गोंडा : अकीदत, अमन और अनुशासन के साथ मनाया गया बकरीद का पर्व, प्रशासन और आमजन का दिखा सराहनीय सहयोग



परसपुर (गोंडा): परसपुर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व पूरे अकीदत, उल्लास और शांति के साथ मनाया गया। नगर के बालपुर मार्ग स्थित ईदगाह, छोटी-बड़ी मस्जिद, साईं तकिया मस्जिद सहित अन्य इबादतगाहों में सुबह नौ बजे नमाज अदा की गई। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती रही। सुबह से ही एसडीएम यशवंत राव, सीओ विनय कुमार सिंह, नायब तहसीलदार सुभद्र प्रसाद यादव व परसपुर थानाध्यक्ष तेज प्रताप सिंह पुलिस बल के साथ क्षेत्र में भ्रमण करते रहे। अधिकारियों ने विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।


ईद की नमाज के दौरान लोगों ने मुल्क की सलामती, अमन-चैन और तरक्की के लिए दुआएं मांगी। नमाज के बाद एक-दूसरे को गले लगाकर बकरीद की मुबारकबाद दी गई और पारंपरिक व्यंजनों जैसे सेवई व अन्य पकवानों का आनंद लिया गया। इस पर्व पर लोगों ने जरूरतमंदों को कपड़े, पैसे और खाद्य सामग्री भेंट कर सामाजिक सद्भाव का परिचय दिया। विशेष बात यह रही कि इस बार बकरीद की नमाज कहीं भी सड़कों पर अदा नहीं की गई, बल्कि सभी मस्जिदों के भीतर ही नमाज पढ़ी गई। इससे प्रशासन और आमजन के सहयोग की एक मिसाल देखने को मिली। नगर पंचायत परसपुर में मुस्लिम समुदाय ने पूरी श्रद्धा और उल्लास के साथ बकरीद का पर्व मनाया। नमाज के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। नमाज के बाद धार्मिक परंपरा के अनुसार कुर्बानी की गई, जिस पर प्रशासन की सख्त निगरानी रही। खुले में कुर्बानी करने पर प्रतिबंध लगाया गया था और इसका कड़ाई से पालन भी सुनिश्चित कराया गया। त्याग और बलिदान की प्रेरणा देने वाला यह पर्व समाज में भाईचारे, समर्पण और शांति की भावना को मजबूत करता नजर आया। पूरे दिन परसपुर क्षेत्र में पुलिस बल की सक्रियता बनी रही और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।



शनिवार को सुबह आठ बजे से ही मस्जिदों में नमाजियों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। कस्बे के बालपुर रोड स्थित ईदगाह और मस्जिद में शांतिपूर्ण माहौल में नमाज अदा की गई। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर परसपुर थानाध्यक्ष तेज प्रताप सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। नमाजियों ने देश और क्षेत्र में अमन-चैन और भाईचारे की दुआ मांगी। नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। परसपुर कस्बा निवासी सभासद रहमत अली ने कहा कि ईद-उल-अजहा का त्योहार आपसी भाईचारे और गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सभी को शांति और सौहार्द से त्योहार मनाना चाहिए। एक-दूसरे के धर्म का सम्मान करने से ही देश में अमन और एकता कायम रह सकती है।