उत्तरप्रदेशगोंडा

लापरवाह आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पर हो कार्रवाई, यदि मां स्वस्थ तभी बच्चे स्वस्थ होंगे – डीएम

गोण्डा: बच्चों, गर्भवती, धात्री, किशोरियों, महिलाओं को पोषण स्तर में सुधार लाने एवं उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार ने आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र विकसित करने, निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की प्रगति, मैम चिंहित बच्चों के पोषण श्रेणी में सुधार एवं उनकी स्वास्थ्य जांच एवं प्रबंधन, एनीमिया मुक्त भारत, बच्चों का आधार नामांकन, पोषण माह के क्रियांवयन, पोषण ट्रैकर ऐप पर लाभार्थियों के आधार सत्यापन, आंगनबाड़ी केंद्रों की जिओ टैगिंग एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर अनुपूरक पुष्टाहार ड्राई राशन के वितरण आदि की बिंदुवार समीक्षा की गयी।

लापरवाह आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों पर हो कार्रवाई

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पाया कि कई आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की लापरवाही की वजह से पोषण मिशन के अभियान में प्रगति धीमी होती है। इस पर उन्होंने सभी सुपरवाइजर व सीडीपीओ का निर्देश दिया कि वह सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण करें। निरीक्षण के समय यदि आंगनवाड़ी केंद्र बंद पाया जाए अथवा कार्यकत्री अनुपस्थित पाई जाए तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। लापरवाह आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि वह स्वयं निरीक्षण करेंगे और कोई आंगनवाड़ी केंद्र बंद पाया गया तो संबंधित सीडीपीओ का वेतन रोकते हुए उसके खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

सभी आंगनवाड़ी केंद्र में हो सभी जरूरी सुविधाएं

जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर ईसीसीई किट जिसमें शिक्षा सामग्री एवं प्री स्कूल किट शामिल है, मौजूद होनी चाहिए। इसके अलावा सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर वजन मापने, लंबाई नापने आदि हेतु उपकरण मौजूद होने चाहिए। बच्चों के लिए खिलौने व पीने के लिए स्वच्छ पानी, शौचालय आदि की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति अवश्य होनी चाहिए।

मां स्वस्थ होगी तभी बच्चे स्वस्थ होंगे

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी सुपरवाइजर सीडीपीओ से कहा कि यदि किसी बच्चे की मां स्वस्थ होगी तभी उसका बच्चा भी स्वस्थ होगा। इसलिए सभी गर्भवती महिलाओं एवं धात्री महिलाओं के स्वास्थ्य व पोषण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उसे क्या खाना है और क्या नहीं खाना है इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए एवं उसी अनुसार उचित पोषण भी उपलब्ध कराया जाए। आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकत्रियों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को हरी साग सब्जी अधिक मात्रा में खाने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्हें मोटा अनाज खाने के लिए भी कहा जाए। पैदा होने वाले बच्चे या नवजात शिशु को स्वस्थ रखने के लिए हम सभी को उसकी मां को स्वस्थ रखना होगा। उन्होंने कहा कि सभी सुपरवाइजर इस बारे में आंगनबाड़ियों को प्रशिक्षण देकर शिक्षित किया जाये।

अंत में जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सभी आंगनवाड़ी केंद्रों की पेंटिंग कराने, बच्चों व गर्भवती महिलाओं का समय से टीकाकरण कराने, गर्भवती महिलाओं का वजन ट्रैकिंग रजिस्टर बनाने, पोषण पखवाड़ा कार्यक्रम के सफल आयोजन कराने, डिलीवरी प्वाइंट का प्रचार प्रसार करने, कुपोषित बच्चों को एनआरसी भेजने, पोस्ट ऑफिस से बच्चों का आधार बनवाने, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को ट्रेनिंग देने, सुपरवाइजर द्वारा नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने आशा आंगनबाडी कार्यकत्री आपस में समन्वय बनाकर महिलाओं को जागरुक करके उन्हें स्वस्थ्य लाभ और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के निर्देश दिये।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सभी सीडीपीओ, सुरवाइजर अन्य सभी संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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