आरओ,एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 को रद्द कराने की मांग पर अड़े छात्र
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंक गांधी का मिला समर्थन
प्रयागराज, संवाददाता। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 में पेपर लीक का विवाद दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है। पिछले कई दिनों से परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन शुक्रवार को और तीव्र हो गया। सुबह साढ़े दस बजे के करीब हजारों छात्र आयोग दफ्तर के सामने जुटे और रात तक प्रदर्शन, नारेबाजी चलती रही। आक्रोशित युवाओं ने आयोग के सभी गेट बंद कराकर अध्यक्ष संजय श्रीनेत्र समेत आयोग के सदस्यों तथा सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बंधक बनने पर मजबूर कर दिया। छात्र परीक्षा निरस्त करने और पुनर्परीक्षा कराने की मांग पर अड़े हैं। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंक गांधी ने एक्स पर ट्वीट कर प्रतियोगी छात्रों के आंदोलन को समर्थन दिया है। माहौल को देखते हुए आयोग पर भारी संख्या में पुलिस और आरएफ के जवान तैनात रहे। देर रात डीएम,सीपी आयोग पहुंचे।
पुलिस भर्ती:अभ्यर्थियों ने दोबारा परीक्षा के लिए आवाज बुलंद की
हजारों की संख्या में ईको गार्डन में जमा हुए अभ्यर्थी
अभ्यर्थियों ने लगाया पेपर लीक होने का आरोप
अभ्यर्थियों के समर्थन में ईको गार्डन पहुंची विधायक पल्लवी पटेल
लखनऊ, संवाददाता।यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को ईको गार्डन में जोरदार प्रदर्शन किया। हजारों की संख्या में ईको गार्डन में जमा हुए अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग की। अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अभ्यर्थी शाम तक ईको गार्डन में जमा रहे। इस दौरान ईको गार्डन में बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी बल भी मौजूद रहा। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे पांच लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल का पुलिस भर्ती बोर्ड के अधिकारियों से वार्ता भी कराई गई। पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा 17 और 18 फरवरी को चार पालियों में आयोजित की गई थी।पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों के समर्थन में अपना दल (कमेरावादी) की नेता व सिराथू से विधायक पल्लवी पटेल ने ईको गार्डन पहुंच कर अभ्यर्थियों का समर्थन किया। अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने पुलिस भर्ती परीक्षा में पेपर लीक होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पेपर लीक जैसी समस्या प्रदेश में छोटी बात नहीं है। यह सरकार में बैठे लोगों का षड़यंत्र है। प्रदेश के युवा और नवजवानों का वर्तमान और भविष्य को खत्म करने की साजिश चल रही है। उन्होंने कहा कि पीपर लीक होने जैसी चीजों से प्रदेश के युवाओं का भविष्य खत्म हो रहा है। वह अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर इन शोषणकारियों का सामना करना होगा, मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि वह पूरी ताकत के साथ सड़क से लेकर सदन तक अभ्यर्थियों के साथ खड़ी हैं।
भर्ती बोर्ड से हुई वार्ता
इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पांच लोगों को उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अपर सचिव से वार्ता के लिया भेजा। इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहीं स्वप्निल अग्रवाल ने बताया कि वार्ता के दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पेपर लीक के संबंध में कई तरह के साक्ष्य सौंपे। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उन्हें मामले की पूरी जांच करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल में रवि तिवारी, आरएस पैलवार, आलोक शुक्ला व मारुफ शामिल थे। उन्होंने बताया कि वह सभी ऑनलाइन व ऑफलाइन कोचिंग संचालक है।
मान्यता के खेल में फंसा प्रवेश पत्र, इंटर के छात्र की पूरीक्षा छूटी
छात्र का आरोप जिस विद्यालय से पढ़ाई कर रहा है उस विद्यालय की आठवीं तक मान्यता
परीक्षा छूटने से छात्र की बिगड़ी तबीयत, निजी अस्पताल में भर्ती
काकोरी,संवाददाता।यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों के खेल से एक छात्र का साल खराब हो गया। छात्र ने जिस विद्यालय के माध्यम से 12वीं की बोर्ड परीक्षा का फार्म भरा था उस विद्यालय की मान्यता सिर्फ आठवीं तक ही थी। विद्यालय प्रबंधन ने किसी और विद्यालय से फार्म भरवाया लेकिन छात्र का प्रवेश पत्र नहीं आया। जिस कारण बोर्ड परीक्षा के पहले दिन हिन्दी विषय की परीक्षा नहीं दे पाया। परीक्षा नहीं दे पाने और साल खराब होने से आहत छात्र की तबीयत बिगड़ गई। मुंह से लार गिरने और शरीर का बायां हिस्सा सुन्न जैसा हो जाने पर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब स्थिति सामान्य बनाई जा रही है।काकोरी के अमेठिया सलेमपुर निवासी छात्र शिवम रावत की इंटरमीडिएट की परीक्षा का प्रवेश पत्र न आने से तबीयत बिगड़ गयी। आनन फानन में परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है। पीड़ित छात्र के पिता शिवलाल ने आरोप लगाया कि शिवम गांव स्थित अमन पब्लिक स्कूल में इंटरमीडिएट का छात्र है। गुरुवार को शिवम का हिंदी का पेपर था छात्र शिवम ने आरोप लगाया कि जिस अमन पब्लिक स्कूल का छात्र हूं उस स्कूल की मान्यता सिर्फ आठवीं कक्षा तक ही है। शिवम ने बताया कि स्कूल वालों ने ठाकुरगंज स्थित चाइल्ड केयर पब्लिक स्कूल से इंटर का फार्म भरवाया था। वहीं अमन पब्लिक स्कूल के प्रबंधन की ओर से कहा गया कि शिवम उनके विद्यालय का छात्र नहीं है।
प्रवेश पत्र नहीं मिलने की वजह से छात्र की बोर्ड परीक्षा छूटना गंभीर है। मामले की शिकायत मिलने पर इसकी जांच करायी जाएगी और दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाही की जाएगी।
राकेश कुमार पाण्डेय, डीआईओएस
दोनों पालियों में 493 ने छोड़ी बोर्ड परीक्षा
बोर्ड परीक्षा के दूसरे दिन प्रथम पाली में हाईस्कूल की पालि, अरबी, फरसी तथा इण्टरमीडिट की नागरिक शास्त्र विषय की परीक्षा हुई। पहली पाली में छह सचल दल ने 25 परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण किया। शुक्रवार को दोनो पालियों में 493 छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ी।
गलत दिशा में कैमरा, नोटिस
माल क्षेत्र में बनाए गए परीक्षा केन्द्र श्री महेश सिंह सरस्वती इण्टर कॉलेज में कैमरा सही दिशा में नहीं लगा मिला। सचल दल के निरीक्षण में यह पता चला। जिस कारण परीक्षा कक्षों में बैठे सभी परीक्षार्थी नहीं दिख रहे हैं। इस बात का संज्ञान लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षण राकेश कुमार पाण्डेय ने केन्द्र व्यवस्थापक और विद्यालय प्रबंधक को नोटिस दिया गया है। साथ ही तत्काल सीसीटीवी कैमरे की दिशा नहीं करने का निर्देश दिया गया।
रिश्वत मांगने वाली एडीओ निलंबित, जिला समाज कल्याण अधिकारी मुख्यालय अटैच
रायबरेली में वृद्धावस्था पेंशन के आवेदन अग्रसारित करने के मामले में फोन पर बातचीत का आडियो हुआ वायरल
मेरठ में पर्यवेक्षक को बना दिया पटल सहायक, अवैध वसूली में पकड़ा गया, जिला समाज कल्याण अधिकारी पर उठ रहीं उंगली
लखनऊ, विशेष संवाददाता।रायबरेली के डलमऊ ब्लाक की सहायक विकास समाज कल्याण (एडीओ) अधिकारी प्रगति वर्मा को वृद्धावस्था पेंशन के आवेदन पत्र अग्रसारित करने के लिए रिश्वत मांगने के मामले में निलंबित कर दिया गया है। वहां के जिला समाज कल्याण अधिकारी वैभव त्रिपाठी पर भी कार्रवाई करते हुए उन्हें मुख्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।यह कार्रवाई प्रगति वर्मा और एक ग्राम प्रधान के बीच मोबाइल फोन पर हुई बातचीत का आडिया सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हुई जांच में की गई है। इस आडियो में प्रगति वर्मा ग्राम प्रधान से आवेदन पत्र अग्रसारित करने के लिए रिश्वत की राशि कम बताते हुए ग्राम प्रधान को अपने कार्यालय बुलाने और अन्यथा की स्थिति में आवेदन पत्र अग्रसारित न करने की बात करती सुनी जा रही हैं। इस ऑडियो के वायरल होने के बाद समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने प्रकरण को गम्भीरता से लेते हुए विभागीय निदेशक कुमार प्रशांत को मौके पर जांच करने के आदेश दिए थे।निदेशक द्वारा शुक्रवार को की गई जांच में मामला प्रथम दृष्टया सही पाया गया। इसके बाद आरोपी प्रगति वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश जारी किया गया। इसके साथ ही समाज कल्याण मंत्री के निर्देश पर शुक्रवार को उपनिदेशक लखनऊ मंडल आचिंत्य मणि भारती और जिला समाज कल्याण अधिकारी मुख्यालय अंजनी सिंह मौके पर पहुँच कर गहनता से जांच कर रहे हैं। शुक्रवार को विभागीय अधिकारियों ने मौके पर पीड़ितों का बयान दर्ज किया। प्रगति वर्मा पर आरोप है कि प्रति लाभार्थी 500-500 रुपयों की मांग कर रही थीं। नागरिक समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार संबंधी कोई भी शिकायत ‘कल्याण साथी के हेल्पलाइन नंबर-14568 पर कर सकते हैं।इसके अलावा मेरठ में समाज कल्याण पर्यवेक्षक मनोज चौधरी को वहां के जिला समाज कल्याण अधिकारी ने एससी-एसटी एक्ट के मामलों का पटल सहायक बना दिया, इसके बाद मनोज चौधरी अवैध वसूली करने लगे। शिकायत हुई। शिकायत के आधार पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में भी मेरठ के जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनील कुमार की संलिप्तता बताई जा रही है। समाज कल्याण पर्यवेक्षक संगठन के अध्यक्ष श्रीशचन्द्र ने सुनील कुमार के खिलाफ भी जांच कर कार्रवाई की मांग उठाई है। हालांकि सुनील कुमार ने इस मामले में अपनी किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।अभी कुछ ही दिन पहले बलिया में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया था। जिस पर विभागीय मंत्री ने कड़ी कार्रवाई करते हुए सहायक विकास अधिकारी समाज कल्याण भानु प्रताप और लिपिक रवीन्द्र को निलंबित करते हुए 15 लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज करवाये थे।
एलयू: स्थलीय जांच की रिपोर्ट नहीं आई तो 53 कॉलेजों में कई पाठ्यक्रम होंगे बंद
31 मार्च तक स्थलीय निरीक्षण आख्या जमा करने के निर्देश
केकेसी, नवयुग, कालीचरण, केकेवी और सुभाष कॉलेज के नाम शामिल
लखनऊ, संवाददाता।लखनऊ विश्वविद्यालय ने संबद्ध 53 कॉलेजों को पत्र जारी कर स्थलीय निरीक्षण कराने के लिए पत्र जारी किया है। ऐसा न करने पर इन कॉलेजों में स्नातक व परास्नातक स्तर के कई पाठ्यक्रम बंद कर दिए जाएंगे। इसमें केकेसी, केकेवी, कालीचरण, नवयुग और सुभाष कॉलेज जैसे बड़े वित्तपोषित, राजकीय और स्ववित्तपोषित कॉलेजों के नाम हैं।एलयू ने राजधानी के 53 कॉलेजों को पत्र जारी कर स्थलीय निरीक्षण की आख्या प्रस्तुत करने की अंतिम तारीख घोषित कर दी है। कॉलेजों को 30 अप्रैल तक आख्या प्रस्तुत करनी होगी। यह पत्र कुलसचिव की ओर से उन कॉलेजों को जारी किया गया है जिनके यहां संचालित पाठ्यक्रमों की सहयुक्तता 30 जून को समाप्त होगी।कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि संबद्ध कॉलेजों में स्ववित्तपोषित योजना के तहत संचालित पाठ्यक्रमों के संबंध में 19 जून 2017 को हुई कार्य परिषद बैठक में फैसला लिया गया था कि किसी भी कॉलेज को तीन वर्ष के अंदर स्थायी संबद्धता प्राप्त करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष के निर्धारित अवधि के अन्दर स्थायी संबद्धता न पाने पर एक वर्ष का समय अतिरिक्त दिया जायेगा। इसके बावजूद कॉलेज अगर शर्तों को पूरा नहीं कर पाता है और स्थायी संबद्धता नहीं प्राप्त कर पाता है तो प्रतिवर्ष एक लाख रुपये अर्थदण्ड के साथ तीन वर्ष का समय और दिया जाता है। इसके बाद विश्वविद्यालय से कॉलेज की संबद्धता खुद समाप्त हो जाती है।
31 मार्च तक स्थलीय निरीक्षण आख्या दें
कुलसचिव का कहना है कि आगामी शिक्षण सत्र 2024-25 से स्थायी संबद्धता के लिए स्थलीय निरीक्षण आख्या हर हाल में 31 मार्च तक विश्वविद्यालय को ऑनलाइन या ऑफलाइन देना होगा। अन्यथा की स्थिति में पाठ्यक्रम में सत्र 2024-25 से प्रवेश प्रतिबंधित होगा।
नामी कॉलेजों के इन पाठ्यक्रमों पर संकट
कॉलेज- विषय
केकेसी- बीएससी सांख्यिकी
केकेवी- एमए अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, संस्कृत व राजनीतिशास्त्र। एमएससी रसायन, भौतिक व गणित।
कालीचरण- बीकॉम ऑनर्स, बीएलआईएससी, बीजेएमसी और एमए शिक्षाशास्त्र।
नवयुग- एमकॉम कॉमर्स।
नेताजी सुभाष- एमएससी जंतु विज्ञान।
लेखपालों को अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मिलेगा नियुक्ति पत्र
राजस्व परिषद ने डेढ़ माह तक नहीं बांटा नियुक्ति पत्र
लखनऊ- विशेष संवाददाता।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित हुए 7987 लेखपालों को अब नियुक्ति पत्र पाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंताजर करना होगा। सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई 22 मार्च को होगी। कुछ अभ्यर्थियों का कहना है कि राजस्व परिषद को अंतिम रूप से चयनित लेखपालों की सूची आयोग ने छह जनवरी को ही दे दी थी, उसने अगर नियुक्ति पत्र बांट दिया होता तो यह मामला न फंसता।उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने लेखपाल के 8085 पदों पर भर्ती निकालते हुए आवेदन मांगा था। आयोग ने अंतिम चयन परिणाम 30 दिसंबर 2023 को निकाला और इसके आधार पर अंतिम चयन सूची छह जनवरी 2024 को राजस्व परिषद को भेज दी। लेखपाल चयन को लेकर विभिन्न मामले हाईकोर्ट में चल रहे हैं। सिंगल बेंच ने आयोग के पक्ष में फैसला दिया है। आयोग ने जिन सवालों पर आपत्तियां थी, उसमें अभ्यर्थियों को पूरे अंक भी दिए हैं।अंतिम चयन परिणाम जारी होने के बाद कुछ अभ्यर्थी सुप्रीम कोर्ट में चले गए और सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अंतिम फैसला आने तक नियुक्ति पत्र बांटने पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के डबल बेंच को चार हफ्तों में लंबित मामलों को निस्तारित करने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट इसके बाद 22 मार्च को सुनवाई करेगा। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नियुक्ति पत्र बांटने पर रोक लगी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब नियुक्ति पत्र बांटे जाएंगे।
प्रोफेसरों पर फर्जी केस करने में शिक्षिका पर पांच लाख हर्जाना
कोर्ट ने मुकदमा व कार्यवाही रद्द की, कहा-बदला लेने को कानून का दुरुपयोग किया
प्रयागराज, विधि संवाददाता। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्रत्त् विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसरों को फर्जी मुकदमे में फंसाने और उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर दीपशिखा सोनकर पर 5 लाख का हर्जाना लगाया है। साथ ही कोर्ट ने प्रोफेसर के खिलाफ दर्ज आपराधिक मुकदमे की चार्जशीट और मुकदमे की कार्यवाही को रद्द कर दिया है। प्रोफेसर मनमोहन कृष्ण की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार ने दिया।कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के बाद 13 फरवरी को फैसला सुरक्षित कर लिया था। शुक्रवार को निर्णय सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि यह ऐसा मामला है जहां कानून की प्रक्रिया का शिकायतकर्ता ने सिर्फ बदला लेने की नीयत से पूरी तरह से दुरुपयोग किया है। कोर्ट ने कहा कि शिकायतकर्ता ने विभागाध्यक्ष और वरिष्ठ प्रोफेसरों को फर्जी मुकदमे में फंसाने की कोशिश की जिन्होंने उसे ठीक से पढ़ाने और नियमित रूप से कक्षाएं लेने के लिए कहा था।कोर्ट ने कहा यह ऐसा पहला मामला नहीं है। शिकायतकर्ता, जो की अच्छी तरह से शिक्षित महिला है और कानूनी प्रक्रिया से पूरी तरीके से वाकिफ है, ने व्यक्तिगत लाभ के लिए कानून का दुरुपयोग किया है। इन फर्जी मुकदमों की वजह से याची प्रोफेसर और उनके सहयोगियों जो की प्रोफेसर हैं, की प्रतिष्ठा समाज में धूमिल हुई। कोर्ट ने कहा कि इस प्रकार की फर्जी कानूनी प्रक्रिया को अपनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। कोर्ट ने शिकायत करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर पर पांच लाख का हर्जाना लगाया है तथा इस हर्ज़ाना की राशि को उसके वेतन से कटौती करने का निर्देश दिया है।
इविवि ने दो बार कराई जांच, निर्दोष मिले थे प्रोफेसर
मामले के अनुसार इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्रत्त् विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर दीपशिखा सोनकर ने विभाग अध्यक्ष प्रो मनमोहन कृष्ण, प्रो प्रह्लाद और प्रो जावेद अख्तर के खिलाफ यौन उत्पीड़न से लेकर एससी-एसटी तक के तमाम प्रावधानों के तहत आरोप लगाते हुए सात बार फर्जी शिकायतें कीं तथा मुकदमा भी दर्ज कराया। विश्वविद्यालय ने यौन उत्पीड़न की शिकायतों की जांच करने के लिए दो बार कमेटी गठित की और दोनों बार कमेटी ने अपनी जांच में पाया की शिकायतें फर्जी हैं। इसके बाद दीपशिखा ने कर्नलगंज थाने में प्रोफेसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। मुकदमे में जांच के बाद पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। स्पेशल जज एससी-एसटी ने संज्ञान लेते हुए गैर जमानती वारंट जारी किया। जिसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी। कोर्ट ने इस मामले में विस्तार से सुनवाई के बाद उपरोक्त आदेश के साथ मुकदमा रद्द कर दिया है।
शुआट्स के पदाधिकारियों को कोर्ट से मिली बड़ी राहत
प्रयागराज, विधि संवाददाता। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि शुआट्स नैनी के ऑफिस बियरर को सरकारी वेतन के अलावा विश्वविद्यालय द्वारा अलग से मानदेय का भुगतान करना कोई अपराध नहीं है। वे सरकारी कर्मचारी नहीं हैं और विश्वविद्यालय को मानदेय तय करने का कानूनी अधिकार है। वेतन के साथ अलग से मानदेय लेना फंड का गबन नहीं माना जा सकता। कोर्ट ने गबन के आरोपी शुआट्स के डॉ सी जान वेस्ले, प्रोफेसर अजय कुमार एलिसन, प्रोफेसर एसबी लाल, प्रोफेसर इं जोनाथन, ए लाल, डॉ एसबी ब्राउन, डॉ रंजन जॉन, डॉ सुधा लाल, डॉ आशीष एस नोरल, डॉ स्टीफन दास की सशर्त अग्रिम जमानत मंजूर कर ली है। यह आदेश न्यायमूर्ति समीर जैन ने इनकी तरफ से दाखिल अर्जी पर दिया है।अन्य अभियुक्त डॉ मोहम्मद इम्तियाज ने अपनी अर्जी वापस ले ली। जिससे उन्हें इस आदेश का लाभ नहीं मिलेगा। याचियों के खिलाफ नैनी थाने में धोखाधड़ी, गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। विवेचना अधिकारी ने केवल शुआट्स के कुलपति डॉ आरबी लाल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और एसएसपी को रिपोर्ट दी कि आरबी लाल के खिलाफ भी कोई अपराध नहीं बनता। चार्जशीट निरस्त की जाए। पांच साल बाद फिर से जांच शुरू हुई। इसमें याचियों को भी लपेट लिया गया है। उनकी गिरफ्तारी की आशंका है। याचियों का कहना था कि उन्होंने अपने आपराधिक इतिहास का ब्योरे सहित खुलासा किया है। उन्होंने नियमानुसार मानदेय लिया है। अंडर सेक्रेटरी का कुलपति को पत्र है जिसमें उन्होंने कहा है कि याचीगण सरकारी कर्मचारी नहीं है। अपर महाधिवक्ता ने विरोध किया और कहा कि सरकारी वेतन के अलावा इन्होंने भारी धनराशि मानदेय के रूप में लेकर गबन किया है।
उठाए सवाल, साक्ष्य है तो परीक्षा रद्द करने में देरी क्यों
आरओ-एआरओ पेपर लीक के विरोध में सड़क पर उतरे हजारों प्रतियोगी छात्र
देर रात सीपी और डीएम ने छात्रों से की बात
प्रयागराज, संवाददाता। आरओ-एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाते हुए प्रतियोगी छात्रों का प्रदर्शन कई दिनों से जारी है। शुक्रवार को देर रात आयोग के गेट के सामने अध्यक्ष संजय श्रीनेत्र से मिलने के लिए डटे रहे। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि आयोग को ईमेल पर साक्ष्य भेजे जा रहे हैं। कई प्रतियोगियों ने शपथपत्र के साथ ईमेल किया है। प्रतियोगी छात्र शपथपत्र के साथ साक्ष्य की हार्डकॉपी देने को भी तैयार हैं। जांच के लिए आयोग के पास सभी संसाधन भी उपलब्ध हैं तो आयोग परीक्षा निरस्त करने को लेकर निर्णय लेने में देरी क्यों कर रहा है। छात्रों ने कहा कि जब तक इस पर कोई निर्णय नहीं होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।कोचिंग, लाइब्रेरी बंद कराकर अपील की थी गुरुवार को प्रतियोगी छात्रों ने डेलीगेसियों में माइक मीटिंग की। अपील की गई थी कि शुक्रवार को कोचिंग और लाइब्रेरी बंद कराकर छात्र लोक सेवा आयोग पर एकत्र होंगे। इसी क्रम में सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे से छात्र आयोग के बाहर एकत्र होने लगे। समर्थन में एनएसयूआई, समाजवादी छात्रसभा, दिशा छात्र संगठन समेत कई अन्य संगठन भी उतर आए। देखते ही देखते हजारों छात्र आयोग गेट के सामने बैठ गए। हंगामे की आशंका के मद्देनजर आयोग के सभी गेट बंद कर दिए गए और आयोग चौराहे से सिविल लाइंस बस अड्डा जाने वाली रोड पर पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया। वहीं देर रात पुलिस कमिश्नर और डीएम छात्रों से वार्ता करने पहुंचे।
आयोग अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग
रोजगार के सवाल पर 74 दिनों से जारी आंदोलन में पत्थर गिरजाघर स्थित धरनास्थल पर युवा मंच ने प्रस्ताव पारित कर कहा कि आरओ-एआरओ व सिपाही भर्ती परीक्षा को सरकार रद्द करे। पुनर्परीक्षा कराने और सीबीआई जांच कराकर शिक्षा माफियाओं समेत अन्य दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर पेपर लीक प्रकरण में हस्तक्षेप करने की मांग की। आयोग के सचिव को तत्काल निलंबित करने व अध्यक्ष से इस्तीफा दिलाने की मांग की। इस मौके पर राजेश सचान, अनिल सिंह, तेजेश सिंह, ब्रह्म सेन, ओम प्रकाश आदि शामिल रहे।
देर शाम अध्यक्ष की पत्नी और बेटी आईं आयोग
सुबह साढ़े दस बजे से प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन शुरू हुआ। आयोग के सभी गेटों पर प्रतियोगी घेरे हुए हैं। ऐसे में आयोग के भीतर से अधिकारी व कर्मचारी न तो बाहर आ पा रहे थे और न ही अंदर जा पा रहे थे। हंगामे की जानकारी होने पर शाम तकरीबन सात बजे आयोग अध्यक्ष की पत्नी व बेटी आयोग दफ्तर पहुंच गईं, जिन्हें पुलिस ने किसी तरह अंदर पहुंचाया।
रात में पुलिस कमिश्नर और डीएम पहुंचे बात करने
रात तकरीबन 1130 बजे पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और डीएम नवनीत सिंह चहल आयोग पहुंचे। दोनों अफसरों ने पहले छात्रों से वार्ता की फिर आयोग के अंदर जाकर मामले पर चर्चा की। छात्रों ने बताया कि आयोग के उपसचिव ने कहा मामले की जांच चल रही है, कम से कम तीन सप्ताह का वक्त दिया जाए। जिसके बाद कुछ छात्र हटने लगे लेकिन कुछ परीक्षा निरस्त करने की मांग पर अड़े रहे।
28 को दिल्ली में उठाएंगे आवाज
आइसा ने आरओ/एआरओ के लीक पेपर की परीक्षा रद्द करके एक महीने में पुन परीक्षा कराने की मांग की। मनीष कुमार ने कहा कि इसके खिलाफ 28 को प्रदेश का युवा, यंग इंडिया के चलो दिल्ली अभियान के तहत दिल्ली में परीक्षाओं में पेपर लीक, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएगा।
आंदोलनकारियों ने निकाला कैंडल मार्च
पेपर लीक का आरोप लगाते हुए देर रात आयोग गेट के सामने प्रतियोगी छात्रों ने हाथों में कैंडल लेकर विरोध दर्ज किया। कहा कि आयोग के अध्यक्ष से वार्ता करने के लिए बाहर आने को कई बार कहा गया पर वह नहीं आए।
सिपाही भर्ती की सीबीआई जांच की मांग
प्रयागराज। युवा कांग्रेस ने शुक्रवार को सिपाही भर्ती में धांधली का आरोप लगाकर सीबीआई जांच कराने की मांग की। उन्होंने उप जिलाधिकारी करछना को सीबीआई जांच कराने के लिए ज्ञापन सौंपा। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव जितेंद्र तिवारी के नेतृत्व में परीक्षार्थी और कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। जिलाध्यक्ष सौरभ पांडेय ने उप जिलाधिकारी को ज्ञापन पढ़कर सुनाया। इस दौरान प्रांजल केशरवानी, दिनेश सोनी, जिलाध्यक्ष आउटरीच शेखर केशरवानी, उपाध्यक्ष अमजद अंसारी, उपाध्यक्ष सत्यम सिंह आदि मौजूद रहे।
डॉ. हरि सिंह गौर विवि से मुविवि का समझौता
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय ने शुक्रवार को डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर के साथ एमओयू किया। दोनों विश्वविद्यालयों के मध्य समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने कहा कि आज हुए एमओयू से दूरस्थ शिक्षा पद्धति का लाभ मध्यप्रदेश के अंचल को भी मिल सकेगा।
वितरित की गई अध्ययन सामग्री
प्रयागराज। जगत तारन गर्ल्स डिग्री कॉलेज के वाणिज्य विभाग में शुक्रवार को एंटरप्रेन्योरशिप एंड बिजनेस मैनेजमेंट विषय पर एडऑन प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का उद्घाटन हुआ। प्राचार्य प्रो. आशिमा घोष ने छात्राओं को संबोधित किया। मुख्य अतिथि चेयरपर्सन प्रो. असीम मुखर्जी ने प्रतिभागियों को अध्ययन सामग्री वितरित की।
तीन बार मिलने आए उप सचिव पर नहीं माने छात्र
प्रयागराज। प्रतियोगी छात्रों से वार्ता के लिए लोक सेवा आयोग के उप सचिव तीन बार छात्रों के बीच आए, लेकिन प्रतियोगी छात्रों ने यह कहते हुए मना कर दिया कि अब किसी तरह की वार्ता नहीं होगी। जो साक्ष्य दिए गए हैं उसके आधार पर परीक्षा निरस्त कर इसकी सूचना दी जाए तो ही प्रदर्शन समाप्त होगा।
खाना भी नहीं जाने दिया अंदर
लोक सेवा आयोग के एक कर्मचारी के घर से महिला रात दस बजे आयोग दफ्तर पर खाना लेकर पहुंची। वह कर्मचारी को खाना देने के लिए अंदर जाना चाहती थी लेकिन वह अंदर नहीं जा सकी। गुस्से में उसने पूरा खाना बाहर कुत्ते को खिला दिया।महिला कर्मचारियों को निकलने दिया बाहर आयोग पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने देर शाम मुख्य गेट से महिलाकर्मियों को बाहर जाने दिया। वहीं, प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि देर रात आयोग अध्यक्ष भी पीछे के रास्ते से निकल गए। अधिकांश छात्र देर रात आयोग से चले गए,लेकिन दर्जनों गेट के सामने डटे रहे। छात्रनेता आदर्श सिंह भदौरिया ने बताया कि देर रात आगे के आंदोलन पर रणनीति तय की जाएगी।
सर्वेयर के 29 पदों पर साक्षात्कार चार मार्च से
लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने शुक्रवार को प्रमुख वन संरक्षक के नियंत्रणाधीन सर्वेयर के 29 पदों पर भर्ती के लिए कटऑफ जारी कर दिया है। साक्षात्कार के लिए 319 अभ्यर्थियों को अर्ह पाया गया है। साक्षात्कार चार से सात मार्च तक होगा। अनारक्षित वर्ग का 77.25 प्रतिशत, अनुसूचित जाति 74.82 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति 68.83 और अन्य पिछड़ वर्ग के लिए 77.25 प्रतिशत है।
सोमवार से फिर बदलेगा मौसम, बारिश के आसार
लखनऊ,प्रमुख संवाददाता। तीन दिन 13 से 15 डिग्री के बीच झूल रहा पारा शुक्रवार को 11 डिग्री तक चला गया। नतीजतन बीती गुरुवार-शुक्रवार रात से शुक्रवार सुबह तक सर्दी रही। तापमान में यह उतार चढ़ाव अगले एक सप्ताह जारी रहेगा।शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे तक तापमान 12-13 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह पांच बजे यह 11.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम पारा 26.5 डिग्री दर्ज किया गया। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के अनुसार सोमवार फिर बादलों की आवाजाही शुरू होगी। प्रदेश के दक्षिण पूर्व, पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तेज हवा-बारिश होगी। वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल सिंह के अनुसार बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती हवाओं का दबाव है। अरब सागर से नम हवा प्रदेश के दक्षिणी हिस्से तक आ रही है। इनके टकराव से कई जिलों में बारिश होगी।
शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
लखनऊ। शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। हाथों में पोस्टर लिए अभ्यर्थी कार्यालय के बाहर सड़क पर बैठकर नियुक्ति की मांग के समर्थन में नारेबाजी की। अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मुलाकात कराए जाने की मांग कर रहे थे। इस दौरान कुछ अभ्यर्थी प्रदेश कार्यालय में भी घुस गए। सड़क पर बैठे अभ्यर्थियों और भारी संख्या में मौजूद पुलिस के कारण एक तरह का यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस ने अभ्यर्थियों को समझा बुझाकर उठाने का प्रयास किया। अभ्यर्थी नहीं माने और एक दूसरे को पकड़ कर सड़क पर ही लेट गए। इसके बाद पुलिस ने जबरन अभ्यर्थियों को गाड़ियों में भर कर ईको गार्डन भेज दिया। अभ्यर्थी 69 हजार शिक्षक भर्ती के चयनित आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिए जाने की मांग की।अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा विभाग और पुलिस पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। अभ्यर्थियों ने बताया कि पुलिस ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक उनकी मुला़कात नहीं कराई गई। अभ्यर्थियों ने सरकार पर हाइकोर्ट में लचर पैरवी करने का आरोप भी लगाया।
भाजपा कोई भी भर्ती परीक्षा पूरा नहीं कराना चाहती:अखिलेश
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि जो भाजपा सरकार अपनी सरकार बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाती है वो नौकरी देने के नाम पर मुकर क्यों जाती है।भाजपा किसी भर्ती परीक्षा को पूरा नहीं कराना चाहती है। अखिलेश ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा है कि ये बेहद दुखद है कि बेरोजगारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में युवा ने फांसी लगाकर जान दे दी। ऐसा करने से पहले उसने अपनी डिग्रियां जला डाली। भाजपा सरकार में युवाओं के लिए नौकरी की उम्मीद बेमानी है।
केंद्रीय संस्कृत विवि में आयुर्वेद की पढ़ाई
लखनऊ। केन्द्रीय संस्कृत विवि में अब संस्कृत के परंपरागत विद्यार्थियों के लिए सात वर्षीय आयुर्वेदिक चिकित्सा का कोर्स शुरू हो सकेगा। इस संबंध में नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम्स आफ मेडिसिन ने ऐक्ट के अनुच्छेद 14 के अंतर्गत फैसला लिया है।केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में दसवीं कक्षा के बाद संस्कृत के विद्यार्थी प्री आयुर्वेद कोर्स में दाखिला ले सकेंगे। विवि उन्हें बीएएमएस की डिग्री पूरी करने के तौर पर तैयार करेगा। संस्कृत साहित्य विद्याशाखा के आचार्य पवन कुमार का कहना है कि इस पाठ्यक्रम में प्रवेश नीट के माध्यम से होगा।
एलयू 25 विषयों के लिए पीएचडी प्रवेश परीक्षा आज
लखनऊ, संवाददाता। एलयू में 25 विषयों के लिए पीएचडी प्रवेश परीक्षा होगी। दो पालियों में परीक्षाएं होंगी। पहले दिन लगभग तीन हजार अभ्यर्थी परीक्षा देते नजर आएंगे। मुख्य व नवीन परिसर में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।सत्र 2023-24 पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के तहत परीक्षा शनिवार और रविवार को होगी। मुख्य व नवीन परिसरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रवक्ता प्रो. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि दो पालियों में प्रवेश परीक्षा होगी।
कल भी प्रवेश परीक्षा
25 को प्रथम पाली में शिक्षाशास्त्रत्त्, प्राच्य संस्कृत, भू-गर्भ विज्ञान, अर्थशास्त्रत्त्, प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरात्तव और लॉ विषय की प्रवेश परीक्षा होगी। दूसरी पाली में वाणिज्य, वनस्पति विज्ञान, एमआईएच, मनोविज्ञान, रक्षा अध्ययन, दर्शनशास्त्रत्त्, समाज कार्य, लोक प्रशासन, रसायन विज्ञान और हिंदी विषय की परीक्षाएं होंगी। पीएचडी में दाखिले के लिए इस वर्ष सत्र 2022-23 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए
तीन दिन के अंदर मिलेगा नया बिजली कनेक्शन
नई दिल्ली, एजेंसी। सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं के लिए नए कनेक्शन लेने और छतों पर लगने वाली सौर इकाइयों के लिए नियम सरल बनाये हैं। इसके तहत नए बिजली कनेक्शन अब महानगरीय क्षेत्रों में तीन दिन, नगरपालिका क्षेत्रों में सात दिन और ग्रामीण क्षेत्रों में 15 दिन में मिलेंगे।बिजली मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि सरकार ने इससे संबंधित बिजली (उपभोक्ता अधिकार) नियम, 2020 में संशोधन को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने कहा कि संशोधनों के बाद छत पर सौर बिजली इकाई लगाने की प्रक्रिया भी सरल हो गई है। इसमें बहुमंजिला फ्लैटों में रहने वाले उपभोक्ताओं को भी कनेक्शन का प्रकार चुनने का अधिकार दिया है। नया कनेक्शन मिलने की अवधि महानगरीय क्षेत्रों में सात दिन से घटाकर तीन दिन, अन्य नगर निगम क्षेत्रों में 15 दिन से घटाकर सात दिन और ग्रामीण क्षेत्रों में 30 दिन से घटाकर 15 दिन कर दी गई। पहाड़ी क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों में नए कनेक्शन लेने या मौजूदा कनेक्शन में संशोधन के लिए समय अवधि 30 दिन ही रहेगी। नए नियमों के तहत उपभोक्ता अब अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए अलग से बिजली कनेक्शन ले सकते हैं। इसके अलावा बिजली की खपत के सत्यापन के लिए मीटरों की जांच का भी प्रावधान किया गया है।
यूपी में खुलेगा नौकरी का पिटारा, लखनऊ समेत 13 जिलों में होगी अग्निवीर भर्ती, रजिस्ट्रेशन शुरू
प्रमुख संवाददाता,लखनऊ।सेना ने जोशीले युवाओं के लिए अग्निवीर भर्ती के दरवाजे फिर से खोले हैं। उत्तर प्रदेश के लखनऊ, कानपुर समेत 13 जिलों के युवाओं के पास आवेदन का अवसर है। पंजीकरण प्रक्रिया 22 मार्च तक चलेगी। अग्निवीर जनरल ड्यूटी, अग्निवीर टेक्निकल, अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं और 10वीं) और अग्निवीर ऑफिस असिस्टेंट, स्टोर कीपर टेक्निकल सहित अन्य पदों केलिए पंजीकरण खोला गया है। सेना प्रवक्ता शांतनु प्रताप ने बताया कि अभ्यर्थियों को रैली में शामिल होने केलिए सीईई यानी सामान्य प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा। देश की सेवा करने के इच्छुक अभ्यर्थियों को जेआईए वेबसाइट पर पंजीकरण करना होगा। साथ ही ऑनलाइन प्रवेश आवेदन करना होगा।
इन जिलों के अभ्यर्थियों के लिए अवसर
चित्रकूट, कन्नौज, बांदा, महोबा, हमीरपुर, बाराबंकी, गोंडा, कानपुर देहात, उन्नाव, कानपुर नगर, फतेहपुर और लखनऊ के इच्छुक अभ्यर्थियों को आवेदन करने का अवसर मिला है।
पात्रता ऐसे जानें
अभ्यर्थियों को https://www.joinIndianarmy.nic.in/BravoApplicantEligibility.htm लिंक पर जाना होगा। यहां वांछित श्रेणी में पात्रता जान लें। ताकि पता रहे कि आप इसके लिए योग्य हैं या नहीं।
यहां ले सकते हैं जानकारी
अधिक जानकारी और पंजीकरण के लिए, अभ्यर्थी https://www.joinIndianarmy.nic.in पर जाएं। इसके अलावा भर्ती कार्यालय (मुख्यालय) लखनऊ से संपर्क कर सकते हैं।
थाने में रिश्वत लेते दरोगा गिरफ्तार, सस्पेंड, एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई
हिन्दुस्तान,लखनऊ।लखनऊ में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने गुरुवार को माल थाने के अंदर सब इंस्पेक्टर बलकरन यादव को पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम के पकड़ते ही थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई। बलकरन ने जमीन के विवाद से जुड़े एक मामले में कोर्ट द्वारा मांगी गई आख्या पर रिपोर्ट लगाने के नाम पर पीड़ित से रुपये मांगे थे। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम उसे वहां से मलिहाबाद कोतवाली ले गई जहां से उसे कोर्ट भेजा गया था। आरोपी दरोगा को निलम्बित कर दिया गया है। माल के सूर्तीखेड़ा गांव में 10 बिस्वा जमीन को लेकर कुछ समय पहले सुरफान और मेहंदी हसन व आरिफ के बीच झगड़ा हुआ था। इस हंगामे में सुरफान व परिवार के सदस्यों को काफी चोट आयी थी। पीड़िता ने थाने पर इस सम्बन्ध में शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी पर कोई सुनवाई नहीं हुई। इस पर सुरफान ने कोर्ट में अर्जी दी थी। कोर्ट ने इस पर आदेश करने से पहले माल पुलिस से आख्या मांगी थी। सुरफान ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से शिकायत की थी कि दरोगा बलकरन उसे रिपोर्ट लगाने के लिये कई बार दौड़ाये, फिर उससे पांच हजार रुपये देने को कहा। इस शिकायत पर ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम प्रभारी निरीक्षक नुरुल उदा खान के नेतृत्व में गुरुवार दोपहर माल थाने पहुंची थी।
जैसे ही दरोगा को पकड़ा, मचा हड़कम्प
इस टीम के सामने जैसे ही सुरफान ने दरोगा बलकरन को पांच हजार रुपये रिश्वत दी, तभी टीम ने उसे पकड़ लिया। बलकरन की गिरफ्तारी होते ही थाना परिसर में हड़कम्प मच गया। बलकरन ने पहले थोड़ी धक्का मुक्की कर खुद को बचाने की कोशिश की लेकिन सख्ती के आगे उसे शांत होना पड़ा। आनन फानन टीम के चार लोग उसे थाने के बाहर पकड़ कर जीप तक ले गये। यहां से उसे मलिहाबाद कोतवाली ले जाया गया।
यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर छात्रों का फूटा गुस्सा, लखनऊ में प्रदर्शन
लाइव हिन्दुस्तान,लखनऊ।उत्तर प्रदेश में 17 और 18 फरवरी को हुई यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक का आरोप लगाते हुए छात्रों का गुस्सा फूट गया। शुक्रवार को लखनऊ के ईको गार्डन पहुंचे सैकड़ों छात्रों ने पेपर लीक के विरोध में प्रदर्शन किया। हाथों में होर्डिंग और बैनर लिए छात्रों ने यूपी पुलिस परीक्षा फिर से कराने की मांग की। छात्रों का कहना है कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। पेपर लीक केवल एक जगह नहीं बल्कि कई जगहों पर हुआ है।
मेरठ में भी छात्रों ने किया प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश पुलिस पेपर लीक को लेकर गुरुवार को एनएसयूआई और युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। डीएम को ज्ञापन सौंपा था। एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष अल्तमस त्यागी और प्रदेश महासचिव सुमित विकल ने बताया कि काफी समय से युवा पुलिस भर्ती का इंतजार कर रहे थे लेकिन अब पेपर लीक हो गया। परीक्षा को पुन: आयोजित करने की मांग की।
प्रयागराज में पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर परीक्षार्थियों का आंदोलन जारी
यूपी के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन यहां उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के गेट के सामने शुक्रवार को जारी रहा। प्रतियोगी छात्र अभिनव द्विवेदी ने संवाददाताओं से कहा, समीक्षा अधिकारी (आरओ) व सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के खिलाफ जारी आंदोलन में हमारी मांग है कि यह परीक्षा निरस्त की जाए और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस परीक्षा के लिए दूसरे जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए जाने से यह गड़बड़ी हुई। इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए प्रतियोगी छात्रों से सुसंगत प्रमाण एवं साक्ष्यों के साथ 23 फरवरी शाम छह बजे तक प्रत्यावेदन मांगा है। बोर्ड ने प्रत्यावेदन एवं प्रमाण का परीक्षण करने के बाद अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
पेपर लीक मामले में बोर्ड ने मांगा सुबूत
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सिपाही भर्ती के संबंधित पेपर लीक की शिकायतों की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। बोर्ड ने कहा है कि अभ्यर्थी इस विषय में सुसंगत साक्ष्यों एवं प्रमाणों के साथ अपना प्रत्यावेदन शुक्रवार को शाम छह बजे तक दे सकते हैं। प्रत्यावेदन एवं प्रमाणों का परीक्षण करने के बाद निर्णय लेते हुए अभ्यर्थियों के हित में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड को भेजना होगा ई-मेल
बोर्ड के अपर सचिव भर्ती की तरफ से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि नागरिक पुलिस में सिपाही के पदों पर सीधी भर्ती के लिए 17 व 18 फरवरी को आयोजित लिखित परीक्षा के प्रश्नपत्रों के संबंध में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म एवं मीडिया में सूचनाएं आ रही हैं। इस क्रम में अभ्यर्थियों द्वारा विभिन्न जिलों में प्रत्यावेदन भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं। इस विषय में बोर्ड ने अभ्यर्थियों से सुसंगत प्रमाणों एवं साक्ष्यों के साथ प्रत्यावेदन मांगा है। प्रत्यावेदन में अभ्यर्थी को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर एवं आधार नंबर भी देना होगा। यह प्रत्यावेदन बोर्ड की ई-मेल आईडी board@uppbpb.gov.in पर 23 फरवरी को शाम छह बजे तक भेजना होगा। इससे पहले बोर्ड ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों की जांच के लिए एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक आंतरिक जांच समिति गठित करने का एलान किया था। इस कमेटी को प्रश्नपत्र लीक होने की शिकायतों, प्रश्नपत्र की छपाई में गड़बड़ी, कुछ केंद्रों पर प्रश्नपत्र देर से पहुंचने और अभिनेत्री सनी लियोनी के नाम से प्रवेश पत्र जारी होने के मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी गई है।
आधुनिक शिक्षा के मानदेय के लिए लिखेंगे पत्र
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता।मदरसों में आधुनिक शिक्षा के लिए केंद्र सरकार से सहायता बंद होने पर उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष पत्र लिखेंगे। आयोग अध्यक्ष अशफाक सैफी शुक्रवार को शहर में थे। संगम सभागार में अफसरों के साथ बैठक के बाद उन्होंने मीडिया से बात की। इस दौरान मदरसों में आधुनिक शिक्षा के लिए मानदेय बंद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे।मदरसों में आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री ने यह व्यवस्था शुरू की थी। इसका बदलाव आज दिख रहा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले मुसलमानों को बरगालाने का प्रयास करेंगे, लेकिन अब मुसलमान समझदार हो गया है। वो देख रहा है कि केंद्र सरकार के पिछले 10 साल के कार्यकाल में और प्रदेश सरकार के छह साल के कार्यकाल में प्रदेश में मुसलमानों का विकास हुआ है। अगर किसी का नुकसान हुआ है तो वो माफिया को है। आयोग अध्यक्ष ने इसके पूर्व अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की। इसमें बेसिक शिक्षा विभाग आरटीई के तहत दिए गए प्रवेश की जानकारी नहीं दे सका। इस दौरान मदरसों में ड्रेस न मिल पाने की बात आई। अध्यक्ष ने इसे तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
यूपी बोर्ड: सूबे में दूसरे दिन 28513 ने छोड़ी बोर्ड परीक्षा
प्रयागराज, संवाददाता।यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा के दूसरे दिन शुक्रवार को भी 28513 विद्यार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी है। इंटर की परीक्षा में एक छात्र अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए पकड़ा गया। दोनों पालियों की परीक्षा के लिए तकरीबन 4.47 लाख विद्यार्थी पंजीकृत रहे।बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बताया कि पहली पाली (सुबह 8.30 से 11.45 बजे के बीच) हाईस्कूल में अरबी और फारसी की परीक्षा 114 केंद्रों पर और इंटरमीडिएट में नागरिक शास्त्र की परीक्षा 7362 केंद्रों पर हुई। कुल 3,72,936 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजकृत रहे। इसमें से 25916 ने परीक्षा छोड़ दी। वहीं, दूसरी पाली में (दो से 5.15 बजे के बीच) 602 केंद्रों पर हाईस्कूल की संगीत (गायन) और इंटरमीडिएट की व्यावसायिक और कृषि विषयों की परीक्षा 1812 केंद्रों पर हुई। जिसमें कुल 74,560 में से 2597 ने परीक्षा छोड़ दी है।
जिले में 1199 विद्यार्थी अनुपस्थित
शुक्रवार को हाईस्कूल की पाली, अरबी, फारसी व संगीत की परीक्षा प्रथम पाली में हुई। इसी पाली में इंटरमीडिएट की नागरिक शास्त्र की परीक्षा भी कराई गई। द्वितीय पाली में कृषि शस्य विज्ञान व एनसीसी की परीक्षा हुई। कहीं से भी नकल की शिकायत नहीं मिली। डीआइओएस पीएन सिंह ने बताया कि कुल 1199 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में पाली भाषा, अरबी, फारसी की परीक्षा दस केंद्रों पर हुई। कुल 173 परीक्षार्थी पंजीकृत रहे। इसमें 68 विद्यार्थी पेपर देने नहीं आए। इसी पाली में नागरिक शास्त्र की परीक्षा 315 केंद्रों पर हुई। 13421 विद्यार्थी पंजीकृत थे, इसमें से 12341 ने परीक्षा दी। दूसरी पाली में संगीत गायन की परीक्षा 37 केंद्रों पर हुई। 662 में से 640 ने परीक्षा दी। व्यावसायिक वर्ग की परीक्षा के लिए 42 केंद्र बने थे। इनपर 802 परीक्षार्थियों को आना था लेकिन 29 ने पेपर छोड़ दिया।
फर्रुखाबाद ब्रेकिंग :–
फर्रुखाबाद में हुआ बड़ा दर्दनाक सड़क हादसा, चार की मौत
दो बाइकों के भिड़ंत में एक बाइक पर सवार चार युवकों की हुई दर्दनाक मौत
दूसरी बाइक पर सवार युवक आशीष कुशवाह की भी हालत गंभीर, जिला अस्पताल लोहिया में भर्ती
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र में कानपुर रोड पर पाल गेस्ट हाउस के सामने अपाचे बाइक व स्प्लेंडर बाइक में हुई जोरदार भिड़ंत
अचानक हुई जोरदार भिडंत से आसपास मचा हड़कंप, मौके पर लोगों की पहुंची भीड़
सूचना पर पहुंचे उपनिरीक्षक अनिल कुमार ने निजी वाहन से तीन घायलों को जिला अस्पताल लोहिया में कराया भर्ती
दो घायलों को एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल लाया गया
अपाचे बाइक सवार बृजमोहन समेत चार युवकों को जिला अस्पताल लोहिया में ईएमओ डॉक्टर अभिषेक चतुर्वेदी ने किया मृत घोषित
घटना की सूचना मिलने पर जिला अस्पताल लोहिया में सीओ सिटी प्रदीप सिंह, कोतवाल फतेहगढ़ व थानाध्यक्ष कादरी गेट पुलिस बल के साथ पहुंचे
पुलिस मृतकों की पहचान कराने में सोशल मीडिया के माध्यम से जुटी
फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र में कानपुर रोड पर पाल गेस्ट हाउस के पास का मामला