करोड़ों खर्च होंने के बाद भी गोवंश और किसान दोनों की हालत दयनीय, जिम्मेदार केवल कर रहे खानापूर्ति, जनसुनवाई और मुख्यमंत्री पोर्टल गोवंश की शिकायत का दे रहे मनमाना जबाब
अयोध्या अमानीगंज। उत्तर प्रदेश सरकार की महात्वाकांक्षी योजना गोवंश संरक्षण को भी अयोध्या के कुछ अधिकारी कर्मचारी मिलकर लगा रहे पलीता। बात करें मिल्कीपुर तहसील की तो यहां दर्जनों की संख्या में गौशाला बनी हुई हैं लेकिन अन्ना गौवंशों की हालत में कोई सुधार नहीं दिखाई दे रहा, गौशालाओं में ना शुद्ध पानी ना पर्याप्त चारे की ब्यवस्था है ना उचित देखभाल करने वालों की,हो भी सही कैसे जब हर जगह कमीशनखोरी हो।हर दिन दर्जनों की संख्या में गोवंश और आम आदमी दुर्घटना का शिकार होते हैं।हद तो तब पार हो जाती है जब अधिकारियों से सूचना मांगी जाती है कि अन्ना जानवरों से गांव को कब तक निजात मिलेगी जबाब आता है इनके यहां नाली की कोई समस्या नहीं है,यह जबाब अमानीगंज विकासखण्ड के जिम्मेदारों ने एक किसान को जबाब में दिया।आज भी हमारे नेटवर्क ने कई जगह देखा कि दर्जनों से अधिक की संख्या में अन्ना गोवंश लगभग क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर बैठे हैं और आम जनता किसी तरह किनारों से अपने वाहन लेकर निकल रहे हैं।आप सुबह या शाम व्लाक अमानीगंज से घुड़वल, अमानीगंज से खंडासा, कुमारगंज, मिल्कीपुर, रूदौली आदि मुख्य रोडों से निकल रहे हैं तो संभलकर निकलें। अमानीगंज से मिल्कीपुर रोड पर दर्जनों की संख्या में जगह जगह गोवंश जैसे नंदौली,सतनापुर,अमरगंज, सिद्धनाथ मंदिर या बीच बीच में भी दिन में भी दिखाई देंगे। अयोध्या रायबरेली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी यही स्थिति है कई स्थानों पर अन्ना जानवरों को मुख्य मार्ग पर आप देख सकते हैं,कई मृत गोवंश आपको दुर्घटना के बाद दुर्घटनाग्रस्त वाहन के साथ दिख जायेंगे, स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब मृत गोवंश सड़कों पर कई दिनों तक पड़े रह जाते हैं।बात करें किसान की तो किसान इन परिस्थितियों में अपने आपको ठगा सा महसूस कर रहा है, लगातार खेतों की रखवाली, तारों से बैरीकेडिंग,झटका मशीन क्या क्या उपाय कर रहा है लेकिन जरा सी एक दिन चूक हुई तो फसल चौपट,अब देखना है कि सरकार द्वारा इतनी ब्यवस्था देने के बाद अधिकारियों को आम जन मानस की पीड़ा समझ में आयेगी या आयेगी ही नहीं। सरकार कब इन पर शिकंजा कसेगी ⁉️ हमारे नेता अपनी जिम्मेदारी समझेंगे या जाति धर्म के नाम पर अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकते रहेंगे ⁉️जनता फिर से इसे आगामी चुनाव में मुद्दा बनायेगी या फिर ऐसे ही चलता रहेगा ⁉️