नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 8 मई को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर ,POJK संकल्प रैली’ का आयोजन
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नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 8 मई को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक वह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के विस्थापितों की एक जनसभा को संबोधित करेंगे.
जम्मू-कश्मीर पीपल्स फोरम की ओर 8 मई को ‘POJK संकल्प रैली’ का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस भारत में मिलाने का संकल्प दोहराया जाएगा. यह संकल्प रैली जम्मू शहर में होगी, जिसमें जम्मू कश्मीर पीपल्स फोरम ने गृह मंत्री अमित शाह को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया है.
अमित शाह के इस दौरे का कार्यक्रम अभी आधिकारिक तौर पर घोषित नहीं हुआ है, लेकिन सूत्रों की मानें तो उनके जम्मू-कश्मीर आने की तैयारी आरंभ हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 अप्रैल को जम्मू आएंगे और वह यहां सांबा के पल्ली गांव से देशभर के पंचायती राज प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे. इसके अलावा वह जम्मू-कश्मीर के औद्योगिक पैकेज के विस्तार की घोषणा भी कर सकते हैं. साथ ही वह नए उद्यमियों को राज्य में जमीन के दस्तावेज भी सौंपेंगे. प्रधानमंत्री के दौरे के लगभग एक पखवाड़े के बाद अमित शाह का कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कबाइली हमले के बाद मुजफ्फराबाद, कोटली और मीरपुर क्षेत्रों से विस्थापित होकर बड़ी संख्या में लोग जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में आकर बसे थे. पीओके के इन विस्थातिपों की आबादी करीब 8 लाख से अधिक है. केंद्र सरकार ने कुछ समय पहले इन परिवारों के पुनर्वास के लिए 5 लाख रुपये प्रति परिवार की सहायता राशि की घोषणा की थी. गृह मंत्री अमित शाह के संभावित दौरे और अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी 2 दिन के जम्मू-कश्मीर दौरे पर हैं.
जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य और अमरनाथ यात्रा प्रबंधों को लेकर राज्य के शीर्ष प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों के साथ केंद्रीय अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक होगी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. बैठक में अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी), खुफिया विभाग, केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) व सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अफसर शामिल होंगे. कोरोना संक्रमण के कारण 2 साल बाद वर्ष आगामी 30 जून से अमरनाथ यात्रा आयोजित की जा रही है. ऐसे में केंद्र सरकार इसे भव्य बनाने की तैयारी कर रही है. यात्रा की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कुल 110 कंपनियों या 10 हजार जवानों को तैनात किए जाने की उम्मीद है.