दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन देशों से आने वाली उड़ानें रोकने का आग्रह किया है जो नए कोविड-19 वैरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ (New COVID-19 Variant ‘Omicron’) से प्रभावित हैं।
केजरीवाल ने एक ट्वीट कर कहा, “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन देशों से उड़ानें बंद करने का आग्रह करता हूं, जहां कोविड-19 का नया वैरिएंट मिला है। बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर पाया है। हमें इस नए वेरिएंट को भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”
अफ्रीकी देशों से एक नए COVID वैरिएंट से आने वाले खतरे को देखते हुए केजरीवाल ने कल विशेषज्ञों से आवश्यक सुझावों के साथ दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) को एक प्रेजेंटेशन देने का अनुरोध किया था।
I urge the PM to stop flights from those countries which are affected by new variant (of COVID-19). With great difficulty, our country has recovered from Corona. We should do everything possible to prevent this new variant from entering India: Delhi CM Arvind Kejriwal
— ANI (@ANI) November 27, 2021
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इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार सुबह 10:30 बजे वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ COVID-19 और टीकाकरण से संबंधित स्थिति पर एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, पीएम मोदी के प्रधान सचिव पीके मिश्रा और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण बैठक में शामिल होंगे।
दक्षिण अफ्रीका में पहली बार पाए गए एक नए COVID-19 वैरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ (Omicron) के बारे में बढ़ती चिंता के बीच, भारत ने कई देशों को भी उस लिस्ट में शामिल किया है जहां से आने वाले यात्रियों को भारत आगमन पर टेस्ट के साथ ही अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने उन देशों की सूची में हांगकांग और इजराइल को भी जोड़ा है, जहां से यात्रियों को भारत आने पर अतिरिक्त उपायों का पालन करने की आवश्यकता होगी, जिसमें दक्षिण अफ्रीका में नए COVID वैरिएंट ‘ओमीक्रॉन’ का पता लगने पर भारत आगमन के बाद टेस्ट शामिल है।
जिन देशों से यात्रियों को भारत आगमन पर अतिरिक्त उपायों का पालन करना होगा उनमें- दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, इजराइल, हांगकांग, यूके सहित यूरोप के देश शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने नए वैरिएंट के खतरे पर सोमवार को बुलाई बैठक
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए वैरिएंट के खतरे के मद्देनजर उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा के लिए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक बुलाई है। केंद्र ने गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा था कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले या इन देशों के रास्ते आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी जांच की जाए। इन देशों में कोविड-19 के नए वैरिएंट के सामने आने की सूचना है, जिससे जनस्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकते हैं।
ऐसी आशंका है कि कोविड-19 के नए वैरिएंट बी.1.1.529 बड़ी संख्या में म्यूटेंट हो सकता है, जो पहले कभी नहीं देखा गया। दक्षिण अफ्रीका में प्राधिकारियों ने गुरुवार को इससे जुड़े 22 संक्रमित मरीजों की पुष्टि की।
इंपीरियल कॉलेज लंदन के विषाणु विज्ञानी डॉ. टॉम पीकॉक ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपने ट्विटर अकाउंट पर वायरस के नए वैरिएंट (बी.1.1.529) का विवरण पोस्ट किया था। उसके बाद वैज्ञानिक इस स्वरूप पर गौर कर रहे हैं। हालांकि, ब्रिटेन में इसे चिंता पैदा करने वाले स्वरूप की श्रेणी में अभी औपचारिक रूप से वर्गीकृत नहीं किया गया है। दुनिया भर के वैज्ञानिक तेजी से फैलने के संकेतों के मद्देनजर नए वैरिएंट पर अब गौर करेंगे। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान- नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर कम्युनिकेबल डिजीज (एनआईसीडी) ने पुष्टि की कि दक्षिण अफ्रीका में बी.1.1.529 का पता चला है और जीनोम अनुक्रमण के बाद बी.1.1.529 के 22 मामलों की पुष्टि हुई है।
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23 नए मामले सामने आए और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत रही। वहीं, इस अवधि में संक्रमण से मौत का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। स्वास्थ विभाग के मुताबिक, दिल्ली में अब तक संक्रमण के 14,40,807 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 14.15 लाख से अधिक लोग ठीक हुए हैं। दिल्ली में अब तक इस वायरस के कारण 25,095 लोगों की मौत हो चुकी है। विभाग के अनुसार, नवंबर के महीने में अब तक कोविड-19 के चार मरीजों की मौत हुई है, जबकि अक्टूबर में चार और सितंबर में पांच मरीजों की जान गई थी।