परसपुर चौराहे पर छुट्टा जानवरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे दो पहिया और चार पहिया वाहन चालकों के साथ-साथ राहगीरों के लिए यह एक गंभीर समस्या बन चुकी है। ब्लॉक मुख्यालय के सामने स्थित थाना के बगल में बने गौशाला में बाहर के जानवरों को ट्रकों में लाकर छोड़ा जाता है, लेकिन चौराहे पर धूम रहे छुट्टा जानवरों पर शासन और प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है।
राहगीरों को इन छुट्टा जानवरों से रोज़मर्रा के जीवन में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ये जानवर अचानक सड़क पर आ जाते हैं, जिससे यातायात बाधित हो जाता है और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। कई बार देखा गया है कि वाहन चालक इन जानवरों से बचने की कोशिश में संतुलन खो बैठते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद भी प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है। अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए तो यह समस्या और भी विकराल रूप धारण कर सकती है। लोग डर के कारण इन रास्तों पर चलने से कतराते हैं, जिससे व्यापार और दैनिक गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं।
छुट्टा जानवरों को पकड़कर गौशाला में बंद करने की आवश्यकता है, साथ ही उनके लिए उचित देखभाल और भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जानी चाहिए। प्रशासन को इस दिशा में त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है ताकि स्थानीय लोगों को इस समस्या से राहत मिल सके।