गाजियाबाद :-उत्तर प्रदेश के ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र के एक गांव में शनिवार की रात 30 वर्षीय महिला ने खुद को और अपने तीन बच्चों को जहर देकर मार डाला।
पुलिस ने कहा कि महिला का पति दिहाड़ी मजदूर है, वह ट्यूबरक्लोसिस से पीड़ित था और परिवार उसके इलाज के लिए पैसे की व्यवस्था कर रहा था। शाम करीब 5 बजे शनिवार को, महिला मोनिका ने कथित तौर पर अपने तीन बच्चों मनाली (11) साक्षी (7) और अंश (3) पहले 3 कैप्सूल दिए और फिर एक खुद भी लेली। उसके पति मोनू काम पर गए थे।
ट्रोनिका सिटी थाने के एसएचओ अरविंद पाठक ने बताया कि मोनू के भाई सुंदर ने इलाइची पुर गांव में घर वापस आने पर महिला और उसके तीन बच्चों को उल्टी करते देखा।
पाठक ने कहा, “सुंदर ने मोनिका से पूछा कि उनके साथ क्या हुआ है, लेकिन मोनिका ने को कोई जवाब नहीं दिया। फिर सुंदर ने अपनी मां को फोन किया। जब मोनिका ने मां से बात की, तो उसने बताया कि तीनों बच्चों सहित उसने जहर खालिया है।
सुंदर, मोनिका और तीनों बच्चों को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन लेने दौड़ पड़े। रास्ते में मोनिका और अंश की मौत हो गई, मनाली और साक्षी को दिल्ली के जीटीबी अस्पताल ले जाया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों ने मनाली को रात करीब 11:45 बजे मृत घोषित कर दिया जबकि साक्षी का सुबह पांच बजे निधन हो गया।
पाठक के अनुसार मोनिका ने तीनों बच्चों को यह कहते हुए कैप्सूल दिया था कि दवा उन्हें मजबूत बनाएगी।
मोनिका के पति मोनू को कुछ भी नहीं पता था। जब मै शनिवार को सुबह 9 बजे काम के लिए घर से निकला, “उसने हमेशा की तरह मेरा लंच बॉक्स पैक किया लेकिन वह मेरी बीमारी के कारण कुछ समय से परेशान थी। वह मेरे इलाज के लिए पैसे भी इकट्ठा कर रही थी,” उसने कहा।
परिवार में ट्यूबरक्लोसिस का इतिहास रहा है, मोनू के पिता राम बहादुर सिंह की भी 2018 में टीवी से मृत्यु हो गई थी।मोनिका, मोनू का एक निजी अस्पताल में इलाज कराना चाहती थी, पाठक ने कहा, “लेकिन उन्हें उसके इलाज के लिए पैसे का इंतजाम करने की जरूरत थी।”
पुलिस ने अबतक कोई कदम नहीं उठाया है, नाही परिवार की तरफ से कोई शिकायत दर्ज की गई है, शवों को पोस्टमार्टम के लए भेज दिया गया है, रिपोर्ट का इंतजार है।