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अस्पताल से बाहर आते ही सैफ अली खान का स्वागत एक और बुरी खबर ने किया. कहा जा रहा है कि मध्य प्रदेश सरकार पटौदी खानदान की करीब 15 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित कर जब्त करने की तैयारी में है.
- मोदी सरकार शत्रु संपत्ति (Enemy Property) को बेचकर अपनी तिजोरी भरने की तैयारी कर रही है.
- आजादी के बाद जो लोग भारत से पाक जाकर बस गए उनकी संपत्तियों को भारत सरकार ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया.
- बंटवारे के समय करोड़ों लोग पाकिस्तान चले गए लेकिन वह अपनी संपत्ति यहीं छोड़ गए. ऐसी संपत्ति शत्रु संपत्ति कहलाई गई.
- केंद्र सरकार ने ऐसी 9,400 संपत्तियों की पहचान की थी. इसकी कीमत 1 लाख करोड़ रुपये बताई जा रही है.
मध्य प्रदेश सरकार उनके पुरखों की करीब 15 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने वाली है. सरकार यह संपत्ति भारतीय संपत्ति एवं उत्तराधिकार कानून के तहत बनाए गए शत्रु संपत्ति कानून के तहत जब्त करने की प्रक्रिया में है।
■ एमपी की राजधानी भोपाल के कोहेफिजा से चिकलोद तक करीब 100 एकड़ में पटौदी खानदान यह संपत्ति फैली हुई है, जिसे सरकार ने शत्रु संपत्ति माना है. इस जमीन पर करीब 1.5 लाख लोग रहे हैं.
■ भोपाल के तत्कालीन नवाब हमीदुल्लाह खान की बड़ी बेटी आबिदा सुल्तान बंटवारे के बाद भारत छोड़कर पाकिस्तान चली गईं थी. यही वजह है कि इस संपत्ति को शत्रु संपत्ति की श्रेणी में रखा गया है.
■ नवाब की छोटी बेटी साजिदा सुल्तान को उनका उत्तराधिकारी घोषित किया गया. साजिदा की शादी इफ्तिखार अली खान पटौदी से हुई और इस तरह संपत्ति को पटौदी खानदान से भी जोड़ दिया गया. हमीदुल्लाह खां अभिनेता सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी के नाना थे.
ऐसा नहीं है कि शत्रु संपत्ति में सिर्फ अचल संपत्तियां जैसे घर-मकान, जमीन आदि आते हैं, बल्कि इसमें शेयर और सोने जैसी चल संपत्तियों को भी शामिल किया गया है. सरकार ने अब तक सोने और शेयर जैसी शत्रु संपत्तियों को बेचकर ही 3,400 करोड़ रुपये जुटा लिए हैं।