
परसपुर गोण्डा : विकासखंड परसपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसपुर में आयोजित पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया। इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परसपुर के सभागार में 27 आशाओं व 30 आंगनबाड़ी कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया।इस दौरान आशा एवं संगिनी को बच्चों में होने वाली डायरिया व निमोनिया बीमारी के साथ कुपोषण पर रोकथाम के लिए होम बेस्ट केअर फ़ॉर यंग चाइल्ड( एचबीवाईसी ) कार्यक्रम चलाया जा रहा था।सीएचसी अधीक्षक डॉ0 लवकेश शुक्ला ने बताया की प्रसव उपरांत माँ व शिशु की देखभाल के लिए होम बेस्ड न्यू बोर्न केअर (एचबीएनसी) कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसके तहत आशा कर्मी छह से सात बार गृह भ्रमण कर 42 दिनों तक नवजात शिशुओं व धात्री माताओं के स्वास्थ्य की घरेलू देखभाल करती है। गृह भ्रमण के इस कार्यक्रम को बिस्तार देते हुए एचबीवाईसी कार्यक्रम के तहत पांच अतिरिक्त गृह भ्रमण की व्यवस्था की गई है।इस प्रयास से बाल्यकाल में होने वाली बीमारियों जैसे निमोनिया,डायरिया व कुपोषण आदि पर रोक लगेगी। कार्यक्रम के तहत तीन से 15 माह के बच्चों की देखभाल की जाएगी। डॉ शुक्ला ने बताया कि एचबीवाईसी कार्यक्रम में मुख्य रूप से चार विषय वस्तु पर फोकस किया गया है। इसमे पोषण,स्वास्थ्य,आरंभिक बाल विकास व वाश(वाटर एंड सेनिटेशन हाइजिन) शामिल है । कार्यक्रम के समापन पर प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र का वित्राणु किया गया। इस अवसर पर मंडलीय समन्यवक यूनिसेफ साकेत शुक्ला,एबी सिंह,सरिता श्रीवास्तव,स्वास्थ शिक्षाधिकारी प्रदीप पाण्डेय, सुरेंद्र यादव आदि उपस्थित रहे।