गोंडा : शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर, एक ही छात्रा के दो नाम और दो जन्मतिथि से फर्जीवाड़े का पर्दाफाश


कर्नलगंज (गोंडा)। कर्नलगंज विकासखंड के कम्पोजिट विद्यालय कुतुबपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक ही छात्रा के नाम और जन्मतिथि को लेकर रिकॉर्ड में गंभीर अनियमितता पाई गई है। शैक्षिक दस्तावेजों, समग्र शिक्षा पोर्टल, आधार कार्ड और ट्रांसफर सर्टिफिकेट के विवरणों की जांच में यह खुलासा हुआ है कि छात्रा के नाम दो अलग-अलग रूप में दर्ज हैं। विद्यालय द्वारा जारी स्थानांतरण प्रमाण पत्र में छात्रा का नाम सोनाली लिखा गया है जबकि समग्र शिक्षा पोर्टल और आधार कार्ड में उसी छात्रा का नाम शिवानी दर्ज है। नाम के साथ-साथ जन्मतिथि को लेकर भी भारी गड़बड़ी उजागर हुई है। टीसी में अंकों में जन्मतिथि 04-01-2010 और शब्दों में चार अक्टूबर 2011 दर्ज है जबकि आधार कार्ड और स्कूल रजिस्टर में जन्मतिथि 01/01/2010 अंकित है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि स्थानांतरण प्रमाण पत्र में यह उल्लेख है कि छात्रा ने वर्ष 2010 में कक्षा 8 उत्तीर्ण कर ली जबकि उसी वर्ष या अगले वर्ष ही उसका जन्म हुआ दर्शाया गया है। यानी दस्तावेजों के अनुसार छात्रा ने जन्म से पहले ही आठवीं कक्षा पास कर ली। हालांकि छात्रा के माता-पिता के नाम—माता रेनू व पिता राजेन्द्र यादव—सभी दस्तावेजों में समान हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नाम और जन्मतिथि में किया गया फेरबदल जानबूझकर किया गया है।


यह पूरा मामला शिक्षा विभाग की लापरवाही के साथ-साथ किसी सुनियोजित फर्जीवाड़े की ओर भी इशारा करता है। इससे यह आशंका भी गहराई है कि कहीं इस प्रकार की हेराफेरी कर छात्रवृत्ति या अन्य सरकारी योजनाओं का अनुचित लाभ तो नहीं उठाया जा रहा है। यह मामला फर्जी दाखिले या छात्रवृत्ति घोटाले का हिस्सा भी हो सकता है। ऐसे में आवश्यक है कि मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और जिन भी अधिकारियों या कर्मचारियों की इसमें भूमिका पाई जाए, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता बनी रहे और भविष्य में इस तरह के फर्जीवाड़े रोके जा सकें।



