सुल्तानपुर के प्रमुख पौराणिक स्थल कुश भवनपुर टीले (सत्य साईं आश्रम) पर माफियाओं की नजर,
सुल्तानपुर के प्रमुख पौराणिक स्थल कुश भवनपुर टीले (सत्य साईं आश्रम) पर माफियाओं की नजर,जब स्थल ही नहीं रहेगा तब सुल्तानपुर का नाम कुशभवनपुर कैसे,और क्या महत्व

सुल्तानपुर। सुल्तानपुर शहर के उत्तर में गोमती नदी के पास पांचो पीरन के सामने स्थित पौराणिक स्थल कुश भवनपुर टीला जो अब सत्यसांई आश्रम के नाम है पर माफियाओं की नजर पड़ गई है। अंग्रेजी शासन में कुशभवनपुर टीले को सुल्तानपुर के गोला घाट स्थान से गोले से उड़ा दिया गया था, और वहां दीपक तक जलाने की इजाजत नहीं थी।कुछ दिन बाद एक महात्मा आये और उन्होंने उस प्रतिबंधित स्थान पर दीपक जला दिया। अंग्रेजों को जानकारी होने पर वह वहां पहुंचे लेकिन महात्मा से प्रभावित होकर उस स्थान को दान कर दिया और सत्य साईं आश्रम के नाम से खतौनी में दर्ज करवा दिया।कुछ समय से अजय यादव नामक ब्यक्ति की नजर इस आश्रम की जमीन पर पड़ गयी और चकबंदी अधिकारियों से मिलकर खेलकर जमीन अपने नाम करवा लिया/करवाने का प्रयास कर रहा है।बड़ा सवाल यह है कि पुरातन संस्कृति की यह जमीन ब्यक्ति बिशेष के नाम कैसे, प्रशासन क्या कर रहा है,ऐसा ही चलता रहा तो पौराणिक कुशभवनपुर स्थल का अस्तित्व ही समाप्त हो जायेगा।
सांईदाता के नाम की जमीन ,जो बिक नही सकती – आखिर कहां गई नहीं खुल पा रहा राज – संत भी मांग रहें न्याय ,केन्द्र सरकार व योगी सरकार से सुल्तानपुर का नाम बदलकर कुशभवन पुर रखने की मांग तेज ‘ लेकिन गायब होती जा रही कुशभवन पुर की जमीन। माफिया लोगों का कब्जा लगातार बढ़ता जा रहा है । स्थानीय लोगों व पौराणिक इतिहास के अनुसार यह मात्र राजा कुवर का महल था । लेकिन माफिया के अनुसार मानो .राजा इनकी जमीन में रहते थे जो आज कब्जा किये जा रहे हैं।