह गांव स्थित सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर में शनिवार को दाम्पत्य सम्मेलन एवं विज्ञान, गणित मेला का आयोजन किया गया। विद्या भारती जन शिक्षा समिति गोरक्ष प्रांत के प्रांत निरीक्षक जियालाल ने प्रतिभाग किया। मेले में विद्यालय के भैया बहनों द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम विज्ञान, गणित, कला, कढ़ाई, मूर्ति कला, रंगोली आदि का प्रदर्शन किया गया।

विद्याज्ञान प्रारंभिक प्रवेश परीक्षा में चार छात्र चयनित

भनवापुर। मंगराव स्थित प्राथमिक विद्यालय में शनिवार को विद्याज्ञान की राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा में सफल छात्र श्यामदेव, शुभम, छवि व करिश्मा को मिठाई खिलाकर सम्मानित किया गया। तीन दिसंबर को विद्याज्ञान की राज्य स्तरीय परीक्षा का आयोजन तिलक इंटर कॉलेज बांसी में हुआ था। इस दौरान शिक्षक प्रदीप कुमार, प्रधान रामविलास, दुर्गा, राजकुमारी, इंद्रावती आदि मौजूद रहीं।

माध्यमिक स्कूलों मे लगेगा हमारे शिक्षक का बोर्ड

सिद्धार्थनगर। परिषदीय स्कूलों की तर्ज पर अब माध्यमिक विद्यालयों में भी हमारे शिक्षक का बोर्ड लगेगा। इससे विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक की योग्यता और शैक्षिक कार्यों में दक्ष होने का संदेश दिया जाएगा। सभी विद्यालय परिसर में आकर्षक हमारे शिक्षक नामक बोर्ड लगाने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने डीआईओएस को पत्र भेज कर निर्देशित किया है। बेसिक के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के बाहर शिक्षकों के नामों के बोर्ड लगाने की पहल की थी।

शिक्षकों के दो गुटों में हुआ संघर्ष डरकर दो छात्राएं हो गईं बेहोश

इस मामले की गंभीरता देखकर बीएसए ने चारों शिक्षकों को कर दिया है निलंबित 

लार (देवरिया), हिन्दुस्तान संवाद। लार ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय पर शनिवार को प्रार्थना के बाद शिक्षकों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। शिक्षकों में मारपीट देखकर स्कूल के बच्चों में भगदड़ मच गई। दो छात्राएं डरकर बेहोश हो गईं। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित 4 शिक्षकों को हिरासत में ले लिया। छात्रों को अस्पताल ले जाया गया जहां से इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। उधर थाने में ब्लाक भर से पहुंचे शिक्षक नेताओं ने दोनों पक्षों में सुलह करा दी। हालांकि बीएसए ने इसे गंभीरता से लेते हुए चारों आरोपित शिक्षकों को निलंबित कर दिया।कम्पोजिट विद्यालय धरहरा में प्रधानाध्यापक सहित 9 शिक्षक तैनात हैं। प्रधानाध्यापक रामविलास, अरुण कुमार सिंह, धर्मेंद्र कुमार वर्मा, अनय कुमार, संजय कुमार, कमल किशोर, सुरेश सिंह व नरेंद्र मिश्र शामिल हैं। शनिवार को स्कूल में प्रार्थना के बाद बच्चों से एक शिक्षक देशभक्ति से सम्बंधित नारे लगवा रहे थे। इसी बीच दूसरे शिक्षक ने माइक छीन लिया। इसे लेकर दोनों शिक्षकों के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों शिक्षकों के बीच विवाद शुरू होते ही वहां तैनात शिक्षकों के बीच दो गुट बन गया। एक गुट के तीन शिक्षकों ने मिलकर एक शिक्षक को बेरहमी से पीट दिया। शिक्षकों में मारपीट होते देख बच्चे डर गए और चीखने-चिल्लाने लगे। कक्षा तीन की दो छात्राएं बेहोश हो गईं। अन्य छात्र भयभीत होकर स्कूल से भागने लगे। बच्चों का शोर सुनकर गांव के लोग भी स्कूल में पहुंच गए। पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस स्कूल पर पहुंचती उससे पहले ही कुछ शिक्षक भी स्कूल छोड़कर भाग गए। पुलिस ने मारपीट के आरोपित चारों शिक्षकों को हिरासत में ले लिया और थाने पहुंचा दी। बेहोश हुई बच्चियों को अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया। शिक्षकों के बीच मारपीट की जानकारी होते हुए खंड शिक्षा अधिकारी निर्भय नारायण सिंह भी विद्यालय पर पहुंचे गए। घंटों पंचायत के बाद दोनों पक्षों ने सुलह कर ली।

खंड शिक्षाधिकारी ने की बच्चों से बात

शिक्षकों के बीच मारपीट की जानकारी के बाद खंड शिक्षा अधिकारी निर्भय नारायण सिंह जब स्कूल पहुंचे तो चार शिक्षकों को पुलिस हिरासत में लेकर थाने चली गयी थी। उन्होंने बच्चों से घटना के बारे में जानकारी ली। बच्चों की बात सुनने के बाद बीईओ सीधे थाने पहुंचे और जानकारी ली। बीईओ की रिपोर्ट के आधार पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने सहायक अध्यापक अरूण सिंह, अनय कुमार, धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, संजय कुमार को निलम्बित कर दिया है।

दोनों पक्षों ने तहरीर दी है। खंड शिक्षा अधिकारी भी थाने पर गए थे। दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप- प्रत्यारोप लगा रहे थे। बीईओ पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। उनकी जांच रिपोर्ट अभी मिली नहीं है। उनकी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद उस आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। दीपक शुक्ल, सीओ सलेमपुर

कम्पोजिट विद्यालय तकिया धरहरा में शिक्षकों के दो गुटों के बीच मारपीट की जानकारी पर लार ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी निर्भय नारायण सिंह मौके पर गए थे। बीईओ ने बच्चों व ग्रामीणों से बात करने के बाद अपनी जांच रिपोर्ट देर शाम को सौंपी। जांच रिपोर्ट के आधार पर चार शिक्षकों को निलम्बत कर दिया गया है। साथ ही जांच रिपोर्ट में उठाए गए अन्य बिन्दुओं की जांच के लिए दो सदस्यीय टीम गठित कर दी गयी है। समिति को सात दिनों के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया गया है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

शालिनी श्रीवास्तव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, द

नए परीक्षा केन्द्रों पर तैयारी को लेकर मंथन 

बस्ती, निज संवाददाता। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को शिक्षा विभाग अंतिम रूप देने में जुटा है। शनिवार को राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में जिला विद्यालय निरीक्षक जगदीश प्रसाद शुक्ल ने 25 इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्यों के साथ बैठक की। इन सभी इंटर कॉलेजों को बोर्ड परीक्षा के लिए पहली सेंटर बनाया गया है। मानक के अनुरूप स्कूलों पर संसाधनों की उपलब्धता को लेकर बैठक में जानकारी ली गई। डीआईओएस ने निर्देश दिया कि नए परीक्षा केन्द्रों पर मानक के अनुरूप सभी व्यवस्थाओं के लिए 28 दिसंबर तक का समय दिया गया है। इसके बाद विभागीय टीमें स्कूलों की जांच कर सुविधाओं को जांचेंगी।बोर्ड परीक्षाएं 22 फरवरी 2024 से शुरू होकर 9 मार्च 2024 तक चलेंगी। इस बार जिले में ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत 122 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। लिहाजा यह तय है कि अब न कोई परीक्षा केन्द्र बढ़ेगा और न ही घटेगा। पिछले साल परीक्षा केन्द्र बने 55 स्कूलों को इस बार सेंटर नहीं बनाया गया है। जबकि कुल 25 इंटर कॉलेज को पहली बार बोर्ड परीक्षा के सेंटर के तौर पर चुना गया है। डीआईओएस ने बैठक में सभी 25 नए बने केन्द्रों के प्रधानाचार्यों से स्कूल में उपलब्ध संसाधन के बारे में विस्तृत जानकारी ली। इस दौरान कुछ स्कूलों ने संसाधन की उपलब्धता नहीं होने की बात रखी। इस पर यह निर्देश दिया गया कि 28 दिसंबर तक शेष तैयारियों को पूरा कर लिया जाए। डीआईओएस ने कहा कि डबल लॉक वाली अलमारी, सीसीटीवी, पेयजल, सीटिंग प्लान समेत अन्य व्यवस्थाओं के बारे में सूचनाएं एकत्र की गई। नए केन्द्र बनाए गए अधिकतर स्कूलों ने मानक के अनुरूप प्रबंध कर लिया है, जिन स्कूलों में तैयारी अभी अधूरी है उन्हें 28 दिसंबर तक का समय दिया गया है।

97 स्कूल पहले भी रह चुके हैं परीक्षा केन्द्र

बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में बने 122 सेंटरों में से 97 स्कूल ऐसे हैं, जो पहले भी सकुशल परीक्षाओं को सम्पन्न करा चुके हैं। डीआईओएस ने बताया कि इन स्कूलों में सभी मानकों को जांचा गया है। अगर कहीं पर किसी तरह की कोई समस्या है तो उसे अविलंब दूर करने का निर्देश दिया गया है।

दोबारा मेडिकल में पास हुए छह अभ्यर्थी, लौटी मुस्कान 

बस्ती, निज संवाददाता। वन रक्षक पद पर चयनित अभ्यर्थियों को पूर्व में मेडिकल में अनफिट कर दिया गया था। शनिवार को शेष छह अभ्यर्थियों का रि-मेडिकल कराया गया, जिसमें मेडिकल बोर्ड की टीम ने जांच के बाद फिट घोषित किया। मेडिकल में पास हुए अभ्यर्थियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।बता दें कि हाल ही में वन रक्षक पद पर चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल बोर्ड गठित करते हुए सीएमओ ने शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण कराया था। बोर्ड में शामिल एक चिकित्सक ने कई अभ्यर्थियों में क्षय रोग का हवाला देकर अनफिट कर दिया था। इसके बाद सीएमओ कार्यालय पर अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन करते हुए धरना देकर रि-मेडिकल की मांग किए थे। फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई तो अभ्यर्थी डीएम कार्यालय पहुंच गए। डीएम अंद्रा वामसी ने इसे संज्ञान में लेकर सीएमओ को दिशा-निर्देश दिए। सीएमओ के ढिलाई बरतने पर डीएम ने सख्ती दिखाई और सीएमओ डॉ. आरएस दुबे को कड़े निर्देश देते हुए रि-मेडिकल के लिए निर्देशित किया। सीएमओ ने आनन-फानन में मेडिकल बोर्ड का गठन किया, जिसमें एसीएमओ डॉ. एके गुप्ता को अध्यक्ष, स्त्रत्त्ी रोग विशेषज्ञ डॉ. शीबा खान, फिजीशियन डॉ. अंकित चतुर्वेदी, आर्थो सर्जन डॉ. काजी अनवर आलम खान, ईएनटी सर्जन डॉ. एसएस कन्नौजिया व नेत्र सर्जन डॉ. सारिब सुहेल सदस्य के रूप में शामिल हुए।

बस्ती:340 अध्यापकों की हुई पदोन्नति, धरना खत्म

2016 के बाद जिले में पदोन्नति प्रक्रिया सम्पन्न, 1400 शिक्षक थे कतार में 

बस्ती, निज संवाददाता। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी व उच्च प्राइमरी में कार्यरत प्रधानाध्यापकों व सहायक अध्यापकों की पदोन्नति की प्रक्रिया जिले स्तर पर पूरी कर ली गई है। शनिवार की देर शाम सूची को एनआईसी के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया। बीएसए कार्यालय के अनुसार जिले के कुल 340 प्रधानाध्यापक /सहायक अध्यापकों की पदोन्नति हुई है। दूसरी तरफ पदोन्नति व रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नति को लेकर चल रहा धरना भी शनिवार को समाप्त हो गया। बीएसए अनूप कुमार धरनास्थल पर पहुंचे। जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने मांगों को उनके समक्ष रखा। इस पर बीएसए ने पदोन्नति के पदों को बढ़ाने की मांग पर मुख्यालय से दिशा-निर्देश मांगने की बात कही।2016 के बाद से जिले में शिक्षकों की पदोन्नति नहीं हो सकी थी। पदोन्नति की मांग लंबे समय से शिक्षक करते आ रहे हैं। जिलेस्तर पर पदोन्नति को लेकर चयन समिति की बैठक 12 दिसंबर को हुई। लेकिन सूची अपलोड करने के लिए निर्धारित 16 दिसंबर को लिस्ट फाइनल नहीं हो सकी थी। रिक्तियों के सापेक्ष पदोन्नति के लिए बीएसए स्तर से मुख्यालय से दिशा-निर्देश मांगा गया था। शनिवार को पदोन्नति सूची को एनआईसी के पोर्टल पर अपलोड कर दिया। रिक्तियों के आधार पर पदोन्नति पाने के बाद एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में भी इनकी तैनाती हो सकेगी। जिले में कार्यरत करीब 1400 अध्यापक पदोन्नति की कतार में थे। यह सभी पांच साल की सेवा पूरी कर चुके हैं। लेकिन पदोन्नति वरिष्ठता के आधार पर 340 अध्यापकों को प्रदान की गई है।

जिले में रिक्त हैं 1171 पद

बस्ती। प्राशि संघ सत्रवार सृजित पदों और कार्यरत शिक्षकों के विवरण सहित 1171 रिक्त पदों के सापेक्ष पदोन्नति करने की मांग कर रहा है। जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने कहा कि प्रावि में 532 प्रधानाध्यापक और जूनियर हाईस्कूल में 639 सहायक अध्यापकों समेत कुल 1171 पद रिक्त हैं। इस पर शत प्रतिशत पदोन्नति होनी चाहिए, जिससे पांच साल की सेवा पूरी कर चुके लगभग सभी शिक्षकों की पदोन्नति हो सके। इसी मांग को लेकर संघ ने धरना दिया। शनिवार को धरने में पहुंचे बीएसए ने दिए गए ज्ञापन के सापेक्ष पदोन्नति करने के लिए तत्काल सचिव बेसिक शिक्षा परिषद को पत्र लिखकर मार्गदर्शन मांगा है। बीएसए अनूप कुमार ने कहा कि जो भी न्याय संगत होगा, उसके अनुसार पदोन्नति की जाएगी।

पंचायती राज में भी जिले स्तर पर प्रथम श्रेणी अधिकारी की नियुक्ति हो

लखनऊ, संवाददाता।पंचायती राज निदेशालय लोहिया भवन के सभागार में पंचायत राज विभाग के सभी घटक संगठनों के संयुक्त मंच पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन उप्र. की बैठक और कार्यशाला हुई। कार्यशाला ‘वर्तमान परिवेश में पंचायती राज की उपादेयता एवं चुनौतियां विषय पर रही। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंचायती राज निदेशक, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय पंचायती राज ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ललित शर्मा, महामंत्री डॉ. अखिलेश सिंह तथा अध्यक्षता पंचायत राज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष उपनिदेशक (पं) एसएन सिंह ने की।यहां पर बैठक में कई मांगों पर चर्चा हुई, जिसमें ग्राम्य विकास की तरह पंचायती राज विभाग में भी जनपद स्तर पर प्रथम श्रेणी अधिकारी की नियुक्ति करने की मांग प्रमुख रूप से उठी। साथ ही विकास खंड, तहसील स्तर पर ग्राम्य विकास, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, कृषि, सहकारिता तथा सांख्यिकी विभागों की तरह पंचायती राज विभाग में विकासखंड स्तर पर स्थापित सहायक विकास अधिकारी (पं) के पद को उच्चीकृत करते हुए द्वितीय श्रेणी उच्च स्तरीय अधिकारी का पद सृजित करने, ग्राम पंचायत अधिकारी की शैक्षणिक योग्यता स्नातक करते हुए सम्मानजनक ग्रेड पे देने की मांग की।

मेडिकल संस्थानों के आधे डॉक्टर छुट्टी पर, प्रभावित होगा इलाज

लखनऊ। वरिष्ठ संवाददाता:मेडिकल संस्थानों में सर्दियों की छुट्टियां शनिवार से शुरू हो गई हैं। 50 प्रतिशत डॉक्टर अभी छुट्टी पर रहेंगे। जबकि बाकी 50 प्रतिशत डॉक्टर इनके लौटने के बाद अवकाश पर जाएंगे। इसकी वजह से ऑपरेशन पर असर पड़ सकता है।सर्दियों में 30 दिन डॉक्टरों को अवकाश प्रदान किया जाता है। अगले एक महीने ऑपरेशन आदि के लिए मरीजों को इंतजार करना पड़ सकता है। पीजीआई में शनिवार से डॉक्टरों की छुट्टी शुरू हो गई है। पीजीआई में एक महीने की जगह 15 दिन ही डॉक्टर छुट्टी पर रहेंगे। इसमें पहले चरण में 23 से 31 दिसंबर तक सात दिन आधे डॉक्टर छुट्टी पर रहेंगे। जबकि दो से नौ जनवरी तक बाकी आधे डॉक्टर छुट्टी रहेंगे। केजीएमयू में 25 जनवरी से जाड़े की छुट्टियों की शुरूआत होगी। इसमें 50 प्रतिशत डॉक्टर आठ जनवरी तक छुट्टी पर रहेंगे। वहीं दूसरे चरण में 10 से 24 जनवरी तक बाकी डॉक्टर छुट्टी पर जाएंगे।लोहिया संस्थान में 29 दिसंबर को पहला दीक्षांत समारोह होगा। लिहाजा इस बार यहां सर्दियों की छुट्टी दिसंबर की जगह जनवरी में घोषित की जाएंगी। यहां पहली से नौ जनवरी तक आधे डॉक्टर छुट्टी पर रहेंगे। 11 से 19 जनवरी तक बाकी डॉक्टर छुट्टी पर जाएंगे। संस्थान के अधिकारियों का कहना है कि डॉक्टरों की छुट्टी का असर मरीजों के इलाज पर नहीं पड़ेगा। ओपीडी सामान्य दिनों की तरह संचालित होंगी। जांच व इमरजेंसी सेवाओं के संचालन पर भी फर्क नहीं पड़ेगा। ऑपरेशन भी मरीजों के होंगे।

एलयू: बीपीएड की दो, बीएलएड की परीक्षाएं 5 जनवरी से

लखनऊ, संवाददाता।लखनऊ विश्वविद्यालय में बीपीएड व बीएलएड पाठ्यक्रम का परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। विद्यार्थी एलयू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर परीक्षा कार्यक्रम देख सकते हैं।एलयू में विषम सेमेस्टर परीक्षा-2023 के तहत बीपीएड प्रथम व तृतीय सेमेस्टर और बीएलएड प्रथम, तृतीय व पंचम सेमेस्टर का परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया गया है। इसके अनुसार बीपीएड तृतीय सेमेस्टर की परीक्षाएं दो और प्रथम की तीन जनवरी से शुरू होंगी। जबकि बीएलएड पंचम सेमेस्टर की पांच, तृतीय की छह और प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं आठ जनवरी से आरंभ होगी। जिसका विषय वार परीक्षा कार्यक्रम वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। प्रवक्ता डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव का कहना है कि बीपीएड की परीक्षाएं 11 और बीएलएड की 15 जनवरी को समाप्त होंगी।

एलएलबी के एडमिट कार्ड जारी

एलयू में एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम के एडमिट कार्ड जारी कर दिए गए हैं। छात्र एलयू की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने अनुक्रमांक के जरिए प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।

इंटरव्यू के 24 घंटे में डेंटल सर्जन के 174 पदों का परिणाम जारी

हिन्दुस्तान टीम,प्रयागराज उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत डेंटल सर्जन के कुल 174 पदों का परिणाम शनिवार को जारी कर दिया। खास बात यह है कि शुक्रवार को साक्षात्कार पूरा होने के 24 घंटे के अंदर आयोग ने अंतिम चयन परिणाम जारी कर दिया। 174 पदों में से 86 पर महिला अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। महिला अभ्यर्थी अंशिका शुक्ला ने ही भर्ती में टॉप किया है आयोग ने इस भर्ती के लिए 14 जुलाई को विज्ञापन जारी किया था। इसके लिए 15861 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए थे। एक अक्तूबर को आयोजित स्क्रीनिंग परीक्षा में 10309 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। इनमें से 459 अभ्यर्थियों को 29 नवंबर से 22 दिसंबर तक चले साक्षात्कार में बुलाया गया था। इस प्रकार विज्ञापन जारी होने के सवा पांच महीने के अंदर अंतिम परिणाम जारी हो गया।वैसे आयोग स्क्रीनिंग परीक्षा से चयन प्रक्रिया की शुरूआत मानता है। उस लिहाज से तीन महीने के अंदर चयन प्रक्रिया पूरी हो गई। आयोग के संयुक्त सचिव विनोद कुमार सिंह के अनुसार चयन परिणाम आयोग की वेबसाइट https://uppsc.up.nic.in पर उपलब्ध है। अनुसूचित जनजाति श्रेणी के लिए आरक्षित 12 रिक्तियों के सापेक्ष कोई अभ्यर्थी उपलब्ध नहीं होने के कारण इन पदों को अनुसूचित जाति के अभ्यर्थियों से भरा गया है।

टॉप टेन में छह बेटियों का कब्जा

डेंटल सर्जन भर्ती के 174 पदों में 86 पर बेटियों का चयन हुआ है। टॉप टेन में छह बेटियां काबिज हैं। अंशिका शुक्ला ने टॉप किया है तो ज्ञानदा मिश्रा को तीसरा स्थान मिला है। शारदा गुप्ता पांचवें, सबा आफरीन सातवें, हिमांशी यादव आठवें तो संजू दहिया नौवें स्थान पर हैं।

एपीएस की प्रत्येक सीट पर 328 दावेदार

प्रयागराज। सचिवालय, राजस्व परिषद और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) में अपर निजी सचिव (एपीएस) 2023 के 328 पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा सात जनवरी को 231 केंद्रों पर होगी। एक दशक बाद हो रही इस भर्ती के लिए 107750 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यानि प्रत्येक पद के लिए 328 अभ्यर्थी मैदान में हैं। यूपीपीएससी ने शुक्रवार को अपनी वेबसाइट पर प्रवेश पत्र जारी कर दिए। सात जनवरी को सुबह 9:30 से 12:30 बजे की पाली में प्रस्तावित प्रथम चरण की परीक्षा के लिए आयोग ने प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, मेरठ और गोरखपुर में केंद्र बनाए हैं। आयोग के अनु सचिव ओंकारनाथ सिंह ने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वेबसाइट www.uppsc.up.nic.in से ओटीआर नंबर से प्रवेश पत्र व अनुदेश डाउनलोड कर लें। प्रवेश पत्र पर अंकित परीक्षा केंद्र पर नियत तिथि एवं समय पर दो फोटो और आईडी प्रूफ की मूल एवं छायाप्रति के साथ उपस्थित हों।

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