गोंडा : पौष पूर्णिमा पर त्रिमुहानी संगम में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, भक्तिमय हुआ वातावरण




पसका, गोण्डा। जनपद गोण्डा के परसपुर ब्लॉक स्थित सूकर खेत पसका के त्रिमुहानी संगम पर सोमवार को पौष पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। सरयू नदी में स्नान कर भक्तों ने पापों के नाश और मोक्ष की प्राप्ति की कामना की। भोर से ही स्नान घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सरयू मैया के जयकारों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान वाराह के दर्शन कर पूजन-अर्चन किया और मेले का आनंद लिया।


त्रिमुहानी संगम पर जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। कल्पवासियों की कुटिया में राम नाम का संकीर्तन और सुंदरकांड पाठ हुआ, जिसने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। स्नान और पूजा के बाद महिलाओं और बच्चों ने जमकर खरीदारी की और झूले, मौत का कुआं और वेरायटी शो जैसे मनोरंजन के साधनों का आनंद लिया।


यह पौराणिक स्थल धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व से परिपूर्ण है। मान्यता है कि पौष पूर्णिमा के दिन संगम पर स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्नान के पश्चात श्रद्धालुओं ने दान-पुण्य कर जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और धन दान किया। पौराणिक कथा के अनुसार, हिरण्याक्ष नामक दैत्य ने पृथ्वी का हरण कर लिया था, जिससे सभी देवता और जीव-जन्तु व्याकुल हो गए। तब भगवान विष्णु ने वाराह रूप धारण कर हिरण्याक्ष का वध किया और पृथ्वी को मुक्त कराया। त्रिमुहानी संगम पर भगवान वाराह के दर्शन कर भक्त अपनी मनोकामनाएं पूर्ण मानते हैं।

जिला मुख्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर स्थित सूकर खेत पसका धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहर का केंद्र है। यह स्थल गोस्वामी तुलसीदास जी की जन्मस्थली राजापुर के निकट है। यहां तुलसीदास जी के गुरु नरहरिदास जी का मंदिर भी है, जहां तुलसीदास जी ने बाल्यकाल में शिक्षा प्राप्त की थी। सरयू और घाघरा नदियों के संगम पर स्थित यह पावन स्थल सदियों से धार्मिक आस्था का प्रतीक बना हुआ है।


पौष पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर क्षेत्रीय विधायक अजय सिंह, तुलसी जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष डॉ. स्वामी भगवदाचार्य, प्रधान पसका पिंकू सिंह और विकास मंच के अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार सिंह सहित साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने सरयू मैया की महाआरती की। इस दौरान भक्तिभाव और आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पसका में अस्थायी पुलिस चौकी का निर्माण किया गया। पसका चौकी प्रभारी सावन कुमार सिंह ने बताया कि उपनिरीक्षक और महिला-पुरुष आरक्षियों को स्नान घाट और मेला परिसर में तैनात किया गया। वहीं प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह ने कहा कि मेला क्षेत्र में सभी रास्तों पर बैरियर लगाए गए, ताकि वाहनों का प्रवेश रोका जा सके और श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो।
इस दौरान पुलिस क्षेत्राधिकारी कर्नेलगंज सौरभ वर्मा, प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह, वरिष्ठ उपनिरीक्षक सभाजीत सिंह और पसका पुलिस चौकी प्रभारी सावन कुमार सिंह मेला परिसर में लगातार गश्त करते रहे।