गोण्डा- नवाबगंज एक तरफ सरकार गौवंशो के संरक्षण के लिए लाखों प्रयास कर रही है। जिलाधिकारी गोंडा द्वारा भी छुट्टा गौवंशो को गौशालाओं में संरक्षित करने का आदेश भी जारी किया है लेकिन संबंधित अधिकारी डीएम के आदेश को भी सिर्फ कागजों पर अमली जामा पहना रहे हैं। गलत सूचना देकर उन्हें गुमराह करने में भी जिम्मेदारों को कोई गुरेज नहीं है । इन सभी गौ संरक्षण के दावों के बीच एक तस्वीर ऐसी भी सामने आई है जो कि सरकार और जिम्मेदारों के गौ संरक्षण के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। इस तस्वीर में नवाबगंज-मनकापुर मार्ग पर सिरसा गांव में स्थित हनुमान गढी मंदिर के पास एक मृत गौवंश का शव कुत्ते नोंचकर अपना पेट भर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह गाय करीब दो दिन से मरी पड़ी है अब तो इससे दुर्गंध भी आने लगी है। वहीं नगरपालिका नवाबगंज की महत्वाकांक्षी कान्हा गौशाला घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर स्थित है।अब इसे मृत गौवंश का दुर्भाग्य कहें या स्थानीय जिम्मेदारों की लापरवाही जिससे इस मृत गौवंश का अंत इतना दर्दनाक और अमानवीय हुआ। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी डॉ राघवेंद्र प्रताप सिंह से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका वहीं एडीओ पंचायत रवि प्रकाश मिश्रा ने कहा कि मामले की जानकारी नहीं है जिस गांव की घटना है उस गांव के प्रधान को सूचित करना चाहिए था।