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गाजियाबाद बार एसोसिएशन(रजि.) के द्वारा 1 जुलाई 2025 को अपना 37 वां स्थापना दिवस मनाया.. 01.07.2025

गाजियाबाद बार एसोसिएशन रजि. के द्वारा आज दिनांक 1 जुलाई 2025 को अपना स्थापना दिवस एवं कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण कार्यक्रम बहुत धूमधाम से मनाया
गाजियाबाद में कर क्षेत्र में अपना अप्रतम स्थान रखने वाले गाजियाबाद बार एसोसिएशन रजिस्टर्ड द्वारा बहुत धूमधाम से अपना 37 वां स्थापना दिवस मनाया गया उक्त के क्रम में श्री अतुल कुमार गर्ग सांसद ग़ाज़ियाबाद की गरिमामई उपस्थिति रही


उन्होंने कर क्षेत्र के अधिवक्ताओं के द्वारा अपने-अपने परेशानियों को तथा व्यापारियों के परेशानियों को इंगित करते हुए कहा कि कर क्षेत्र में यदि कोई भी कठिनाई अधिवक्ताओं और व्यापारियों को है जो की बहुत ही नितांत आवश्यक है उसका निराकरण किया जाना न्याय संगत है तो उक्त क्रम में यदि हमारे पास सुझाव आता है तो उसे सुझाव को हम सरकार तक पहुंचाने की प्रयास को जारी रखेंगे और हम प्रयास करते रहेंगे कि आपकी बातें सरकार तक पहुंचे और ज्यादा से ज्यादा व्यापारियों को लाभ प्राप्त हो


अंत में अपने उद्बोधन में उन्होंने गाजियाबाद के कर क्षेत्र में अग्रणी गाजियाबाद बार एसोसिएशन रजिस्टर्ड की द्वारा किए जा रहे शैक्षणिक कार्यक्रम की भूरि -भरि प्रशंसा की और कहा कि यह कार्य क्षेत्र में कर क्षेत्र में किया गया प्रयास गाजियाबाद के अधिवक्ताओं और व्यापारियों को एक नई ऊंचाई तक ले जाने में अपनी भूमिका निभाता है और निभाते रहेगा और उक्त क्रम में हमें जितना भी सहयोग हमसे आप ले सकते हैं ले लें हम उसके लिए सदैव तत्पर रहेंगे क्योंकि गाजियाबाद का सांसद हूं आपके बीच से हूं आपकी बातें में सरकार तक पहुंचा दूँ यह मेरी जिम्मेदारी और नैतिक जिम्मेदारी है जिसका पालन में करना चाहूंगा, अंत में उन्होंने अपने उद्बोधन में गाजियाबाद का 37 वां वार्षिक उत्सव मनाने के लिए तथा सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया और बार के उज्जवल भविष्य की कामना की

तदुउपरांत जीएसटी के स्टडी सर्किल का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ अधिवक्ता श्री मुकुल गुप्ता लीगल शरणम, के डायरेक्टर, और आल इंडिया टैक्स फेडरेशन के पूर्व पदाधिकारी भी हैं,ने कर क्षेत्र में जीएसटी अपीलीय अधिकरण के गठन के बारे में और उसमें हो रही कठिनाइयों के बारे में ज्ञानवर्धन किया और कालवाधित हो रहे वादों के लिए, दिए गए समय एवं उस पर दी हुई 3 माह की समय सीमा के बाद एक महीने का ग्रेस पीरियड देने के लिए एक्ट के अंदर दी हुई व्यवस्था के बारे में उक्त कार्यक्रमों पर भी चर्चा की तथा उन्होंने जोर देकर कहा कि डिले कंडोनेशन अर्थात अपील में हुई देरी क्षमा के लिए जो भी अधिकारी के समक्ष रखा जाएगा अगर न्याय संगत और तर्कपूर्ण तथ्य पूर्ण युक्ति युक्ति रीज़न या कारण होगा तो उसे पर अधिकारी को विचार करना श्रेयस्कर है क्योंकि माननीय सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न निर्णय में इस बात पर जोर दिया गया बोल दिया गया कि अगर कोई भी व्यापारी युक्त युक्त कारण से अपने अपील को दाखिल करने में देरी करता है तो उसको क्षमा करते हुए न्याय हित में उसके लिए सुनवाई करने का अधिकार अपीलिए अधिकारी को देना चाहिए और उसी क्रम में उन्होंने तमाम तथ्य के साथ साथ,सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्णीत किए गए वादों एवं किए गए साइटेशन क़ो पेश किया जिससे कलवाधित हुई वादों से व्यापारियों को लाभ मिलने की गुंजाइश बनी रहेगी
अंत में उक्त के कर्म में वरिष्ठ एडवोकेट श्री अरविंद कुमार अग्रवाल स्टडी सर्किल के (चेयरमैन)अध्यक्ष के द्वारा अपने संक्षिप्त उद्बोधन में इन सभी तत्वों को दोहराया गया और अपनी बात सम्यक रूप से सदन के अधिवक्ताओं के समक्ष रखा और इस पर चर्चा में अपने तर्कपूर्ण तथा सम्यक रूप से मूल सिद्धांत को समझाने का प्रयास किया
इस बात पर भी बल दिया गया कि व्यापारी को अनावश्यक परेशान ना किया जाए उनकी गाड़ियों को रास्ते में रोक करके उनका हरासमेंट ना किया जाए, व्यापारी को सरकार महीना डेढ़ महीना विके हुऐ माल पर प्राप्त टैक्स क़ो एकत्र करने के लिए एवं टैक्स जमा करने के लिए समय देती है तो गाड़ियों में छोटी-मोटी टेक्निकल गलती के लिए गाड़ियों को रास्ते में रोक कर डिटेन किया जाना न्याय संगत नहीं है यदि कोई भी परेशानी या कोई भी टेक्निकल ग्लिच आता है तो उसे टेक्निकल ग्लिच के लिए नोटिस जारी किया जाए नोटिस जारी की अनुपालन में सेक्टर ऑफिसर उसे पर संज्ञान लेगा लेकिन माल के परिवहन के समय रास्ते में समय की हानि ना हो किसी भी गाड़ी को पकड़ कर के उसको अनावश्यक रूप से परेशान होने के लिए रास्ते में ना रोका जाए केवल कागजों और भौतिक सत्यापन के पश्चात तुरंत गाड़ी छोड़ दी जाए और उसे पर कार्यवाही सेक्टर अफसर कर सकता है और करे और जब सरकार लाख करोड़ रुपये सरकार डेढ़ महीने तक टैक्स के लिए छोड़ देती है तो छोटे-मोटे ग्लिचस के लिए छोटी मोटी गल्ती में तुरंत हंड्रेड परसेंट जमा कराना न्याय संगत नहीं है इस पर भी सदन में सम्यक रूप से तमाम अधिवक्ता विद्वानों द्वारा चर्चा की गई उक्त क्रम में इस पर श्री सांसद अतुल गर्ग के द्वारा भी अपनी सहमत व्यक्त की गई कि इन परिस्थितियों में व्यापारियों का समय बर्बाद होता है उनका समय का बहुत ज्यादा ह्रास होता है जिससे संपूर्ण रूप से उनके माल टाइम से नहीं पहुंच पाते उनकी फैक्ट्री बंद होती है या उनके वर्कर खाली बैठे रह जाते हैं कच्चा माल आपूर्ति नहीं हो पता इन सब विषयों पर चर्चा करते हुए सांसद महोदय के द्वारा भी कहा गया कि व्यापारियों को हो रही कठिनाइयों को जरूर ध्यान दिया जाना चाहिए तथा अधिकारियों को निर्देशित किया जाना चाहिए कि अनावश्यक रूप से दबाव डाल करके व्यापारी से पैसे न जमा कराया जाए और उनके ऊपर सेक्टर ऑफिसर का निगरानी रहे जिससे उन पर कार्य करने में सुगमता महसूस हो, व्यापार कर और कर क्षेत्र में जो सबसे बड़ा स्लोगन है कि व्यापार और व्यापारी से विश्वास की ओर तो व्यापार से विश्वास की ओर पर मंथन करते हुए अधिकारियों को यह एक संदेश देना चाहिए कि आप हमारे क्षेत्र के व्यापारी हैं हम आप पर विश्वास करते हैं हो रही त्रुटियों के लिए नोटिस दें और कहें की आप सेक्टर ऑफिस में जाएं और प्रायः देखा गया है की जमा कराये गये पैसों को वापस करना पड़ता है क्योंकि तमाम ऐसे केस है जिसमे जमा कराए गए पैसों पर अपीलीय अधिकरण में या हाई कोर्ट में वह से रिफंड कर दिया जाता है जिससे समय की बर्बादी से बचना चाहिए अनावश्यक टेक्निकल ग्लिचस में अधिकारियों को नहीं पडना चाहिए इसी आशा के साथ के अधिकारी और व्यापारी के बीच जो समन्वय है वह बना रहे और व्यापार भी सुचार रूप से होता रहे एवं सुचार रूप से सरकार के पास टैक्स भी जमा होता रहे इसी कड़ी में अधिवक्ताओं के द्वारा किए गए प्रयासों को सराहनीय माना जाना चाहिए


मुख्य वक्ता के रूप में श्री शिव किशोर गौर बार कौंसिल अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के द्वारा भी उद्बोधन किया गया एवं नवनिर्वाचित पदाधिकारी को शपथ दिलाई गई तथा उक्त क्रम में एचजीएस मेंबर ट्रिब्यूनल के द्वारा भी मुख्य रूप से अधिवक्ताओं को शपथ ग्रहण कराया गया और उन्होंने मेंबर ट्रिब्यूनल वाणिज्य कर अधिकरण ग़ाज़ियाबाद के द्वारा उत्साहवर्धन करते हुए हम सभी अधिवक्ताओं का दिल से धन्यवाद किया और उन्होंने कहा कि किन्हीं भी कभी भी जब भी व्यापारियों के हित के लिए न्याय हेतु जब कोई अधिवक्ता मेरे समक्ष आता है और हमें महसूस होता है कि यह सही रूप है और हमें इस पर विचार करना चाहिए तो हम उसे पर जरूर विचार करते हैं और विचार करके न्याय देने के लिए हम सदैव तत्पर हैं व्यापारी के साथ न्याय हो विभाग के साथ न्याय हो इसी कड़ी में हम अपना कर्तव्य निभाते चले आए हैं और कर्तव्य निभाते रहेंगे और अंत में उन्होंने अपने उद्बोधन में गाजियाबाद कर क्षेत्र में अग्रणी संस्था जो कि अपने शैक्षिक कार्यक्रमों के लिए विधिवत रूप से जानी जाती है उसे पर उन्होंने प्रकाश डालते हुए कहा की मर्यादा पूर्व पूर्वक काम किए जाने के कारण गाजियाबाद के कर क्षेत्र में अग्रणी संस्था गाजियाबाद बार संगठन अपना भूमिका निभाता रहा है 37 वर्षों से किया जा रहे प्रयासों और आने वाली कार्यकारिणी जो अच्छा काम कर रही है उसको मैं साधुवाद देता हूं

इसी कड़ी में उन्होंने अपने उद्बोधन में गाजियाबाद बार एसोसिएशन की प्रशंसा करते हुए साधुवाद देते हुए अपने वक्तव्य को विराम कर दिया और सभी अधिवक्ता बंधुओ का स्वागत करते हुए कहा कि अधिवक्ता विभाग की और व्यापारी के बीच की एक खड़ी है जिससे व्यापारी और विभाग के बीच में समन्वय पूर्वक काम करने में सहूलियत पूर्वक काम करने में और अपनी बात तथ्य एवं तर्क पूर्वक रखने के लिए जाना जाता है और हम हमेशा अधिवक्ताओं का स्वागत करते हैं करते रहेंगे यह हमारी और सरकार की प्राथमिकता में है और सरकार की प्राथमिकता में है कि सरकार न्याय देना चाहती है और न्याय के क्रम में हम आपके साथ सदैव तत्पर हैं अगर कहीं कोई टेक्निकल ग्लिचस आती है तो उसमें जो अपील आती हैं उनका निस्तारण विधि के अनुसार किया जाता है और उसे पर सम्यक रूप से विचार करते हुए व्यापारी को अगर लाभ देने लायक है तो लाभ मिलता है अगर नहीं देने लायक है तो उनका आदेश दिए जाते हैं कि वह आगे के लिए आगे के ऊपर के कोर्ट में अपनी बात रख सकते हैं


इसी क्रम में अध्यक्ष बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश श्री शिव किशोर गौड़ के द्वारा सभी अधिवक्ताओं का स्वागत किया गया और शील्ड और किए कार्यों के लिए पट, अंग वस्त्र एवं मोमेंटो को देते हुए उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि हम बार-बार एसोसिएशन के समस्त अधिवक्ताओं का स्वागत करते हैं तथा बार-बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश किया जा रहे अधिवक्ता कल्याण के बारे में भी विविध रूप विविध रूपों में उसकी चर्चा की और अधिवक्ताओं के हितों में सर्वस्व काम करने के लिए अपने आप को प्रस्तुत करते हुए कहा कि हम जब से कार्यभार संभाले हैं तब से हमने अधिवक्ताओं के हितों के लिए संघर्ष जारी रखा और हमने वह काम किया जिस से अधिकता समाज का सिर ऊँचा रखने का प्रयास किया जिस से अधिवक्ताओं को बहुत फायदा हुआ है और आने वाले समय में जो रूपरेखा हमने बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश में प्रस्तुत किया है उसे पर लोगों को गर्व रहेगा


इसी कड़ी में उन्होंने अधिवक्ता कल्याण निधि को बढ़ाए जाने और तमाम अधिवक्ताओं को दिए गए अनुदान के विषय पर भी चर्चा की और जो अधिवक्ता मृत्यु को प्राप्त हो गए उनको भी किए गए अनुदान /अंशदान के बढ़ाए गए अनुदान के बारे में भी सदन को अवगत कराया और हो रहे नित्य नए-नए अधिवक्ता हितों में कृत कार्यों की चर्चा की,


यह गाजियाबाद बार एसोसिएशन का 37 वां वार्षिक सम्मेलन भी था जिसमें मुख्य रूप से 1 जुलाई जो की गाजियाबाद बार की स्थापना दिवस भी है, क़ो बड़े धूम धाम से उत्साही कार्यकारिणी मनाये जाने की प्रशंसा भी किया तथा गाजियाबाद बार एसोसिएशन द्वारा रात्रि भोज का भी आयोजन किया गया जिसमें सभी अधिवक्ताओं ने लजीज व्यंजन ग्रहण किया

उक्त अवसर पर अधिवक्ता अध्यक्ष एडवोकेट श्री विकास वत्स, जनरल सेक्रेटरी एडवोकेट श्री आशीष कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष एडवोकेट श्री आर. के. पाण्डेय, वाइस प्रेसिडेंट एडवोकेट मनोज कुमार वर्मा,एडवोकेट श्री आयुष गर्ग (वाईस प्रेजिडेंट)एडवोकेट हरेंद्र सिंह एवं सचिन कुमार,(सहसचिवगण) एडवोकेट गौरव गर्ग,, एडवोकेट सुनील कुमार, एडवोकेट अमित जैन एडवोकेट रनिस गर्ग,एडवोकेट सचिन कुमार जॉइंट सेक्रेटरी,एडवोकेटआमोद बंसल, एडवोकेट अनिल कुमार भारद्वाज, कार्य कारिणी सदस्य, एडवोकेट विशन कुमार शर्मा कार्यक्ररिणी सदस्य, एडवोकेट वाई के शर्मा पूर्व अध्यक्ष,एडवोकेट अनिल कुमार भारद्वाज पूर्व अध्यक्ष,एडवोकेट संजय कुमार त्यागी पूर्व अध्यक्ष, एडवोकेट संजय वर्मा,एडवोकेट संजय त्यागी, एडवोकेट वकील अहमद, वरिष्ठ एडवोकेट श्री यस.के. मिश्रा, एडवोकेट बरिष्ठ अधिवक्ता श्री के.एम गुप्ता जी, वरिष्ठ एडवोकेट श्री अमिताभ तिवारी जी, एडवोकेट श्री जी.के. दुबे, एडवोकेट अमन अग्रवाल,एडवोकेट विजेंद्र कुमार, एडवोकेट आर. के.शारदा, एडवोकेट पूर्व अध्यक्ष आल इंडिया टैक्स फेडरेशन श्री डी के गाँधी जी, एडवोकेट श्रीमती अनुपमा गाँधी जी, एडवोकेट श्री संजय मंगल, वरिष्ठ एडवोकेट अरविन्द कुमार शर्मा, एडवोकेट श्री अश्वनी कुमार मित्तल,पूर्व अध्यक्ष की मुख्य रूप से गरिमामई उपस्थिति रही


गाजियाबाद में अपने पूर्व अधिवक्ता प्रेसिडेंट तथा पूर्व अधिवक्ता जनरल सेक्रेटरी को भी मंच से सम्मानित किया जिनका नाम मुख्य रूप से यथावत है एडवोकेट श्री एस के मिश्रा, एडवोकेट श्री के एम गुप्ता जी, एडवोकेट श्री राकेश अग्रवाल जी, एडवोकेट श्री वाई के शर्मा जी, एडवोकेट श्री संदीप शर्मा जी, श्री एडवोकेट श्री पवन गोयल जी पूर्व अध्यक्ष,एडवोकेट श्री के के शर्मा, एडवोकेट अनिल कुमार शर्मा , एडवोकेट श्री विशन कुमार शर्मा, एडवोकेट श्री संजय कुमार त्यागी जी, वरिष्ठ एडवोकेट एवं पूर्व अध्यक्ष श्री डी के गांधी जी, पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट श्री अश्वनी कुमार मित्तल जी,पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट श्री बी के यस अग्रवाल जी, पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट श्री रवि दत्त कौशिक जी, पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट श्री प्रदीप कुमार गुप्ता जी,पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट श्री एडवोकेट अरविन्द अग्रवाल जी,इत्यादि सभी पूर्व अध्यक्षों को विकास वत्स वर्तमान अध्यक्ष ग़ाज़ियाबाद बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी के द्वारा स्वागत किया गया, एवं अपने मुख्य अतिथि श्री शिव किशोर गौड़, बार कौंसिल अध्यक्ष उत्तर प्रदेश के द्वारा मोमेंटो अंग वस्त्र पटका देकर और पटका एवं बुके देते हुए सम्मानित किया गया तथा उनकी पूर्व के कार्यों को भी सदन के सामने प्रस्तुत किया गया जिसमें उनके द्वारा आपने कार्यकाल उनके द्वारा किए गए कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की गई और उनके कार्यक्रमों को कार्यों को सम्यक रूप से सराहा गया

इसी क्रम में पूर्व के सचिवों को भी इस बार की कार्यकारिणी के द्वारा विधिवत रूप से सम्मानित किया गया और उनको पट वस्त्र एवं बुके तथा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया उनका नाम यथावत है


गाजियाबाद बार की वार्षिक आमसभा में अपने पूर्व के सभी अध्यक्ष/ महामंत्रियों का भी अभिनंदन किया गया तथा उनक़ो पट वस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया और उनका माल्यार्पण करते हुए उनके द्वारा गाज़ियाबाद बार, में दिए गए योगदान की चर्चा की गई और उनके कार्यक्रमों में उनके कार्य के लिए किए गए प्रयासों की प्रशंसा की गई, कहा गया कि संगठन में व्यक्ति के कार्य किए गए कार्य ही प्रशंसनीय माने जाते हैं व्यक्ति और व्यक्ति ही बनाकर के संगठन बनाते हैं तो उन्हीं को पदाधिकारी बनाया जाता है जिन्होंने कार्य करके गाजियाबाद बार को ऊंचाइयों तक ले जाने में अपनी महती भूमिका निभाई है उनका सम्मान किया जाना गौरव की बात होती है


सभा के अगले बिंदु में जीएसटी में टैली के द्वारा किए गए प्रयासों और उनके द्वारा प्रोजेक्टर से अधिवक्ताओं को बताया गया कि दिल्ली में तमाम ऐसे फीचर्स आ गए हैं जो अधिवक्ता हितों के लिए तथा अकाउंटिंग में किया जा रहे नित नए प्रयोग में telly की माहिती भूमिका रही है और हम एकाउंट्स के क्षेत्र में व्यापारियों की हर परेशानियों को तथा उनके द्वारा किए गए प्रयासों को अपने Telly के माध्यम से उनके अकाउंट को सुधारने और सरल करने की कोशिश रहते करते हैं जिसमें हम संपूर्ण रूप से हमेशा उपस्थित हैं कभी भी कोई भी अधिवक्ता टैली को अगर लेना चाहता है या टैलीसॉफ्टवेयर के बारे में कुछ जानना चाहता है तो वह संपर्क कर सकते हैं हम 24 * 7 उपलब्ध हैं इसी क्रम में उन्होंने अपने प्रोजेक्टर के माध्यम से व्यापारियों और अधिवक्ताओं को अपने प्रोजेक्टर से टैली की बारीकीयों एवं सॉफ्टवेयर में हो रहे बदलाव बैंकिंग अकाउंटिंग तथा बैंक रिकॉन्सिलिएशन एवं HSN code के बारे में विस्तार पूर्वक समझाया
अंत में सभा की समाप्ति के बाद लजीज व्यंजनों का लुफ्त उठाते हुए अधिवक्ता अधिवक्ता भाइयों के द्वारा मुक्त रूप से गाजियाबाद बार के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की.

अंत में सभा में पधारे सभी अधिवक्ता बंधुओ, हापुड़ बार एसोसिएशन, गौतम बुध नगर बार एसोसिएशन, नॉएडा बार एसोसिएशन, टैक्स बार एसोसिएशन ग़ाज़ियाबाद, अधिवक्ता बार एसोसिएशन, दी टैक्स बार एसोसिएशन, ग़ाज़ियाबाद टैक्स क्लब,डिस्ट्रिक टैक्स बार एसोसिएशन, और फेडरेसन ऑफ़ आल टैक्स बार एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी गणों का पटका पहनाकर एवं मोमेंटो देकर स्वागत किया गया और सभा समाप्ति की घोषणा की गई, अधिवक्ता आयुष कुमार गर्ग एवं अधिवक्ता श्री अनिल भारद्वाज एवं पूर्व महामंत्री डी के गोयल, और पूर्व अध्यक्ष संजय त्यागी के शानदार मंच संचालन के लिए और उत्कृष्ट प्रस्तुति के लिए उनको सराहा गया.

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