गोंडा : फर्जी दस्तावेज़ों से ज़मीन कब्जा, डॉ. अरुण सिंह ने 11 बजे फेसबुक लाइव में किया खुलासा, बोले—अब मुख्यमंत्री से मिलकर होगा पर्दाफाश

परसपुर (गोंडा)। “ज़मीन के असली हकदारों को ही बेदखल किया जा रहा है, और फर्जी दस्तावेज़ों के सहारे माफिया कब्जा कर रहे हैं”—रविवार सुबह 11 बजे फेसबुक लाइव पर यह तीखा बयान देते हुए विकास मंच के अध्यक्ष डॉ. अरुण सिंह ने परसपुर में फैले ज़मीनी घोटाले और भ्रष्टाचार की परतें उधेड़ दीं। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग के कुछ भ्रष्ट कर्मचारियों की मिलीभगत से नगर पंचायत की कीमती सार्वजनिक और निजी संपत्तियों पर अवैध कब्जे कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नगर पंचायत परसपुर में भूमाफिया सक्रिय हो चुके हैं, जो तालाब, बगीचे, खेत, कॉलोनियों की जमीनें और कटहरी बाग जैसी बहुमूल्य ज़मीनें—जो वर्षों से सार्वजनिक उपयोग में हैं और जिन पर स्थानीय लोग तीन पीढ़ियों से रह रहे हैं—उन्हें फर्जी बैनामों के ज़रिए कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। डॉ. सिंह ने इसे पूरी तरह सुनियोजित षड्यंत्र करार देते हुए कहा कि असली दस्तावेज़ होने के बावजूद असली मालिकों को बेदखल करने की कोशिश हो रही है । उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ये सिर्फ ज़मीन नहीं, समाज के अस्तित्व का सवाल है। अगर आज परसपुर में ये खेल नहीं रुका, तो कल हर गली और मोहल्ला इस साजिश का शिकार बनेगा। डॉ. अरुण सिंह ने ऐलान किया कि अब यह मामला सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने उठाया जाएगा। विकास मंच का प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर पूरे प्रकरण की जानकारी देगा और यह मांग करेगा कि इस ज़मीनी घोटाले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों को बेनकाब किया जाए ।