
ओमप्रकाश हत्याकांड: चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन
पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह की बाइट ….. क्या बोले पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह
परसपुर (गोंडा) : नगर पंचायत परसपुर वार्ड नंबर 10 पश्चिमी से चुनाव लड़ रहे सपा कार्यकर्ता ओमप्रकाश सिंह की हत्या के बाद शनिवार को 24 घंटे बीत जाने के बाद अपराधियों को गिरफ्तारी न होने पर उनके परिवार और समर्थकों ने परसपुर चौराहे पर शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। एसडीएम करनैलगंज भारत भार्गव के लिखित आश्वासन के बाद ही धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ और पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया। मृतक ओमप्रकाश सिंह की पत्नी नीलम ने भाजपा सभासद उदय भान सिंह उर्फ लल्लन सिंह व उनके तीन बेटों और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ परसपुर थाने पर पुलिस को तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है।



ओमप्रकाश सिंह राजा टोला परसपुर के निवासी थे। शुक्रवार की दोपहर तकरीबन एक बजे घर में सोते समय पांच लोगों ने उन पर हमला किया। मेडिकल कॉलेज ले जाते समय उनकी रास्ते में ही मौत हो गई। परिजन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है । डीएम गोंडा नेहा शर्मा के आदेश पर देर रात पोस्टमार्टम कराया गया। शव घर पहुंचने पर उनकी पत्नी नीलम और बच्चों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया।



शनिवार की सुबह गिरफ्तारी न होने पर परिजनों और समर्थकों ने परसपुर चौराहे पर प्रदर्शन किया। एएसपी राधेश्याम राय, एसडीएम भारत भार्गव, सीओ चंद्रपाल शर्मा और थानाध्यक्ष परसपुर दिनेश सिंह ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। अंततः एसडीएम के 24 घंटे में गिरफ्तारी के लिखित आश्वासन पर प्रदर्शन समाप्त हुआ और भौरीगंज के सरयू तट पर अंतिम संस्कार किया गया। करनैलगंज विधायक अजय सिंह ने परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया और मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया की योगी आदित्यनाथ के शासन काल में अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा जो भी अपराधी होगा उनके खिलाफ कठोर से कठोरतम कार्रवाई कराई जाएगी और मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी ।


आरोपियों को भाजपा विधायक का संरक्षण प्राप्त है ….. पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी का प्रतिनिधिमंडल ओमप्रकाश सिंह के घर पहुंचा और परिजनों को मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने अधिकारियों से 24 घंटे के अंदर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी करने की मांग की। सपा जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन और पूर्व मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि आरोपियों को भाजपा विधायक का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने न्याय न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व विधायक बैजनाथ दुबे, सूरज सिंह, राजेश दीक्षित, दिनेश यादव , सपा प्रत्याशी अजय प्रताप सिंह, डॉ अरुण सिंह समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे ।

बीते मामले में पॉक्सो एक्ट की फाइल फिर खुलेगी ।

आरोपी भाजपा सभासद के बेटे के खिलाफ बीते दर्ज मामले में परसपुर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट की धारा खारिज कर दी थी, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ गया और ऐसे कृत्य घटना को अंजाम दिया गया । अगर पुलिस उसी समय अपराधियों के प्रति सख्त होती तो शायद ऐसी कृत्य निंदनीय घटना न होती । एसपी विनीत जायसवाल ने थानाध्यक्ष परसपुर दिनेश सिंह को मामले की दोबारा जांच के निर्देश दिए हैं।